रात में कैसे बढ़ जाता है वोटिंग प्रतिशत? राहुल गांधी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने दिया जवाब
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में इलेक्शन कमीशन पर घपला करने का आरोप लगाया था. दावा किया था कि 50 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों में वोटर जोड़े गए ताकि बीजेपी को फायदा पहुंचाया जा सके. रात में अचानक वोटिंग प्रतिशत बढ़ा दिया गया. ये भी दावा किया कि जिन इलाकों में वोटर बढ़े, उनमें से ज्यादा सीटों पर बीजेपी जीती. अब मुख्य चुनाव आयुक्त ने राहुल गांधी के हर एक सवाल का जवाब दिया है. बताया कि वोटिंग के दिन कैसे मत प्रतिशत जोड़ा जाता है. कैसे रात में बढ़ जाता है? शायराना अंदाज में उन्होंने कहा, शक का इलाज हकीम के पास भी नहीं होता.
जबसे राहुल गांधी नेता विपक्ष बने हैं। तबसे उनके बयान कांग्रेस के लिए ही जी का जंजाल बन रहे हैं। क्योंकि जनाब मैदान में आते हैं। झूठ फैलाकर ख़ुद तो फँसते ही पार्टी को भी फँसा जाते हैं। इस बार राहुल गांधी के झूठ पर चुनाव आयोग ने ऐसा एक्शन लिया। राहुल गांधी के साथ साथ सोनिया गांधी के हाथ पाँव फूल गए। हुआ ये कि जब कांग्रेस जम्मू कश्मीर के बाद हरियाणा में हारी। महाराष्ट्र के साथ साथ झारखंड में हारी तुरंत राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर ठीकरा फोड़ते हुए EVM के खिलाफ चिल्लाना शुरू कर दिया। हैरानी की बात तो ये है कि राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर ही घपले का आरोप मढ़ दिया। दावा किया कि 50 से ज़्यादा विधानसभा क्षेत्रों में वोटर जोड़े गए ताकि बीजेपी को फायदा पहुँचाया जा सके।रात में अचानक वोटिंग प्रतिशत बढ़ा दिया गया।जिन इलाकों में वोटर बढ़े, उनमें से ज़्यादा सीटों पर बीजेपी जीती।
ना सबूत दिखाई। ना गवाह बताए। और राहुल गांधी ने बेवजह मनगढ़ंत आरोप चुनाव आयोग के साथ साथ बीजेपी पर लगाए। ये आरोप अब राहुल गांधी के लिए काल बन गए हैं।क्योंकि एक्शन में आए चुनाव आयोग ने एक झटके में राहुल गांधी को आईना दिखाते हुए कुछ आँकड़े पेश किए। एक वीडियो दिखाया। और राहुल गांधी को मुंहतोड़ जवाब देते हुए शायराना अंदाज में कहा "शक का इलाज हकीम के पास भी नहीं होता। ईवीएम से छेड़छाड़ के सभी आरोप निराधार हैं। EVM मतगणना के लिए पूर्णतया सुरक्षित हैं। हम अब इसलिए कह रहे हैं क्योंकि चुनाव के समय हम इस बारे में बात नहीं करते। ईवीएम में लगा VVPAT यह सुनिश्चित करता है कि जिसे वोट दिया गया है, उसे ही मिल रहा हो। यह बिल्कुल सही है और इसे कोई भी चेक कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने भी 42 बार कहा है कि इवीएम को हैक नहीं किया जा सकता। पोलिंग अधिकारी ईवीएम सील करते हैं, तब सब पार्टी के एजेंट होते हैं। ऐसे में किसी गलती होने की संभावना असंभव है।
चुनाव आयोग ने आंकड़े दिखाते और समझाते कांग्रेस के आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर दिया है। बता दिया है कि कैसे वोटिंग के दौरान आकड़ं जुटाए जाते हैं। और उन्हें बदलना असंभव है। चुनाव आयोग ने खुलासे से कांग्रेसियों को बोलती बंद कर दी है। खैर ये कांग्रेस की पुरानी आदत रही है जब जब चुनाव हारी है। EVM पर सवाल उठाए हैं। EVM मशीन में ही गड़बड़ी की आरोप लगाए हैं। लेकिन जब कांग्रेस जीतती है। वहाँ EVM पर एक शब्द नहीं बोलती है। यही वजह है की राहुल गांधी को EVM पर आरोप लगाने इतना महँगा पड़ रहा है कि चुनाव आयोग के मुँह तोड़ जवाब से पहले उनके साथियों ने ही आईना दिखाने का काम शुरू कर दिया था। सबसे पहले उमर अब्दुल्ला सामने आए। और साफ़ शब्दों में कहा ये कांग्रेस की पुरानी आदत है। हार जाओ तो EMV पर बवाल मचाओ और जीत जाओ तो चुप हो जाओ। अगर आप EVM पर आरोप लगा रहे हैं तो सबूत दिखाएं।
उमर अब्दुल्ला ही नहीं बल्कि ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी राहुल गांधी। को आईना दिखाते हुए। साफ़ साफ़ कहा अगर आपके पास सबूत हैं तो चुनाव आयोग के पास जानिए ना कि बेवजह शोर बचाइये.. यानी की अब EVM पर अपनों ने भी राहुल गांधी का साथ छोड़ दिया है। बता दिया है बेवजह से मुद्दे उठाओगे तो किसी को अपने साथ नहीं पाओेगे। अपनों के साथ साथ चुनाव आयोग ने भी आँकड़े दिखाकर कांग्रेस को बता और समझा दिया है ।