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Yogi ने आतंकवादियों का ऐसा इलाज बताया कि सुनकर रूह कांप जाएगी !

दुनिया के किसी भी कोने में आतंकवादी वारदात होती है यही ज्ञान दिया जाता है आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता और ये ज्ञान तो आपने भी कभी ना कभी जरूर सुना होगा लेकिन सीएम योगी ने इन आतंकवादियों का ऐसा इलाज बताया जिसे सुनकर आतंकियों की भी रूह कांप जाएगी !
Yogi ने आतंकवादियों का ऐसा इलाज बताया कि सुनकर रूह कांप जाएगी !
अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुआ भीषण आतंकी हमला हो। या फिर भारत के मुंबई में हुआ आतंकी हमला। जब भी दुनिया के किसी भी कोने में आतंकवादी वारदात होती है। यही ज्ञान दिया जाता है। आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता। और ये ज्ञान तो आपने भी कभी ना कभी जरूर सुना होगा। लेकिन बात जब उत्तर प्रदेश की सत्ता संभालने वाले भगवाधारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आती है। तो वो एक ऐसे भगवाधारी नेता हैं जो डंके की चोट पर बात करते हैं और पूरी दुनिया को बताते हैं कि आतंकवादियों का भी धर्म होता है।अगर धर्म नहीं होता तो उनके जनाजे में फातिहा नहीं पढ़ी जाती।

दरअसल सीएम योगी देश के बाकी नेताओं की तरह नहीं है। वो एक ऐसे नेता हैं जो डंके की चोट पर अपनी बात रखना अच्छी तरह से जानते हैं। यही वजह है कि कुछ ही दिनों पहले जब एक न्यूज चैनल पर उनसे कहा गया कि दंगा शुरू करने वाला ना हिंदू होता है ना मुसलमान जिस पर सीएम योगी ने भी बेबाक अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि। "क्या बात कर रहे हैं आप ? फिर तो लोग कह देंगे कि ISIS के साथ लड़ने वाले लोग ना हिंदू हैं ना मुसलमान हैं फिर उनके लिए फातिहा क्यों पढ़ा जा रहा है ? आप कहते हैं कि आतंकवाद की कोई जाति नहीं होती और रामजन्मभूमि पर हमला करने वाले आतंकवादी जब वहां सुरक्षाबलों के हाथों मारे जाते हैं तो उनके लिए फातिहा पढ़ा जाता है, जिस तरह से अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को समुद्र में डाल दिया उसका पता ही नहीं लगा वैसा ही व्यवहार उनके साथ क्यों नहीं किया जाता ? जब उनकी कोई जाति नहीं, कोई मजहब नहीं, धर्म नहीं तो उनके साथ उसी तरह का व्यवहार करिये, क्यों फिर उन्हें मजहब के दायरे में कैद कर देते हैं"



बात यहीं खत्म नहीं होती। गुस्से से लाल सीएम योगी आदित्यनाथ ने तो यहां तक कह दिया कि "जब आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं, कोई मजहब नहीं तो फिर उनके साथ उसी तरह का व्यवहार करिये, मिट्टी का तेल छिड़ कर आग लगा दीजिये और फेंक दीजिये उसको जिससे उसका पता ही ना लगे, फिर ये चीजें अपने आप समाप्त हो जाएंगी"

सीएम योगी का ये बयान बता रहा है कि वो किस मिजाज के मुख्यमंत्री हैं। जो  लोग बोलते हैं आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। ऐसे लोगों को तो योगी ने उधेड़ कर रख दिया और अच्छे से समझा भी दिया कि जब आतंकवादियों का कोई मजहब नहीं होता तो फिर उनके लिए फातिहा क्यों पढ़ी जाती है। और ये बात भी सीएम योगी ने यूं ही नहीं कही है। पूरा देश जानता है जब कश्मीर में आतंकवादी बुरहान वानी को सेना के जवानों ने जहन्नुम पहुंचाया तो उसके जनाजे में भीड़ उमड़ पड़ी थी। यहां तक कि संसद पर हमला करने वाला आतंकवादी अफजल गुरु जब फांसी के फंदे पर लटकाया गया तो उसके लिए भी लोगों ने आंसू बहाये।और राजधानी दिल्ली के जेएनयू में तो नारे लगाए गये कि अफजल हम शर्मिंदा हैं तेरे कातिल जिंदा हैं। बात यहीं खत्म नहीं होती। लेबनान में मारे गये आतंकी नसरल्लाह के लिए भी हिंदुस्तान में कुछ कट्टरपंथी मुसलमानों के दिलों में दर्द होने लगा था और उसके लिए भी यहां के कुछ कट्टरपंथी मुसलमानों ने सड़क पर उतर कर मातम मनाया था। यही वजह है कि सीएम योगी ने सवाल उठाया कि जब आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता तो फिर उनके लिए फातिहा क्यों पढ़ी जाती है। उन्हें तो मिट्टी का तेल छिड़क कर जला देना चाहिए। 
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