UP के IPS Officer Neeraj Jadaun ने क्यों कहा- I Am Sorry ?
Neeraj Jadaun जबसे बतौर एसपी हरदोई की सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए कमान संभाली है... जिले की कानून व्यवस्था को भी पटरी पर लाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है लेकिन कुछ ही दिनों पहले जिला हरदोई में एक ऐसी घटना हो गई, जिसके लिए एसपी नीरज जादौन को हाथ जोड़ कर माफी मांगनी पड़ गई !
यूपी के कुछ IPS अफसर ऐसे हैं। जिनका नाम सुनते ही गुंडे बदमाश और माफिया कांपते हैं। ऐसे ही एक कड़क मिजाज IPS अफसर हैं। नीरज जादौन। जिन्हें योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के जिला हरदोई की कमान सौंपी है।और जबसे बतौर एसपी हरदोई की सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए कमान संभाली है। जिले की कानून व्यवस्था को भी पटरी पर लाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। लेकिन कुछ ही दिनों पहले जिला हरदोई में एक ऐसी घटना हो गई। जिसके लिए एसपी नीरज जादौन को हाथ जोड़ कर माफी मांगनी पड़ गई।
दरअसल हरदोई के एसपी नीरज जादौन एक ऐसे आईपीएस अफसर हैं जिनकी पहचान गौ तस्करों की कमर तोड़ने वाले अफसर के रूप में है। तो वहीं साल 2019 में जिला गाजियाबाद के एसपी रहते हुए नीरज जादौन ने सीएए एनआरसी के विरोध के नाम पर दंगा करने वालों पर लगाम लगाने काम किया था। लेकिन आज वही नीरज जादौन हाथ जोड़ कर माफी मांगते नजर आए। पता है क्यों। क्योंकि एक कड़क अफसर होने के साथ साथ नीरज जादौन एक संवेदनशील इंसान भी हैं। और उनकी यही संवेदनशीलता उस वक्त देखने को मिली जब सड़क हादसे में घायल एक लड़की उनसे मिलने के लिए एसपी ऑफिस आई थी।
ये बात 27 अक्टूबर की है जब थाना लोनार इलाके में अपने भाई के साथ जा रही एक लड़की सड़क हादसे में बुरी तरह से घायल हो गई थी। लेकिन इसके बावजूद पीड़ितों के मुताबिक उन्हें न्याय नहीं मिला और परिजन बुरी तरह से घायल लड़की को चादर में लपेट कर एसपी कार्यालय पहुंच गये।
पीड़ित भाई जब अपनी बहन को गाड़ी से लेकर एसपी कार्यालय में जाने लगा तो वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों ने गाड़ी नहीं जाने दी। जिसकी वजह से चादर में ही लपेट कर घायल लड़की को एसपी कार्यालय ले जाया गया।
घायल लड़की तड़पती रही लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने गाड़ी अंदर नहीं जाने दी। जिसकी वजह से चादर में ही लपेट कर उसे एसपी कार्यालय ले जाना पड़ा। और ये बात जब एसपी नीरज जादौन को पता चली तो उन्होंने तुरंत इस मामले पर संवेदनशीलता दिखाते हुए माफी मांगी।
माफी मांगने के साथ ही एसपी नीरज जादौन ने ये आश्वासन भी दिया कि इस तरह की घटना दोबारा नहीं होगी। तो वहीं उनके इस कदम की सोशल मीडिया पर खूब तारीफ हो रही है। पत्रकार शुभम शुक्ला ने तो यहां तक लिखा "पुलिस का रौब दिखाना आसान है लेकिन माफी मांगने के लिए जज्बा चाहिए, कलेजा चाहिए, जिगरा चाहिए, संवेदनशीलता चाहिए, एक महिला को हुई असुविधा के लिए हरदोई SP नीरज जादौन जी ने मांगी माफी, अपने ट्विटर हैंडल से भी लिखा "I Am Sorry"!
एक और पत्रकार अनुराग शुक्ला ने लिखा "ये हैं हरदोई के एसपी नीरज जादौन, पुलिस ऑफिस में आई घायल महिला को असुविधा हुई तो ऑन कैमरा माफी मांगी, यह न सिर्फ सराहनीय है बल्कि हर व्यक्ति के लिए अनुकरणीय भी, तमाम नकारात्मक खबरों के बीच ऐसे कार्य लोगों को उम्मीद देते हैं, एसपी को साधुवाद"
पत्रकार एहतेशाम सिद्दीकी ने भी एसपी नीरज जादौन की तारीफ करते हुए कहा " यूपी के हरदोई जिले के पुलिस कप्तान IPS नीरज कुमार जादौन ने कुछ ऐसा कर दिया जिसकी कल्पना भी कोई नहीं कर सकता हैं उन्होंने कैमरे के सामने माफी मांग लिया है अब जनता भी कहने लगी अफसर हो तो ऐसा"
हरदोई पुलिस की गलती के लिए खुद एसपी नीरज जादौन ने दो बार माफी मांगी। पहले तो कैमरे पर माफी मांगी तो वहीं सोशल मीडिया हैंडल से भी लिखा " I Am Sorry। उनके इस कदम की अब सोशल मीडिया पर कुछ इसी तरह की तारीफ हो रही है। तो वहीं नीरज जादौन के IPS अफसर जैसे बड़े पद पर पहुंचने की बात करें तो"।
ये कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है। दरअसल 6 दिसंबर 2008 का वो दर्दनाक दिन था जब नीरज जादौन के पिता नरेंद्र सिंह जादौन की खेत के विवाद में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। उस समय नीरज की उम्र सिर्फ 25 साल थी। इस वारदात के बाद नीरज जादौन ने न सिर्फ अपने परिवार को संभाला। बल्कि पिता को इंसाफ दिलाने के लिए भी संघर्ष किया और अदालतों के चक्कर भी लगाए। लेकिन पुलिस का रवैया देखकर वह दुखी हो गए। क्योंकि पुलिस आरोपियों की मदद कर रही थी।इसी बात ने नीरज जादौन को आईपीएस बनने की प्रेरणा दी। और आज वो आईपीएस बनकर देश की सेवा कर रहे हैं।