Ajit Pawar ने कर दिया खेला, शपथ लेते ही मुसीबत में फंसे Modi
सरकार सरकार के शपथ ग्रहण समारोह के साथ ही नया बवाल खड़ा हो गया है. अजित गुट ने कैबिनेट मंत्री की मांग को लेकर अकटलों का बाजार गर्म कर दिया है
Ajit Pawar : मोदी और उनके कैबिनेट मंत्रियों के शपथ लेते ही NDA में बवाल मच गया है । ऐसा बवाल कि महाराष्ट्र से दिल्ली तक बीजेपी नेता टेंशन में आ गए हैं । क्योंकि मोदी सरकार पर नया संकट मंडरा गया है।और ये संकट खड़ा करने वाले कोई और नहीं बल्कि NDA के साथी दल NCP के अजित पवार हैं । दरअसल अजित पवार गुट ने लोकसभा चुनाव में एक सीट जीती थी। तो ऐसे में मंत्रिमंडल में अजीत गुट से प्रफुल्ल पटेल को स्वतंत्र प्रभार का मंत्री बनाने का ऑफर था। लेकिन Ajit Pawar ने मोदी के फैसले को ठुकरा दिया है। ये ऑफर मिलने पर बवाल खड़ा कर दिया। अजित पवार जल्द ही कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं।
माना जा रहा है कि उचित महत्व नहीं मिलने से अजित पवार का गुस्सा फूट पड़ा है ।हालांकि प्रफुल्ल ने NCP में किसी तरह के मतभेद से इनकार किया है। प्रफुल्ल पटेल का कहना है कि उनको भाजपा ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का ऑफर दिया था, उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। मैं पहले कैबिनेट मंत्री रह चुका हूं, इसलिए अब अपना पद गिराना नहीं चाहता। ये उनका डिमोशन होगा।।आज हमारे पास एक लोकसभा और एक राज्यसभा सांसद हैं, लेकिन अगले 2-3 महीनों में हमारे पास राज्यसभा में कुल 3 सदस्य होंगे। संसद में सांसदों की संख्या 4 होगी, इसलिए हमने कहा कि हमें एक (कैबिनेट मंत्रालय) सीट दी जानी चाहिए।
प्रफुल्ल यूपीए सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री रह चुके हैं ।तो ऐसे में अब NDA में भी अहम मंत्रालय की मांग कर रहे हैं। हालांकि उनकी मांग पूरी होगी या नहीं ये देखने वाली बात होगी क्योंकि पीएम मोदी नहीं चाहते है कि सरकार पर कोई भी संकट खड़ा हो। वैसे भी अजित पवार अगर बवाल करेंगे तो उन्हें एनडीए से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। क्योंकि उनके पास सिर्फ एक ही सांसद है । और एक सीट जाने से NDA को फिलहाल कोई फर्क नहीं पड़ेगा। क्योंकि आंकड़ा बहुमत से कई सीट ज्यादा है।
तो अगर अजित पवार बवाल करेंगे। ज्यादा मोदी को आंख दिखाएंगे तो ना घर के रह पाएंगे। ना बाहर के। वहीं लोकसभा चुनाव के बाद से महाराष्ट्र में कई तरह की हलचल चल रही है। एनसीपी शरद पवार गुट की ताकत बढ़ने के बाद अजित गुट के कई नेता उनके संपर्क में बताए जाते हैं। सीनियर पवार काफी सक्रिय हैं और माना का रहा है कि इसका असर आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है। अजित पवार गुट लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद से बैकफुट पर है। पवार परिवार में भी कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं।
इसी तरह शिवसेना के दोनों धड़ों को लेकर भी अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र में इसी साल चुनाव है और उसके पहले कई नए सियासी समीकरण राज्य की राजनीति में देखने को मिल सकते हैं। हालांकि बीजेपी ने भी पूरी ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। देवेन्द्र फडणवीस आगे की तैयारी में लग गए हैं ।वो नहीं चाहते कि जो नुकसान लोकसभा चुनाव में हुआ है। वो विभानसभा में उठाना पड़े। खैर जिस तरीके से अभी महाराष्ट्र में उठापटक देखने को मिल रही है। जल्द ही मोदी के एक्शन को लेकर बड़ी खबर सामने आ सकती है।