हाथरस में पीड़ित परिवार की व्यथा सुन राहुल गांधी ने अधिकारियों को क्यों बुलाया?
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हाथरस दौरे ने सूबे की सियासी हवा को नया रूख दे दिया है। हाथरस के रेप पीड़िता के परिवार से मुलाक़ात करने के लिए राहुल गांधी हाथरस पहुंचे थे। राहुल गांधी के इस दौरे को देखते हुए ज़िला प्रशासन कफ़ि सक्रिय दिखाई दिया। बूलगढ़ी के गांव में सुबह से ही भारी सुरक्षाबलों को तैनात किया गया था।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हाथरस दौरे ने सूबे की सियासी हवा को नया रूख दे दिया है। हाथरस के रेप पीड़िता के परिवार से मुलाक़ात करने के लिए राहुल गांधी हाथरस पहुंचे थे। राहुल गांधी के इस दौरे को देखते हुए ज़िला प्रशासन कफ़ि सक्रिय दिखाई दिया। बूलगढ़ी के गांव में सुबह से ही भारी सुरक्षाबलों को तैनात किया गया था। पीड़ित परिवार से कांग्रेस नेता ने क़रीब एक घंटे तक मुलाक़ात की। इस दौरान राहुल गांधी ने वहाँ मौजूद प्रशासनिक अधिकारी को भी बुलाया था। राहुल गांधी तो पीड़ित परिवार से मुलाक़ात कर रवाना हो चुके है । ऐसे में बीजेपी के तरफ़ से राहुल गांधी के दौरे को लेकर प्रतिक्रिया भी सामने आने लगी है।
#WATCH उत्तर प्रदेश: लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी 2020 की घटना में बलात्कार पीड़िता के परिवार से मुलाकात के बाद हाथरस के बूलगढ़ी गांव से रवाना हुए। pic.twitter.com/3v7RPv7hav
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 12, 2024
पीड़ित परिवार से मुलाक़ात के दौरान राहुल गांधी ने अधिकारी को क्यों बुलाया ?
राहुल गांधी के पीड़ित परिवार से मुलाक़ात के दौरान अधिकारी के बुलाए जाने को लेकर सूत्रों से जो जानकारी निकलकर सामने आ रही है। उसके मुताबिक़ ये परिवार जुलाई में कांग्रेस नेता से सम्पर्क करके उन्हें इस बात की जानकारी दी थी कि घटना के बाद प्रदेश सरकार की तरफ़ से नौकरी देने का जो वादा किया गया था वो पूरा नहीं हुआ। परिवार का कहना है कि उन्हें जो सुरक्षा दी गई है उसकी वजह से वो क़ैद है।
क्या थी हाथरस की घटना
दरअसल, क़रीब चार साल पहले 14 सितंबर 2020 को हाथरस में एक युवती से उसी के गांव के ही कुछ लोगों ने रेप किया था। उस वक़्त उपचार के दौरान पीड़िता की माउर हो गई थी। उसके बाद लगातार विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे को लेकर योगी सरकार को घेरा था। और क़ानून व्यवस्था पर सवाल उठाए थे। इस मामले में चार में से तीन दोषियों को न्यायालय ने बरी कर दिया था जबकि एक को उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई है। इससे पहले भी 3 अक्टूबर, 2020 राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मुलाक़ात की थी और घोषणा की थी वे मृतका के परिवार को न्याय दिलाने के लिए लड़ेंगे।
बीजेपी ने राहुल गांधी के दौरे पर उठाए सवाल
राहुल गांधी के हाथरस दौरे को लेकर बीजेपी ने सवाल उठाए है। बीजेपी का आरोप है कि चाहे संभल हो या हाथरस कांग्रेस नेता इन जगहों पर सिर्फ सुर्खियों में रहने के लिए वहां जाते रहते हैं, किसी और वजह से नहीं।"