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क्या भारत में बांग्लादेशी मुसलमानों का टूटेगा कहर, मोदी को 24 घंटे का अल्टीमेटम ?

क्या भारत में बांग्लादेशी मुसलमानों का टूटेगा कहर, मोदी को 24 घंटे का अल्टीमेटम ?
क्या भारत में बांग्लादेशी मुसलमानों का टूटेगा कहर, मोदी को 24 घंटे का अल्टीमेटम ?

ऑल आईज ऑन ऱाफा ये शब्द पिछले दिनों आपने दुनिया के साथ साथ भारत में भी जोरो शोरों से सुना होगा।भारत के बुध्दीजीवी, खिलाड़ी, और फिल्मीस्तान की दुनिया ने राफा को बचाने के लिए हमास को बचाने के लिए खुब आंसू बहाए थे।गाजा में मारे जा रहे लोगों के लिए, बच्चों के वो बचाने के लिए छाती पीटने में उतारु थे, सड़को पर बैनर-पोस्टर लेकर, ट्विटर पर मानों जंग का माहोल था।लेकिन बांग्लादेश में आज बेकसूर हिंदुओं को जिंदा जलाया जा रहा है, महिलाओं के साथा गैंगरेप किया जा रहा है, लड़की के मरने के बाद उसका प्राइवेट पार्ट नोचा जा रहा है।लेकिन सारा बुध्दीजीवी गैंग, खिलाडी़, फिलमीस्तान चुप है, जूबान पर ताला है और उस ताले की चाबी मानों खो गई हो।

यहां एक और बात गौर करने वाली है, जब फिलीस्तीन पर हमला हो रहा था, तब भारत का ज्यादातर मुसलमान उसके पक्ष में खड़ा था।लेकिन आज जब हिंदू मारा जा रहा है, तब भारत का हिंदू मानों निंद्रा में है।लेकिन कुछ लोग है, जिनकी आंखे खुली है और वो जानते है कि अगर ऐसे ही सोते रहे तो फिर सोते ही रह जाएंगे और ऐसे लोग बांग्लादेश के समर्थन में खड़े है, मोदी सरकार से मांग भी कर रहे है कि बांग्लादेश में मारे जा रहे हिंदुओं के लिए को कोई कदम उठाए।अल्टीमेटम भी मोदी सरकार को दिया गया है।

शेख हसीना अगर भारत में ना होती तो शायद बांग्लादेश में हिंदू ना मारे जाते है। लेकिन जैसे शेख हसीना के प्राणो की रक्षा करना भारत की जिम्मेदारी है वैसे ही वहां के हिंदुओं की भी रक्षा करना भारत की प्राथमिकता होनी चाहिए।अब देखना मोदी सरकार आगे मोदी सरकार बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए क्या करते है।

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