Advertisement

Kejriwal के इस्तीफ़े के ऐलान पर Anna Hazare का बड़ा वार, बोले- पहले ही कहा था राजनीति में नहीं जाता!

जैसे ही केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफ़े का ऐलान किया। वैसे ही समाजसेवी अन्ना हज़ारे ने केजरीवाल पर बड़ा हमला बोला। और कहा कि केजरीवाल अगर सत्ता के लालच में सामजसेवा ने छोड़ते तो शायद ये नहीं होता। उनको राजनीति में नहीं आना चाहिए था।
Kejriwal के इस्तीफ़े के ऐलान पर Anna Hazare का बड़ा वार, बोले- पहले ही कहा था राजनीति में नहीं जाता!
सुप्रीम कोर्ट ने जैसे ही Kejriwal के पर कतरे सीएम घुटनों में सिर देकर रोने लगे। क्योंकि  कुर्सी भी हाथ से निकल गई। और AAP में सीएम पद किसे मिले इसको लेकर बवाल भी छिड़ गया है। इसी बीच अब सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हज़ारे ने केजरीवाल के ख़िलाफ़ ऐसा कदम उठा दिया है कि AAP में कोहराम ही मच गया है। क्योंकि अन्ना हज़ारे ने इस्तीफ़े को लेकर केजरीवाल पर धमाकेदार बयान दिया और कहा कि अगर केजरीवाल राजनीति में ना जाकर समाज सेवी रहते। उनकी बात मानते तो शायद बहुत बड़े आदमी बन जाते। लेकिन लालच केजरीवाल को ले डूबा।


जबसे केजरीवाल ने अन्ना हज़ारे के साथ गद्दारी की है। तबसे अन्ना हज़ारे समय समय पर खुलकर केजरीवाल की पोल खोलते हैं। जिस वक़्त शराब घोटाले में केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया था। तो अन्ना हज़ारे ने खुलकर कहा था कि जो केजरीवाल हमारे साथ भ्रष्टाचार और शराब के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने मैदान में आए थे। वो केजरीवाल सत्ता के लालच में ख़ुद ही घोटाले में फंस गए। लालच उन्हें पूरी तरह ले डूबा।

ये बात हक़ीक़त है जो केजरीवाल भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ने मैदान में आए थे। वो केजरीवाल अन्ना को धोखा देकर सत्ता के लालच में ख़ुद ही भ्रष्टाचार में डूब गए।केजरीवाल तो केजरीवाल उनके ईमानदार नेता सिसोदिया, संजय सिंह, सत्येंद्र जैन। समेत कई नेता सलाख़ों के पीछे पहुच गए। और अब जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल इस्तीफ़ा देने की ऐसे नौटंकी दिखा रहे है जैसे ना जाने कितना अच्छा काम कर रहे हैं। जबकि दिल्ली की जनता ने ख़ुद केजरीवाल को खदेड़ना शुरू कर दिया है। आम आदमी पार्टी को अपना भविष्य अधर  में लटकता दिखाई दे रहा है। यही वजह है कि केजरीवाल पहले ही कुर्सी छोड़कर भागने लगे हैं। और अब इस कुर्सी को लेकर अंदर ही अंदर घमासान मचा हुआ है। कहा जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के कई नेता सीएम की कुर्सी के लिए दावेदारी ठोक रहे हैं।और ये दावेरादी आम आदमी पार्टी को तोड़ भी सकती है।
Advertisement

Related articles

Advertisement