यूपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू, समाजवादी पार्टी के विधायकों ने किया प्रदर्शन
यूपी के विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शूरता से पहले समाजवादी पार्टी के विधायकों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करते हुए संभल हिंसा का ज़िम्मेदार प्रदेश सरकार को ठहराया है।
उत्तर प्रदेश में एक तरफ़ मौसम के बदलते मिज़ाज के साथ ठंड बढ़ रही है वही इसके विपरीत दूसरी तरफ़ से सूबे के सियासी माहौल की तपिश भी बढ़ने के पूरे आसार है। क्योंकि सोमवार से यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो रही है। इस सत्र में हंगामे के पूरे आसार नज़र आ रहे है। क्योंकि विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने पहले ही इस बात का एलान कर दिया था कि सदन में समाजवादी पार्टी प्रदेश में बढ़ते साम्प्रदायिक तनाव और ख़ासतौर पर संभल की स्थिति पर चिंता जताएगी।वही सत्र की शुरुआत से पहले विधानमंडल के बाहर समाजवादी पार्टी के विधायकों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करते हुए संभल हिंसा का ज़िम्मेदार प्रदेश सरकार को ठहराया है।
नेता प्रतिपक्ष ने जैसा जिस तरह का एलान किया था विधानसभा सत्र को लेकर ठीक उसी तरह की स्थिति पहले दिन देखने को मिली। जब समाजवादी पार्टी के नेताओं ने सदन के बाहर क़ानून व्यवस्था सेमत कई मुद्दों को लेकर सरकार के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया। यही स्थिति बता रही है की सदन के अंदर भी जमकर पक्ष-विपक्ष के बीच जमकर बहस देखने को मिल सकती है। बताते चले कि शीतकालीन सत्र से पहले ही विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए पूरी तरह से तैयारी कर ली थी। इस सत्र में संभल,बहराइच हिंसा के साथ बिजली के निजीकरण, क़ानून व्यवस्था और किसानों के मुद्दे को लेकर सदन के अंदर विपक्ष सरकार पर हमलवार रहेगा।
विधानसभा सत्र में पेश होगा अनुपूरक बजट
विधानसभा के शीतकालीन सत्र में यूपी सरकार अनुपूरक बजट भी पेश करेगी। उम्मीद है कि सरकार के वित्त मंत्री 17 दिसंबर को अनुपूरक बजट पेश करेंगे और 18 दिसंबर को बजट पर चर्चा के साथ इसके पारित होने की संभावना भी जताई जा रही है।सूत्र के मुताबिक़ यूपी सरकार 12-15 हज़ार करोड़ के बीच राज्य का अनुपूरक बजट हो सकता है। वही सरकार के तमाम मुद्दे को लेकर मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी के अलावा कांग्रेस भी घेरने की तैयारी में है। कांग्रेस ने 18 दिसंबर को विधानसभा घेराव करने वाली है।
सत्र से पहले मुख्यमंत्री योगी ने क्या कहा ?
वही विधानसभा सत्र की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ इस सत्र में सदन के अंदर मौजूद सभी पक्षों के साथ सकारात्मक चर्चा की उम्मीद है। जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होना सबसे ज़्यादा ज़रूरी होता है। हमारी सरकार चर्चा के लिए पूरी तरह से तैयार है। सरकार अनुपूरक बजट भी पेश करेगी। वही सदन के सत्र की शुरुआत से पहले विधानमंडल के बाहर समाजवादी पार्टी के विधायकों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करते हुए संभल हिंसा का ज़िम्मेदार प्रदेश सरकार को ठहराया है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का एलान
विधानसभा सत्र की शुरात से पाहले ही समाजवादी पार्टी के नेता और सदन में नेताप्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने कहा है कि सदन में हमारी पार्टी क़ानून व्यवस्था, किसानों से जुड़े मुद्दे के साथ-साथ सबसे अहम संभल के मुद्दे को ज़रूर उठाएगी।
ग़ौरतलब है कि इससे पहले शीतकालीन सत्र को लेकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इस दौरान सतीश महाना ने सभी से सदन को चलने देने और जनता से सीधेतौर पर जुड़े मुद्दों को उठाने की अपील की थी।