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BJP की बी टीम से लेकर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी के मुद्दे पर AIMIM प्रवक्ता हाजी रंगरेज से NMF न्यूज़ के तीखे सवाल

AIMIM का हर मुद्दे पर अपना अलग स्टैंड है। ओवैसी हर मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हैं। वहीं ओवैसी की पार्टी पर बीजेपी की बी टीम होने का भी आरोप लगता है। इसी बीच AIMIM के प्रवक्ता हाजी मेहरदीन रंगरेज के साथ NMF News ने अपने पॉडकास्ट में ख़ास बातचीत की।
लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुए और इसके नतीजे बिल्कुल उलट रहे। जम्मू-कश्मीर में बीजेपी हारी तो वहीं, हरियाणा में बीजेपी जीत गई। ऐसे में AIMIM के नेताओं का कहना है कि जो लोग ये कहते हैं कि मजलिस सिर्फ़ वोट काटने का काम करती है। और मजलिस की वजह से बीजेपी जीतती है। ऐसे लोगों को ये बताना चाहिए कि हरियाणा में बीजेपी कैसे जीत गई? क्योंकि हरियाणा में AIMIM ने चुनाव नहीं लड़ा था। इसके अलावा AIMIM वक़्फ़ बोर्ड को लेकर भी मोर्चा सँभाले हुई है। इसी बीच AIMIM के महासचिव और प्रवक्ता हाजी मेहरदीन रंगरेज के साथ NMF न्यूज़ ने कई मुद्दों पर बातचीत की। पेश है उस बातचीत के कुछ अंश।

सवाल- लोकसभा के बाद दो राज्यों हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में चुनावी नतीजे आए। नतीजों पर क्या कहेंगे?

जवाब - देखिए, अभी जो लोकसभा के चुनाव हुए, और बैसाखी की जो सरकार बनी केंद्र में. अब जो है एंटीकंबेंसी इतनी थी हरियाणा में तो कांग्रेस के आपसी जो नेता थे हरियाणा में। तीन-तीन मुख्यमंत्री बनने के जो दावेदार थे. इसकी वजह से उन्हें नुक़सान हुआ है. इसकी वजह से वहाँ कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई. और लगातार जो ये कहा जाता है कि AIMIM बीजेपी की बी टीम है. अब तो हम चुनाव नहीं लड़े हरियाणा में फिर वहाँ बीजेपी कैसे जीत गई. जो राजनीति बीजेपी करती है. शमशान और क़ब्रिस्तान की. उसी राजनीति पर अब कांग्रेस आ गई है. असल कांग्रेस की बीजेपी की बी टीम है.

सवाल- अगर कांग्रेस ही बीजेपी की बी टीम है, तो फिर आप कांग्रेस के साथ महाराष्ट्र में गठबंधन क्यों करना चाहते हैं।

जवाब- देखिए, गठबंधन तो एक राजनीतिक वो होता है. बस हम नहीं चाहते कि हमारे आपस में लड़ने की वजह से बीजेपी जीत जाए. इसलिए गठबंधन होते हैं कि इन्हें रोका जाए किसी भी तरह. इसलिए इम्तियाज़ ज़लील ने पहल की लेकिन अभी तक कुछ फ़ाइनल नहीं हुआ है।

सवाल- मतलब राजनीतिक फ़ायदे के लिए आप किसी भी हद तक समझौता करेंगे?

जवाब- देखिए, राजनीतिक फ़ायदे की बात नहीं है. असल बात है कि हमें भाजपा को रोकना है. 

सवाल- फिर तो ये दोहरी बात हो जाएगी, लोग कहेंगे कि देखिए ये कहते हैं कि कांग्रेस बीजेपी की बी टीम है. और इसी बी टीम के साथ ये गठबंधन कर रहे हैं. जैसे PDP के साथ जम्मू-कश्मीर में बीजेपी ने किया था. फिर आप में और उनमें फ़र्क़ क्या रह जाएगा?

जवाब- नहीं, हम तो भाजपा को रोकने के लिए कर रहे हैं न सब कुछ। और हमने अभी प्रपोज़ल दिया है उद्धव गुट को अब देखते हैं उसमें तो लम्बी चर्चा होगी. देखते हैं आगे पार्टी क्या फ़ैसला करती है. 

