बेंगलुरु अपार्टमेंट में महिलाओं ने किया ओणम के पुक्कलम का अपमान, वीडियो वायरल
ओणम के त्योहार के दौरान फूलों की रंगोली पुक्कलम के अपमान का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस घटना ने लोगों के बीच आक्रोश और बहस को जन्म दिया है। घटना के वीडियो में कुछ महिलाओं को एक खूबसूरत पुक्कलम को नष्ट करते हुए देखा गया, जिसे अपार्टमेंट के निवासियों ने मिलकर बड़ी मेहनत से बनाया था।
बेंगलुरु के एक अपार्टमेंट में ओणम के त्योहार के दौरान फूलों की रंगोली पुक्कलम के अपमान का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया प्लेटफोर्म पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में, एक महिला को अपार्टमेंट के प्रांगण में बने सुंदर पुक्कलम को जानबूझकर खराब करते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में दिख रहा है कि ये महिलाएं बिना किसी झिझक के फूलों को बिखेर रही हैं और पुक्कलम के डिज़ाइन को बिगाड़ रही हैं। इस हरकत को देखकर वहां मौजूद लोग और इस वीडियो को देखने वाले सभी लोग आक्रोश में है।
दरअसल इस घटना के सामने आने के बाद, सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। लोगों ने महिला द्वारा किए गए इस कृत्य को न केवल अपमानजनक बताया, बल्कि इसे संस्कृति और परंपराओं का अपमान भी करार दिया। आपको बता दे कि दूरदर्शन के वरिष्ठ पत्रकार अशोक श्रीवास्तव ने भी इस वीडियो को रिपोस्ट किया है। और अब तक इस वीडियो को ढाई लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोग महिलाओं के इस व्यवहार की निंदा कर रहे हैं और अपार्टमेंट एसोसिएशन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
हालांकि कुछ लोगों का मामना है कि ओणम के दौरान पुक्कलम को खराब करना केवल फूलों को बिखेरना नहीं है, बल्कि यह सांस्कृतिक महत्व और समाज की एकजुटता के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। ओणम के पुक्कलम में शामिल प्रत्येक फूल और उसकी रंगत किसी न किसी संदेश का प्रतीक होती है। यह केरल की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और उसके लोगों की भावनाओं का दर्पण है। इसे खराब करना न केवल आयोजकों के प्रयासों का अपमान है, बल्कि एक पूरे समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाना है।
आपको बता दें कि ओणम केरल का प्रमुख पर्व है, जिसे हर साल बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार मुख्य रूप से राजा महाबली के स्वागत में मनाया जाता है, जिन्हें केरल के लोगों के द्वारा बहुत सम्मान और श्रद्धा से याद किया जाता है। इस पर्व के दौरान घरों को फूलों की रंगोली से सजाया जाता है, जिसे 'पुक्कलम' कहते हैं। पुक्कलम सुंदरता, समृद्धि और एकता का प्रतीक होता है। यह केवल एक सजावट नहीं है, बल्कि यह पूरे समुदाय के एक साथ आने और अपनी संस्कृति का उत्सव मनाने का तरीका है।
ऐसे में इस घटना ने सभी की भावनाओं को आहत किया, और यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हमारे व्यवहार का असर केवल हमारे तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह पूरे समाज पर भी पड़ता है। ऐसे में हमें सोच-समझकर कदम उठाने की जरूरत है, ताकि हम अपने समाज में सौहार्द और सम्मान का माहौल बना सकें।