नेमप्लेट पर सुप्रीम की रोक के बाद योगी के साथ आए मुसलमान विपक्ष को दे दिया झटका
दुकानदारों को योगी सरकार के फैसले से दिक्कत नहीं है लेकिन विपक्ष को राजनीति करने के लिए और योगी सरकार को घेरने के लिए उनके फैसले से दिक्कत हो रही थी। यही वजह है कि विपक्ष बयानबाजी कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर खुशी मना रहा है और योगी सरकार के खिलाफ दुकानदारों को भड़काने का काम कर रहा है लेकिन अब दुकनदारों ने ही विपक्ष की बोलती बंद कर दी। सबसे बड़ी बात तो ये कि योगी सरकार ने ये फैसला सांप्रादायिक माहौल ना बिगड़े इसलिए लिया गया था।
यह आदेश इसलिए दिया गया ताकि कांवड़ियों की भावनाएं न भड़कें। इस आदेश का मकसद क्षेत्र में शांति और भाईचारा बनाए रखना भी था।कावंड़ियों को परोसे गए खाने को लेकर छोटा सा कंफ्यूजन भी बड़े विवाद का विषय बन जाता है यह निर्देश अलगाव करने वाले नहीं है यह सभी जाति धर्म के दुकानदारों पर समान रूप से लागू होते हैं।
जवाब मिलने के बावजूद भी कोर्ट ने योगी सरकार के आदेश पर रोक लगा दी लेकिन ये आदेश जरूर दिए कि होटल मालिकों को वेज और नॉनवेज खाने के बोर्ड जरूर लगाने होंगे। ताकी कावंड़ियों में कन्फ्यूजन पैदा ना हो.. और कोई विवाद उत्पन्न ना हो पाए। यानी की सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी अपनी मर्जी से दुकानदार नेमप्लेट लगा रहे हैं और दुकानदारों का ये फैसला कहीं ना कही विपक्ष के मुंह पर तमाचे जैसे है।