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Kejriwal की जमानत पर 157 वकीलों की चिट्ठी देखकर CJI भी हो गए दंग, कर डाली बड़ी मांग

केजरीवाल की जमानत के लिए 157 वकीलों ने CJI चंद्रचूड को चिट्ठी लिखी है
Kejriwal की जमानत पर 157 वकीलों की चिट्ठी देखकर CJI भी हो गए दंग, कर डाली बड़ी मांग
Kejriwal : Kejriwal जेल से बाहर निकलने के लिए तमाम हथकंडे अपना रहे हैं।लेकिन सबूतों की डायरी सीएम साहब की आफत लगातार बढ़ा रही है। ईडी सीबीआई का डंडा इस सख्ती से चल रहा है।केजरीवाल की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। ऐसे में अब 157 वकीलों ने खेल किया है। केजरीवाल के लिए ऐसी मांग कर डाली है। CJI चंद्रचूड़ भी हैरान रह गए हैं। दरअसल ।


दिल्ली हाईकोर्ट और निचली अदालतों के लगभग 157 वकीलों ने चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखा है।
वकीलों ने केजरीवाल की जमानत में हो रही देरी को लेकर CJI को ये पत्र लिखा है।
पत्र में वकीलों ने केजरीवाल की जमानत याचिका पर स्टे लगाने वाले जज पर भी सवाल उठाए हैं।


तो वकीलों की तरफ से केजरीवाल की जमानत पर जल्द फैसले सुनाने की गुहार लगाई गई है। हालांकि कोर्ट की सुनवाई चल रही है। ईडी सीबीआई लगातार सबूत पेश कर रही है। और इन सबूतों की वजह से ही केजरीवाल की जमानत फंसी हुई है। तो आगे सबूतों की डायरी खोलें। उससे पहले वकीलों की चिट्ठी में क्या कुछ लिखा गया है चलिए बताते हैं। CJI को लिखी चिट्ठी में कहा है

केजरीवाल की जमानत अर्जी पर जज फैसला लेने में देरी कर रहे हैं। जज लंबी लंबी तारीखें दे रहे हैं।हाईकोर्ट के जज, जस्टिस सुधीर जैन को केजरीवाल के खिलाफ ईडी की अर्जी पर सुनवाई नहीं करनी चाहिए थी। क्यूंकि सुधीर जैन ईडी के वकील हैं इसलिए उन्हें सुनवाई से खुद को अलग कर लेना चाहिए।

यानी की केजरीवाल की जमानत पर स्टे लगाने वाले जज को भी इस चिट्ठी में घेरा गया है। जबकि हाईकोर्ट के जज ने फैसले में साफ साफ कहा। कि निचली अदालत की जज ने केजरीवाल को जमानत देने के लिए अपने विवेक का इस्तेमाल नहीं किया। एक पक्ष को बिलकुल नहीं सुना गया। सबूतों की फाइलों को खोलकर ही नहीं देखा।और एक तरफा फैसला सुना दिया। ये टिप्पणी हाईकोर्ट के जज ने तब की थी। 


जब खुद ईडी ने आरोप लगाया था की निचली अदालत ने ना तो ईडी की तरफ से दिखाए गए सबूतों पर ध्यान दिया।  ना ही ईडी की कोई बात सुनी। और छुटते ही केजरीवाल को जमानत देदी । वहीं जब ईडी ने सबूत दिखाए। गवाह पेश किया।  खुलासा किया कि शराब घोटाले में 100 करोड़ की रिश्वत साउथ लॉबी के जरिए पहुंचाई गई। जिसकी बातचीत में केजरीवाल भी शामिल थे। साथ ही साथ कोर्ट को ये भी बताया कि गोवा चुनाव में हवाला कारोबारियों के जरिए 45 करोड़ रुपये पहुंचाए गए। जिन्हे चुनाव प्रचार में खर्च किया गए। ये पैसा भी शराब घोटाले से आया। यानी अपराध की आय था।  और केजरीवाल के हवाला कारोबारी से लिंक थे। जिसकी चैट भी कोर्ट में पेश की गई है। साथ ही ईडी ने हालही में विनोद चौहान नाम के हवाला कारोबारी को भी गिरफ्तार किया है। जिससे पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं।  इन्ही सबूतों के आधार पर केजरीवाल को जमानत नहीं मिल पा रही है।  अब जाहिर सी बात यही है।  सबूत सुप्रीम कोर्ट में भी ईडी सीबीआई रखेगी। और यहां भी केजरीवाल का खेल बिगड़ना तय है। फिर चाहे 157 वकील चिट्ठी लिखकर केजरीवाल को बेकसूर ही क्यों ना बताएं। 

 कोर्ट सबूतों के आधार पर चलता है।  और सबूत बहुत कुछ बयां कर रहे हैं।  इन्ही सबूतों के आधार पर ईडी ने सख्ती दिखाई है।  और इन्ही सबूतों के आधार पर सीबीआई का डंडा चला है। अब देखने वाली बात ये होगी की CJI इन वकीलों की चिट्ठी पर क्या ध्यान देते हैं।  और हाईकोर्ट  सीबीआई केस में केजरीवाल की जमानत पर क्या फैसला देता है।  ये देखने वाली बात होगी। 
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