क्या भारत और कतर के बीच होगी नई साझेदारी? अमीर शेख तमीम की भारत यात्रा पर सबकी नजरें
भारत-कतर संबंधों को नई ऊंचाई देने के लिए कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी दो दिवसीय राजकीय दौरे पर भारत पहुंचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद दिल्ली एयरपोर्ट पर जाकर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया, जो इस यात्रा के महत्व को दर्शाता है।

भारत की राजधानी दिल्ली में सोमवार की देर शाम इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक ऐतिहासिक क्षण देखा गया, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी का स्वागत किया। इस उच्चस्तरीय स्वागत ने दोनों देशों के बीच मजबूत होते संबंधों को और गहरा कर दिया है।
जब कतर के अमीर का विमान दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरा, तो वहां एक खास माहौल बना हुआ था। भारत की ओर से न केवल औपचारिक स्वागत किया गया, बल्कि पीएम मोदी खुद हवाई अड्डे पर पहुंचे, जो दर्शाता है कि यह यात्रा कितनी महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी ने अमीर शेख तमीम से गर्मजोशी से हाथ मिलाया और दोनों नेताओं के बीच मित्रता और आपसी सम्मान की झलक देखने को मिली। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुलाकात को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर भी एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने लिखा "अपने भाई, कतर के अमीर महामहिम शेख तमीम बिन हमद अल थानी का स्वागत करने के लिए हवाई अड्डे पर गया। भारत में उनके सफल प्रवास की कामना करता हूं और मंगलवार को होने वाली हमारी मुलाकात की प्रतीक्षा कर रहा हूं।"
भारत-कतर रिश्तों का नया दौर
कतर के अमीर अपने दो दिवसीय राजकीय दौरे पर भारत आए हैं। उनके साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी शामिल है, जिसमें मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल मौजूद है। यह दौरा भारत और कतर के बीच कूटनीतिक, आर्थिक और व्यापारिक रिश्तों को और मजबूत करने के उद्देश्य से हो रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले मार्च 2015 में भी कतर के अमीर भारत के दौरे पर आए थे। तब से अब तक दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग, ऊर्जा व्यापार और सामरिक संबंधों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है।
क्या रहेगा इस दौरे का एजेंडा?
कतर के अमीर का 18 फरवरी को राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया जाएगा, जहां वे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करेंगे। इसके बाद राष्ट्रपति भवन में उनके सम्मान में विशेष भोज का आयोजन किया जाएगा। सबसे महत्वपूर्ण मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कतर के अमीर के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी। इस दौरान दोनों नेता व्यापार, निवेश, ऊर्जा, रक्षा, प्रौद्योगिकी, और सांस्कृतिक संबंधों को लेकर अहम फैसले ले सकते हैं।
भारत और कतर के बीच मैत्री, विश्वास और पारस्परिक सम्मान के गहरे ऐतिहासिक संबंध हैं। हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, संस्कृति और लोगों के आपसी संबंधों में तेजी से विकास हुआ है। कतर भारत के लिए एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार है और खासतौर पर ऊर्जा क्षेत्र में दोनों देशों के बीच मजबूत गठबंधन है।भारत, कतर से सबसे अधिक LNG (तरलीकृत प्राकृतिक गैस) आयात करता है, जिससे उसकी ऊर्जा जरूरतें पूरी होती हैं। कतर में करीब 7 लाख भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो वहां की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। दोनों देशों के बीच व्यापारिक सहयोग हर साल बढ़ रहा है, और इस बार की यात्रा से इसमें और इजाफा होने की उम्मीद है।
भविष्य के संभावित समझौते
इस दौरे के दौरान भारत और कतर नई ऊर्जा साझेदारी, व्यापारिक समझौतों और रक्षा सहयोग पर चर्चा कर सकते हैं। कतर भारत में बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में निवेश कर सकता है, जिससे दोनों देशों के बीच आर्थिक साझेदारी और मजबूत होगी। पीएम मोदी द्वारा व्यक्तिगत रूप से एयरपोर्ट पर जाकर कतर के अमीर का स्वागत करना यह दर्शाता है कि भारत गल्फ देशों के साथ अपने संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहता है। हाल ही में भारत ने यूएई और सऊदी अरब के साथ कई बड़े व्यापारिक समझौते किए थे। अब कतर के साथ भी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने की कोशिश की जा रही है। इस यात्रा से गल्फ क्षेत्र में भारत की पकड़ और मजबूत हो सकती है।
कतर के अमीर की इस यात्रा से भारत और कतर के राजनीतिक और आर्थिक रिश्तों में नया मोड़ आ सकता है। यह सिर्फ एक औपचारिक यात्रा नहीं, बल्कि भारत के लिए गल्फ देशों के साथ संबंधों को नई दिशा देने वाला कदम साबित हो सकता है। अब देखना होगा कि इस उच्चस्तरीय मुलाकात से भारत और कतर के संबंधों को कितना नया आयाम मिलता है। क्या इस यात्रा से व्यापार और निवेश में नई संभावनाएं खुलेंगी? क्या भारत और कतर मिलकर ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्र में बड़ी साझेदारी कर सकते हैं? इन सभी सवालों के जवाब अगले दो दिनों में मिल जाएंगे!