Modi से टकराने वालीं Swara Bhaskar अब क्यों कह रहीं खुद को 'अछूत' ?
मोदी से टकरा कर पछता रही हैं स्वरा भास्कर
बात चाहे नागरिकता संशोधन कानून यानि सीएए के विरोध की हो या फिर अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर से नफरत की। स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) मोदी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ती हैं। राम मंदिर पर तंज मारते हुए तो स्वरा भास्कर ने यहां तक कह दिया था कि मंदिर वहीं बन रहा है, अस्पताल में बेड मांग कर शर्मिंदा ना करें। वो किस कदर पीएम मोदी से नफरत करती हैं,ये इसी बात से समझ सकते हैं कि स्वरा भास्कर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा भी निकाल चुकी हैं। किसी विपक्षी नेता की तरह हर मुद्दे पर मोदी सरकार से टकराते, टकराते, स्वरा भास्कर की हालत अब ऐसी हो गई है कि उन्हें बॉलीवुड वाले काम ही नहीं दे रहे हैं और ये बात खुद स्वरा भास्कर ने कनेक्ट सिने को दिये इंटरव्यू में कही है।उन्होंने बताया-
इंडस्ट्री में बहुत सारे प्रोड्यूसर्स के लिए मैं अछूत हो गई हूं और ये मेरे शब्द नहीं हैं, ये मेरे शुभचिंतकों के और डायरेक्टर्स, प्रोड्यूसर्स दोस्तों के शब्द हैं जिन्होंने कॉल करके मुझे बताया है कि वो मुझे कास्ट करना चाहते हैं, मगर स्टूडियो ने मेरा नाम सुनकर रिजेक्ट कर दिया, मेरी अपनी टीम समेत बहुत सारे लोग कहते हैं कि 'आपने गलत किया, अपना करियर खत्म कर लिया आपने ऐसा क्यों किया?, जो लोग मुझे प्यार करते हैं वो चिंता करते हुए ऐसा पूछते हैं क्योंकि उन्हें ये सब देखकर बुरा लग रहा होता है।
सोशल मीडिया पर मोदी विरोध में लिखने वालीं स्वरा भास्कर की इमेज अब एक कंट्रोवर्सियल एक्ट्रेस के रूप में बन गई है।फिल्म मेकर्स भी अब ये सोचने लगे हैं कि स्वरा भास्कर को कास्ट करके कौन बेवजह विवाद मोल ले। खुद स्वरा भास्कर ने इस बारे में बताया-
एक कास्टिंग डायरेक्टर ने मुझे बताया है कि कई बार उन्हें स्वरा जैसी एक एक्ट्रेस के लिए ब्रीफ मिल चुकी है लेकिन जब वो पूछती हैं कि उन्हें कास्ट क्यों नहीं किया जाता तो उसने बताया कि वो कहते हैं कि उसे कास्ट करने पर कंट्रोवर्सी होंगी।
बॉलीवुड फिल्मों से ज्यादा पीएम मोदी के खिलाफ जुबान खोलने की वजह से चर्चा में आईं स्वरा भास्कर को अब फिल्में मिलना बंद हो गईं हैं। बॉलीवुड में उनकी पहचान एक अछूत एक्ट्रेस के तौर पर बन गई है और ये बात खुद स्वरा भास्कर भी मानती हैं,लेकिन ये बात समझने में स्वरा भास्कर ने बहुत देर कर दी। क्योंकि अब वो चाहकर भी शायद ही अपनी पुरानी इमेज वापस हासिल कर पाएंगी।इतना ही नहीं फिल्म प्रोड्यूसर्स भी शायद ही उन्हें कास्ट करने का कोई जोखिम उठाएंगे,क्योंकि स्वरा भास्कर को कास्ट करने का मतलब है बैठे बिठाए फिल्म के खिलाफ विरोध झेलना। शायद यही वजह है कि कोई भी प्रोड्यूसर स्वरा भास्कर के साथ काम नहीं करना चाहता, इसीलिये स्वरा भास्कर ने खुद कहा मैं प्रोड्यूसर्स के लिए अछूत हो गई हूं। साल 2022 में आखिरी फिल्म जहां चार यार करने वालीं स्वरा भास्कर अब जिस तरह से फिल्में नाम मिलने का दुखड़ा रो रही हैं।