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आखिर पिंजरे में क्यों कैद है अंबेडकर की मूर्ति, सुरक्षा में लगी है सशस्त्र बल की टुकड़ी ?

कहीं लोहे के पिंजड़े में अंबेडकर की मूर्ति को कैद कर दिया गया है तो कहीं वर्दी वाले ही बयान दे रहे हैं कि अगर इतना ही तुम्हारे अंदर आंबेडकर के लिए सम्मान है तो अपनी खुद की जमीन पर मूर्ति लगाओ, अंबेडकर की मूर्ति पर क्यों मचा बवाल ?
आखिर पिंजरे में क्यों कैद है अंबेडकर की मूर्ति, सुरक्षा में लगी है सशस्त्र बल की टुकड़ी ?
दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश हिंदुस्तान का संविधान लिखने वाले भीमराव आंबेडकर को लेकर विवाद कोई नई बात नहीं है। संसद से लेकर सड़क तक अंबेडकर के मुद्दे पर सियासी बवाल मचता ही रहता है।लेकिन इस बार कुछ अलग ही मामला देखने को मिल रहा है। कहीं लोहे के पिंजड़े में अंबेडकर की मूर्ति को कैद कर दिया गया है तो कहीं वर्दी वाले ही बयान दे रहे हैं कि अगर इतना ही तुम्हारे अंदर आंबेडकर के लिए सम्मान है तो अपनी खुद की जमीन पर मूर्ति लगाओ।

दरअसल जिस मध्य प्रदेश की धरती पर संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर का जन्म हुआ। उसी मध्य प्रदेश की धरती पर अब अंबेडकर की मूर्ति लगाने को लेकर एक नया विवाद छिड़ गया है। जहां छतरपुर जिले के गढ़ीमलहरा थाना इलाके में पड़ने वाले बारी गांव में दस मार्च को कुछ लोगों ने आपसी सहमति के साथ अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की थी। लेकिन कुछ ही दिनों पहले यानि 12 मार्च की आधी रात को ही कुछ अज्ञात लोगों ने अंबेडकर की मूर्ति ही चुरा ली।और जैसे ही 13 मार्च की सुबह ये खबर जंगल में आग की तरह फैली। दलित समुदाय के लोगों का गुस्सा भड़क गया। लेकिन मौके की नजाकत को देखते हुए तुरंत भारी संख्या में पुलिस पहुंच गई। और लोगों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराने के साथ ही उसी स्थान पर ढोल नगाड़े के साथ दोबारा अंबेडकर की मूर्ति को स्थापित करवा दिया। लेकिन इसके बावजूद गांव के लोगों के मन में डर बना रहा कि कहीं दोबारा मूर्ति चोरी ना हो जाए। उनके इस डर को दूर करने के लिए भी पुलिस ने नया तरीका ढूंढ़ निकाला।और अंबेडकर की प्रतिमा के चारों और लोहे का एक पिंजरा बना दिया गया। तो वहीं ऐसा हाईटेक CCTV कैमरा भी लगा दिया गया है जो प्रतिमा के आसपास भी फटकने वाले अराजक तत्वों को तुरंत कैमरे में कैद कर लेगा और अगर पिंजरे को छूने की कोशिश भी की तो तुरंत सायरन बज उठेगा। जिससे गांव वाले अलर्ट हो जाएंगे। इतनी हाईटेक सुरक्षा के साथ ही बड़ी संख्या में सशस्त्र पुलिस बल की एक टुकड़ी भी तैनात की गई है। जो लगातार अंबेडकर की प्रतिमा की सुरक्षा में लगे हुए हैं। और आसपास होने वाले किसी भी मूवमेंट पर नजर रख रहे हैं।


एक तरफ जहां अंबेडकर की मूर्ति पिंजरे में कैद है। तो वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया पर एक और वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जहां एक अंबेडकर की मूर्ति पर छिड़े विवाद के बीच जब महिला पुलिसकर्मी ने ही लोगों की नसीहत देने लगीं कि। अगर इतना ही तुम्हारे अंदर अंबेडकर के लिए सम्मान है, तो अपनी खुद की जमीन पर मूर्ति लगाओ।

सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही इस वीडियो पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

ध्रुव त्रिपाठी नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा "ऐसे ही पुलिस की देश को जरूरत है ,आजकल मूर्ति के नाम पर जमीन कब्जाई जा रही है"

तुषार राय नाम के एक यूजर ने लिखा "आंबेडकर का सम्मान, अपनी जमीन पर इंतजाम, तुम्हारे अंदर आंबेडकर के लिए सम्मान है तो स्वयं की जमीन पर मूर्ति लगाओ, मूर्ति के नाम पर जमीन कब्जाई बंद करो"

राजू वाल्मीकि नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने तो लिख दिया " अगर ऐसे जाबांज सिपाही हर थाने में हो तो कोई माई का लाल नहीं होगा जो अंबेडकर की मूर्ति लगाकर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर सके, अगर अंबेडकर से इतना ही मोह है तो अपनी निजी जमीन पर लगाओ"

सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा ये वीडियो कहां का है इसकी जानकारी तो फिलहाल नहीं मिल सकी लेकिन एक महिला पुलिसकर्मी ने जिस तरह से अंबेडकर समर्थकों को अपनी निजी जमीन पर मूर्ति लगाने की नसीहत दी है। उनके बयान को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ इसी तरह से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। बहरहाल एक तरफ जहां पुलिस वाले अंबेडकर की मूर्ति की सुरक्षा कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ महिला पुलिस कर्मी ने जिस तरह से लोगों को अपनी जमीन पर अंबेडकर की प्रतिमा लगाने की नसीहत दी है। 
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