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वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का चंद्रशेखर आज़ाद के विरोध का वीडिया वायरल, मुसलमानों से की प्रदर्शन की अपील!

सोशल मीडिया पर चंद्रशेखर आज़ाद का एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है जिसमें वो भारी भीड़ के सामने चिल्ला चिल्लाकर कह रहे हैं कि वक़्फ़ बोर्ड संशोधन बिल को वो किसी भी हाल में लागू नहीं होने देंगे। इस दौरान वो मुसलमानों से सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन की भी अपील कर रहे हैं।
वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का चंद्रशेखर आज़ाद के विरोध का वीडिया वायरल, मुसलमानों से की प्रदर्शन की अपील!
दलितों की राजनीति के साथ साथ अब मुसलमानों पर दांव खेलने निकले Chandra Shekhar Azad ने ऐसी गलती कर दी। जिसका नतीजा उन्हें महंगा पड़ सकता है। क्योंकि अब जनाब मुसलमानों को भड़का रहे हैं। भीड़ के बीच माइक पर चिल्ला रहे हैं। कि वक़्फ़ बोर्ड बिल पर जितना बड़ा विरोध मुसलमानों ने नहीं किया। उतना बड़ा विरोध चंद्रशेखर आजाद करवाएंगे। वक़्फ़ बोर्ड बिल को गिरवाएंगे। लेकिन शायद चंद्रशेखर आजाद भूल गए हैं मामला JPC के पास है। और वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पर वो भीड़ को कितना भी उकसाए। माहौल बनाए। लेकिन बिल अब आकर रहेगा। तो आगे चंद्रशेखर आज़ाद को आईना दिखाए, उससे पहले चंद्रशेखर आज़ाद भीड़ में चिल्ला चिल्लाकर कैसे लोगों को भड़काने का काम कर रहे हैं। 


चंद्रशेखर आज़ाद कह रहे हैं वो मुसलमानों का हक़ नहीं छिनने देंगे। उनकी लड़ाई में साथ खड़े रहेंगे। और तो और मुसलमानों से सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन की अपील कर रहे हैं। खैर ये पहली बार नहीं है जब चंद्रशेखर आज़ाद ने वक़्फ़ बोर्ड संशोधन बिल पर मोदी। सरकार को आँख दिखाने की कोशिश की है। इससे पहले चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा था  "केंद्र, उत्तर प्रदेश और भाजपा की तमाम राज्य सरकारें मुसलमानों की कितनी हितैषी हैं यह किसी से छिपा नहीं है। मैं अच्छी तरह जानता हूं कि आपका मकसद इन वर्गों को कमजोर करना है, ताकतवार करना नहीं"

जिस वक़्फ़ बोर्ड बिल के मुद्दे को चंद्रशेखर आज़ाद भुनाने की कोशिश में लगे हैं। उस वक़्फ़ बोर्ड पर मोदी सरकार खेल कर चुकी है। और अमित शाह साफ़ शब्दों में कह चुके हैं कि जल्द ही वक़्फ़ बोर्ड संशोधन बिल संसद में पारित किया जाएगा।

बता दें कि पीएम मोदी के तीसरे कार्यकाल के 100 दिनों के एजेंडे में वक़्फ़ बोर्ड संशोधन बिल भी अहम है। तो किसी भी हाल में इसे लागू किया जाएगा। वैसे भी बिल JPC के पास है। जिसने जनता से वक़्फ़ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर सुझाव मांगे थे। कि बिल में संशोधन सही है या नहीं। तो ऐसे में 84 लाख लोग ईमेल के ज़रिए अपना सुझाव भेज चुके हैं। लगभग 70 बॉक्स लिखित सुझावों से भरे हुए भी संयुक्त संसदीय समिति के पास आए हैं। और इन सुझावे के बाद ही आगे का कदम उठाया जाएगा। तो ऐसे में चंद्रशेखर आज़ाद सरकार के खिलाफ कितनी भी साज़िश रच लें। भीड़ इकट्ठा कर माहौल बना लें। लेकिन होगा वही जो JPC की रिपोर्ट बोल रही है।

 वैसे भी वक़्फ़ बोर्ड संशोधन बिल से गरीब मुसलमानों, महिलाओं शोषितों को ही फ़ायदा होगा लेकिन विपक्ष माहौल बनाते हुए अफ़वाह फैला रहा है कि अगर ये बिल आ जाता है तो वक़्फ़ का ख़ात्मा हो जाएगा। मुसलमानों के हक़ छीन लिए जाएंगे।  तमाम तरह के नैरेटिव सेट किए जा रहे हैं। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है । मोदी सरकार ये बात साफ़ कर चुकी है।

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