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‘जिंदगी भर याद रखेंगे’, SC ने UP DGP को दे दी चेतावनी !

यूपी के डीजीपी को सुप्रीम कोर्ट की तरफ़ से चेतावनी दी गई है। कहा गया है कि ऐसा आदेश दे देंगे कि वो ज़िंदगी भर याद रखेंगे।
‘जिंदगी भर याद रखेंगे’, SC ने UP DGP को दे दी चेतावनी !

यूपी पुलिस के काम करने के तरीकों की चर्चा तो बाकी राज्यों में भी होती है। माना जाता है कि योगी सरकार का साफ़ निर्देश है कि जनता को कोई भी दिक्कत नहीं होनी चाहिए। योगी के आदेश के तहत ही यूपी पुलिस राज्य की सड़कों पर पेट्रोलिंग करती है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि कहीं कोई बहन-बेटी को परेशान तो नहीं कर रहा। आप सोचिए, यह योगी सरकार की सफलता ही तो है कि अपराध और अपराधी दोनों पर दिन-प्रतिदिन लगाम लगती जा रही है। यही योगी सरकार की सफलता का प्रतीक है कि दूसरी बार भी सत्ता में एक महंत को बिठाया गया।

लेकिन हाल ही में कुछ ऐसा हुआ जिसने यूपी पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए हैं। दरअसल, गैंगस्टर अनुराग दुबे की गिरफ्तारी से पहले जमानत अर्जी की सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जवल भुइयां ने बेहद सख्त टिप्पणी की। उन्होंने साफ़ तौर पर कह दिया कि ऐसा आदेश पारित करेंगे कि यूपी पुलिस के डीजीपी को ज़िंदगी भर याद रहेगा। आखिर गैंगस्टर अनुराग दुबे के मामले में ऐसा क्या हुआ कि सुप्रीम कोर्ट डीजीपी पर भड़क गया, यह आपको बताते हैं।

दरअसल, यह मामला गैंगस्टर अनुराग दुबे से संबंधित है, जिनके खिलाफ हत्या, ज़मीन हड़पने, जबरन वसूली और कई गंभीर अपराधों को लेकर 63 से अधिक एफआईआर दर्ज हैं। अनुराग के खिलाफ एनएसए, गुंडा एक्ट समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं। अनुराग के साथ-साथ उसके भाई के खिलाफ भी केस दर्ज है। इसी संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी पुलिस को जमकर फटकारा। जजों की पीठ ने कहा,

"आप उसके खिलाफ हर बार एक नई एफआईआर लेकर आते हैं। अभियोजन पक्ष कितने मामलों को बरकरार रख सकता है? ज़मीन हड़पने का आरोप लगाना बहुत आसान है। कोई व्यक्ति जिसने पंजीकृत बिक्री विलेख द्वारा ज़मीन खरीदी है, आप उसे ज़मीन हड़पने वाला कहते हैं। यह दीवानी विवाद है या फिर आपराधिक मामला? हम बता रहे हैं कि आप ख़तरनाक क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं और इसका आनंद ले रहे हैं।"

इसके बाद, जजों ने कहा, "अगर याचिकाकर्ता को छुआ गया, तो हम ऐसा आदेश पारित करेंगे कि डीजीपी को जिंदगी भर याद रहेगा। यूपी पुलिस सत्ता का आनंद ले रही है, उसे संवेदनशील बनाने की जरूरत है। यूपी पुलिस खतरनाक क्षेत्र में प्रवेश कर रही है। तथ्यों से जाहिर है कि याचिकाकर्ता दुबे पुलिस के समक्ष जांच में शामिल होने के लिए इसलिए पेश नहीं हो रहे क्योंकि उन्हें डर है कि उनके खिलाफ कोई अन्य मामला भी दर्ज कर लिया जाएगा।"

सुप्रीम कोर्ट की यह टिप्पणी यूपी पुलिस के खिलाफ बहुत कड़ी थी। उन्होंने यह भी कहा, "याचिकाकर्ता दुबे पुलिस के समक्ष पेश नहीं हो रहे क्योंकि उन्हें यह डर है कि यूपी पुलिस एक और झूठा मामला दर्ज करेगी और उन्हें वहां गिरफ्तार कर लेगी। आप अपने पुलिस महानिदेशक को बता सकते हैं कि जैसे ही याचिकाकर्ता दुबे को छुआ जाएगा, हम ऐसा कठोर आदेश पारित करेंगे कि उन्हें पूरी जिंदगी याद रहेगा।"

सुप्रीम कोर्ट की तरफ़ से यूपी के डीजीपी को फटकार लगाए जाने के बाद विरोधी दल के नेता जमकर बयानबाज़ी कर रहे हैं।

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