सुनीता विलियम्स की पृथ्वी पर वापसी में क्यों हो रही है देर? NASA का क्या है अपडेट?
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर की पृथ्वी पर वापसी एक बार फिर टल गई है। NASA ने घोषणा की है कि उन्हें मार्च 2025 से पहले वापस लाना संभव नहीं है। जून 2024 से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर मौजूद सुनीता का यह मिशन तकनीकी खामियों और स्पेसक्राफ्ट की जटिल तैयारियों के चलते आठ महीने से भी ज्यादा लंबा हो चुका है।
भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स की कहानी किसी रोमांचक फिल्म से कम नहीं लगती। लेकिन इस बार, उनकी पृथ्वी पर वापसी को लेकर NASA की घोषणाओं ने उत्सुकता और चिंता दोनों बढ़ा दी हैं। सुनीता और उनके साथी बुच विल्मोर, जो जून 2024 से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर हैं, अब मार्च 2025 से पहले धरती पर वापस नहीं आ पाएंगे। यह देरी न केवल तकनीकी खामियों के कारण हो रही है, बल्कि इसमें नए अंतरिक्ष यान की तैयारियों की जटिल प्रक्रिया भी शामिल है।
जून 2024 में सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट पर सवार होकर एक सप्ताह के मिशन पर ISS गए थे। लेकिन मिशन के दौरान ही स्टारलाइनर में तकनीकी खामियां सामने आईं। यान में हीलियम लीक और थ्रस्टर्स की खराबी जैसी गंभीर समस्याएं पाई गईं। इन दिक्कतों के कारण नासा और बोइंग के बीच लंबी खींचतान चली, और अंततः तय किया गया कि इस यान को बिना क्रू के पृथ्वी पर वापस लाया जाएगा।
NASA का अपडेट और SpaceX की भूमिका
नासा ने सुनीता और बुच को वापस लाने का जिम्मा एलन मस्क की कंपनी SpaceX को सौंपा। SpaceX के Crew-10 Dragon कैप्सूल के जरिए इन एस्ट्रोनॉट्स को पृथ्वी पर लाने की योजना थी। पहले यह मिशन फरवरी 2025 में लॉन्च होना था, लेकिन हालिया अपडेट में इसे मार्च 2025 तक टाल दिया गया है। NASA के अनुसार, इस बदलाव से नए स्पेसक्राफ्ट की टेस्टिंग और तैयारियों के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।
क्यों हो रही है देरी?
अंतरिक्ष अभियानों में देरी होना कोई नई बात नहीं है। NASA के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम मैनेजर स्टीव स्टिच ने बताया कि नए स्पेसक्राफ्ट की फैब्रिकेशन, असेंबली, और टेस्टिंग जैसी प्रक्रियाएं बेहद जटिल और समय लेने वाली होती हैं। इसके अलावा, ISS पर मौजूद पुराने क्रू को वापस लाने से पहले नए क्रू को लॉन्च करना जरूरी होता है। यह भी मिशन की देरी का एक बड़ा कारण है।
अंतरिक्ष में कैसे समय बिता रही हैं सुनीता?
अंतरिक्ष में समय बिताना किसी चुनौती से कम नहीं है। लेकिन सुनीता और बुच जैसे अनुभवी एस्ट्रोनॉट्स इसे उत्साह से जी रहे हैं। वे वैज्ञानिक प्रयोगों के अलावा, खुद को तनावमुक्त रखने के लिए फन एक्टिविटीज में भी शामिल होते हैं। उन्होंने 'थैंक्सगिविंग' फेस्टिवल अंतरिक्ष में मनाया और अब क्रिसमस की तैयारियां कर रहे हैं। इस खास मौके पर वे अपने परिवार और दोस्तों से वीडियो कॉल के जरिए जुड़ने की योजना बना रहे हैं।
अब ऐसा लग रहा है कि सुनीता और बुच को अंतरिक्ष में ही क्रिसमस और शायद नए साल का जश्न भी मनाना पड़ेगा। NASA की हालिया घोषणा के मुताबिक, Crew-10 Dragon कैप्सूल मार्च 2025 में लॉन्च होगा। लेकिन इसमें भी देरी हो सकती है। कुछ रिपोर्ट्स का दावा है कि सुनीता को अप्रैल 2025 की शुरुआत तक ISS पर रुकना पड़ सकता है।
सुनीता विलियम्स की इस कहानी ने अंतरिक्ष अभियानों की कठिनाइयों को फिर से उजागर किया है। यह सिर्फ एक मिशन की बात नहीं है, बल्कि इसमें शामिल हर तकनीक, तैयारी और इंसानी जज्बा इस बात का प्रमाण है कि अंतरिक्ष में हर कदम एक बड़ी चुनौती है।