सवाल- महाराष्ट्र में AIMIM की तरफ़ से इम्तियाज़ ज़लील उभरकर सामने आ रहे हैं. महाराष्ट्र में AIMIM का नेतृत्व कर रहे हैं. क्या आपको लगता है कि महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन में शामिल होने की पहल को इम्तियाज़ ज़लील पूरा कर पाएँगे? 

जवाब- बिल्कुल, हम यही डिमांड कर रहे हैं. कि अगर 25 सीटें हमें लड़ने के लिए मिलती है तो हम गठबंधन करेंगे. पाँच प्रत्याशियों के नाम अब तक वहाँ डिक्लियर हो चुके हैं. आप दूसरे पार्टियों को देख लिजिए वो मुसलमानों के वोट लेते तो हैं. लेकिन जब मुसलमान के पैंगबर की बात होती है तो वो कुछ नहीं कर पाते.

सवाल- पैगंबर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी को लेकर जो विवाद चल रहा है. उस पर आप क्या कहेंगे?

b - देखिए, मैं तो लगातार यही कह रहा हूँ. सारे टीवी चैनल पर हम जाते हैं. डिबेट में बात रखते हैं. मेरा कहना यही है कि शुरूआत नूपुर शर्मा ने की थी. एक टीवी शो के दौरान पैगंबर साहब के बारे अभद्र टिप्पणी की गई. फिर उसके बाद राजगिरी एक हैं मैं उनका नाम भी नहीं लेना चाहता. जो साधूँ संत बनकर देश में इस तरह की वाहियात बात करते हैं. ग़ाज़ियाबाद का एक और व्यक्ति है जो ख़ुद को साधूँ संत कहता है. उसने भी वाहियात बात की है. ये लगातार जहां-जहां भी इस तरह की बातें हो रही हैं. वहाँ पर भाजपा की सरकार है. और उनके ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं होती. अगर यही हम किसी हिंदू भाई के भगवान के बोलेंगे तो हमारे ऊपर कार्रवाई भी होगी, एफआईआर भी होगा, एनएसए के तहत जेल में भी डाले जाएँगे. घर पर बुलडोज़र भी चलेगा. 

सवाल- मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी का जो मामला है. सबसे पहले तो जो लोग भी ऐसा करते हैं. उन्हें नहीं करना चाहिए. किसी भी धर्म के आस्था और मान्यता को ठेस नहीं पहुँचाना चाहिए. लेकिन आपने धार्मिक किताब में पढ़ा होगा. जब भी मोहम्मद साहब रास्ते से गुजरते थे तो एक बुढ़िया उनके ऊपर कुढ़ा फेंकती थी. जब एक दिन वो बुढ़िया बीमार हुई तो मोहम्मद साहब उसका हाल-चाल पूछने उसके घर गए. ठीक ऐसे ही मोहम्मद साहब तायफ नाम की जगह पर गए थे तो उनके विरोधियों ने उनके ऊपर पत्थर बरसाएँ लेकिन मोहम्मद साहब ने उन्हें कुछ नहीं कहा. जब मोहम्मद साहब नमाज़ पढ़ते थे तो उनके विरोधी उनके ऊपर गंदगी फेंक देते थे. इतना सताए जाने के बाद भी मोहम्मद साहब ने कभी ग़ुस्सा नहीं दिखाया, हिंसा नहीं दिखाई, सब्र और शांति बनाए रखा. मोहब्बत से पेश आए. लेकिन जो सिर तन से जुदा करने की बात करते हैं. उन्हें आप कैसे देखते हैं?

जवाब- देखिए सिर तन से जुदा करने का जो नारा है, वो इस्लामिक नारा नहीं है. उसके लिए कई फ़तवे भी दिए गये हैं. और कहा है कि ग़लत है. सिर तन से जुदा कोई नारा इस्लाम में नहीं है. कोई भी ऐसा नारा लगाता है तो हम उसका कंडेम करते हैं. 

सवाल- आरोप लगते हैं कि असददुद्दीन ओवैसी अपने बयानों से मुसलमानों को बीजेपी से डराने का काम करते हैं? ये सब कुछ वोट बैंक के लिए किया जाता है. 

जवाब- नहीं बैरिस्टर साहब डराते नहीं कभी किसी को, वो तो जगाते हैं. अभी आप देख रहे हैं. कि लोकसभा में 24 मुस्लिम एमपी हैं. लेकिन वहाँ सिर्फ़ एक ही आवाज़ है जो बेबाक़ी से हर मुद्दे को उठाती है. और वो ओवैसी साहब हैं.  

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