फतेहपुर की 180 साल पुरानी नूरी मस्जिद पर चला बुलडोजर, मस्जिद कमेटी ने जताया विरोध
फ़तेहपुर की 180 साल पुरानी नूरी जामा मस्जिद पर बड़ी कार्रवाई की गई है मस्जिद के अवैध हिस्से को प्रशासन ने बुलडोज़र से ढहा दिया है बता दें की मस्जिद प्रशासन की कार्रवाई को रोकने के लिए नोटिस के खिलाफ हाईकोर्ट गई थी लेकिन सुनवाई की तारीख़ से से पहले ही प्रशासन ने मस्जिद पर बुलडोज़र चला दिया
यूपी में अपराध। अवैध क़ब्ज़ों की बात बिलकुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। क्योंकि योगी सरकार अवैध निर्माण पर तेज़ी से एक्शन ले रही है। संभल में मस्जिद विवाद के बीच योगी सरकार ने फ़तेहपुर की त्री मस्जिद पर तगड़ा एक्शन लिया है।प्रशासन ने 180 साल पुरानी नूरी मस्जिद पर बुलडोज़र दौड़वा दिया है। मस्जिद पर हुई कार्रवाई से मुस्लिम समाज में हड़कंप मच गया है। अब अचानक इस मस्जिद का विवादित हिस्सा तोड़ा गया है। चलिए बताते हैं। दरअसल
सड़क चौड़ीकरण के कारण अतिक्रमण के दायरे में नूरी मस्जिद आ रही थी। अतिक्रमण के हिस्से में आने वाले मस्जिद के हिस्से के बुलडोज़र से तोड़ा गया है। भारी पुलिसबल की तैनात के बीच मस्जिद के अतिक्रमण को हटाया गया है।
तो जिस वक़्त मस्जिद को हटाया गया। उस वक़्त भारी पुलिसबल मौक़े पर तैनात रहा ताकी कोई दंगा फ़साद बवाल ना हो पाए। क्योंकि पहले ही मंदिर मस्जिद के विवाद को लेकर संभल में स्थिति ठीक नहीं चल रही है। अफ़वाह गैंग एक्टिव है। कब कौन कहां से आए। और बवाल करवा जाए कुछ कहा नहीं जा सकता। यही वजह है कि जिस वक़्त मस्जिद के अवैध निर्माण को तोड़ा गया। उस वक़्त मौक़े पर एएमपी, एडीएम, आरएएफ़, पीएसी समेत कई थानों का फ़ोर्स मौक़े पर मौजूद रहा।
बता दें की बीते 24 सितंबर को PWD ने सड़क चौड़ीकरण को लेकर अतिक्रमण अभियान चलाया था इस दौरान मस्जिद कमेटी से जुड़े लोगों ने ख़ुद से अतिक्रमण हटाने के लिए एक महीने का समय माँगा था। लेकिन तय समय सीमा बीत जाने के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया। इस बीच मस्जिद कमेटी का पक्ष हाईकोर्ट पहुंचा था। हाईकोर्ट ने 13 दिसंबर को सुनवाई की डेट तय की थी।PWD को नोटिस पर कोई सटें नहीं मिला। और कोर्ट की सुनवाई की तारीख़ से पहले ही प्रशासन ने मस्जिद के अतिक्रमण वाले हिस्से को जमींदोज करने की कार्रवाई शुरू कर दी। दो बुलडोज़र लगाकर अतिक्रमण हटाया गया। जिससे मुस्लिम पक्ष में काफ़ी रोष देखने को मिल रहा है।
वहीं फ़तेहपुर की नूरी मस्जिद के ध्वस्तीकरण पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने विरोध जताते हुए कहा कि मस्जिद का ध्वस्तीकरण करना इंसाफ़ के ख़िलाफ़ है। जब सुप्रीम कोर्ट ध्वस्तीकरण की कार्रवाई पर रोक लगा चुका है तो फिर यह मस्जिद के ऊपर बुलडोजर कार्रवाई क्यों की जा रही है यह मुसलमानों के उपर ज़ुल्म है जिस पर रोक लगना बेहद ज़रूरी है देश के संविधान में हमें धार्मिकता की आज़ादी दी है मस्जिद के ध्वस्तीकरण को लेकर देश प्रदेश का माहौल बिगाड़ सकता है इसलिए इस कार्रवाई पर तत्काल रोक लगनी चाहिए।
अब मौलाना चिल्लाए या बौखलाएँ होने वाला कुछ नहीं है। क्योंकि कार्रवाई नियम क़ानून के तहत हुई है। सबूतों के आधार पर हुई है। क्योंकि मस्जिद का कुछ हिस्सा अवैध निर्माण के तहत बनाया गया था। इसलिए पुलिस प्रशासन ने मस्जिद पर बुलडोज़र चलाया है।