Bangladesh में मारे जा रहे हिंदुओं पर Yogi, Akhilesh और Mayawati ने तोड़ी चुप्पी !
Bangladesh में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर यूपी की पूर्व सीएम और बीएसपी सुप्रीमो मायावती तो इस कदर गुस्से में हैं कि उन्होंने सीधे मोदी सरकार से दखल देने की मांग कर दी तो वहीं अखिलेश और योगी ने क्या कहा ?
जिस बांग्लादेश का अस्तित्व ही भारत के रहमो करम पर हो।उस बांग्लादेश के हालात एक दिन ऐसे हो जाएंगे कि हिंदुओं को ही सरेआम मारा जाएगा। उनके मंदिरों को तोड़ा जाएगा। शायद भारत ने इसकी कल्पना भी नहीं की होगी। लेकिन दुर्भाग्य से बांग्लादेश में आज यही हो रहा है। जहां मुस्लिम कट्टरपंथियों ने पूरे देश पर कब्जा कर लिया है। और चुन चुन कर हिंदुओं को मारा जा रहा है। जिससे भारत में भी जबरदस्त गुस्सा देखा जा रहा है। यूपी की पूर्व सीएम और बीएसपी सुप्रीमो मायावती तो इस कदर गुस्से में हैं कि उन्होंने सीधे मोदी सरकार से दखल देने की मांग कर दी।
दरअसल दंगाइयों के खौफ से जबसे शेख हसीना बांग्लादेश छोड़ कर गईं हैं। ऐसा लग रहा है बांग्लादेश हिंदुओं के लिए जहन्नुम बन गया है। जहां पिछले कई महीनों से हिंदुओं को मारा पीटा जा रहा है। हालात ऐसे हो गये हैं कि अब तो साधु संत भी सुरक्षित नहीं हैं। कुछ ही दिनों पहले इस्कान मंदिर के संत चिन्मय दास की गिरफ्तारी से हालात और ज्यादा बिगड़ गये हैं। उनके समर्थन में सड़क पर उतरे हिंदुओं को मारा पीटा जा रहा है। पड़ोसी मुल्क में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ अब बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी आवाज उठाई है। उन्होंने सोशल मीडिया पर किये गये एक पोस्ट में मोदी सरकार से गुहार लगाते हुए कहा है कि।"पड़ोसी देश बांग्लादेश में तख्ता पलट होने के बाद वहां नई सरकार में खासकर हिन्दू अल्पसंख्यकों पर हो रही हिंसा व जुल्म-ज्यादती आदि तथा उससे वहां बिगड़ते हालात अति-दुखद व चिन्ताजनक, इसको लेकर भारत के लोगों में काफी आक्रोश, सरकार इस पर संसद में वक्तव्य दे और उचित कदम भी उठाए"
बांग्लादेश के हालात पर भारत सरकार भी पूरी नजर बनाए हुए है। लेकिन मायावती चाहती हैं कि बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। उस पर खुद पीएम मोदी संसद में आएं और बयान दें। जिससे भारत ही नहीं बांग्लादेशी हिंदुओं को भी लगे कि हां भारत सरकार उनके साथ है। इतना ही नहीं मायावती ने तो पीएम मोदी से इस मसले पर कदम उठाने की मांग भी की है। अब देखना ये है कि पीएम मोदी इस मसले पर संसद में कब बयान देते हैं।
योगी ने भी उठाई आवाज
यूपी की पूर्व सीएम मायावती से पहले सीएम योगी भी बांग्लादेश के हालात पर बयान दे चुके हैं। कुछ ही महीनों पहले सीएम योगी ने भी बांग्लादेश के हालातों पर चिंता जताते हुए हिंदुओं से एकजुट हो जाने की अपील की थी। और कहा था अगर हम बांग्लादेश की घटना से सीखने की जरूरत है। जो देश इतिहास की गलतियों सबक नहीं सीखता है उसके उज्जवल भविष्य पर भी ग्रहण लगता है।
यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बांग्लादेश के मुद्दे पर हिंदुओं के लिए आवाज उठाते हुए मांग की है कि भारत सरकार को इसकी चिंता करनी चाहिए। अगर हमारे साधु संतों का भी सम्मान नहीं कर पा रही है तो ये क्या ताकतवर सरकार है।
मायावती। अखिलेश यादव। योगी आदित्यनाथ जैसे तमाम नेता लगातार बांग्लादेश सरकार पर बयान दे रहे हैं।और हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। तो वहीं आपको बता दें इसी बीच ये भी खबर आ रही है कि बांग्लादेशी हिंदुओं की सबसे बड़ी आवाज चिन्मय दास को जबसे देश द्रोह के आरोप में जेल भेजा गया है। उनकी रिहाई की मांग को लेकर सड़कों पर भारी संख्या में हिंदू सड़कों पर उतरे हुए हैं। जिन्हें निशाना बनाने के लिए खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक दस हजार से भी ज्यादा आतंकियों को उतार दिया गया है। ये सारे आतंकी जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश जैसे खूंखार आतंकी संगठन के बताए जा रहे हैं जिस पर भारत ने साल 2019 में ही बैन लगाया हुआ है। और अब यही आतंकी बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं। बहरहाल बांग्लादेश में लगातार बिगड़ रहे हालात को देखते हुए क्या मोदी सरकार को दखल देना चाहिए।