शराब घोटाले में Kejriwal समेत 6 लोगों को कोर्ट का समन, बढ़ी दुर्गेश पाठक की मुश्किलें
शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। राउज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल सहित 6 आरोपियों के ख़िलाफ़ समन जारी किया है।जिसमें दुर्गेश पाठक का नाम भी शामिल है।मामले की अगली सुनवाई 11 सितंबर को होगी ।
एक तरफ सुप्रीम कोर्ट में Kejriwal ज़मानत के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं। तो दूसरी तरफ़ राउज एवेन्यू कोर्ट में ऐसा झटका मुख्यमंत्री को दे दिया है। जिससे आम आदमी पार्टी में तामस परस गया है। क्योंकि राउज एवेन्यू कोर्ट के आदेश ने केजरीवाल के साथ साथ आप के और नेताओं पर हंटर चला दिया है।दरअसल ।
राउज एवेन्यू कोर्ट ने शराब घोटाले में CBI को चार्जशीट पर संज्ञान ले लिया है।
चार्जशीट में CBI ने दुर्गेश पाठक, अमित अरोड़ा, आशीष माथुर, पी शरद रेड्डी, विनोद चौहान को आरोपी बनाया गया ।
कोर्ट ने सभी आरोपियों को समन जारी किया है।
कोर्ट ने केजरीवाल के खिलाफ भी प्रोडक्शन वारंट जारी किया है।
राउज एवेन्यू कोर्ट की स्पेशल सीबीआई जज कावेरी बावेजा ने सीएम केजरीवाल समेत सभी आरोपियों को समन जारी कर तलब किया है। और 11 सितंबर को बतौर आरोपी के तौर पर कोर्ट में पेशी के लिए कहा है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि अब आम आदमी पार्टी में दुर्गेश पाठक की गिरफ़्तारी का नंबर लग गया है। क्योंकि अदालत ने उन्हें सीधे तौर पर कोर्ट में हाज़िरी का आदेश दे दिया है। दुर्गेश पाठक का नाम गोवा चुनाव में शराब घोटाले के पैसों के लेनदेन में आया है। इसलिए जज ने सुनवाई के दौरान टिप्पणी करते हुए साफ़ शब्दों में कहा कि। "केजरीवाल और अन्य आरोपियों के खिलाफ आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त सबूत हैं"।
यानी की सीबीआई ने जो खुलासा कोर्ट में किया है।जो सबूत कोर्ट में पेश किए हैं। उससे केजरीवाल की कुर्सी हिलने में वक़्त नहीं लगेगा। क्योंकि सीबीआई ने चार्जशीट में खुलासा किया था कि ।
अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले के मुख्य साज़िशकर्ता में से एक हैं।
केजरीवाल ने शराब घोटाले में अहम भूमिका निभाई।
केजरीवाल के करीबी विजय नायर ने केजरीवाल के निर्देश पर साउथ लॉबी के शराब व्यापारियों और निर्माताओं से संपर्क किया।
साउथ लॉबी से मिली 100 करोड़ की रिश्वत का इस्तेमाल AAP ने गोवा चुनाव में किया।
AAP विधायक दुर्गेश पाठक उस वक़्त गोवा चुनाव का प्रबंधन कर रहे थे।
सीबीआई ने गोवा चुनाव के लिए 45 करोड़ के लेनदेन का पता लगाया है।
अरुण पिल्लई ने खुलासा किया कि केजरीवाल सिसोदिया मिलकर शराब नीति पर काम कर रहे थे।
तो गोवा चुनाव का कामकाज दुर्गेश पाठक संभाल रहे थे। ज़ाहिर सी बात है पैसों के खेल का राज भी उन्हें पता ही होगा। अब सीबीआई के चंगुल में फंसने का नंबर दुर्गेश पाठक का आ गया है।क्योंकि चार्जशीट में नाम पहले ही सीबीआई दे चुकी है। अब कोर्ट में पेशी के बाद आम आदमी पार्टी में बड़ा भूचाल आ सकता है। जो केजरीवाल सोच रहे थे कि सिसोदिया के कविता और विजय नायर को ज़मानत मिल गई तो वो भी सुप्रीम कोर्ट के ज़रिए जल्द बाहर आ जाएंगे। लेकिन केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में तो फंसे ही राउज एवेन्यू कोर्ट ने भी उनकी नींद उड़ा दी है। क्योंकि सीबीआई के सबूत बहुत कुछ बोल रहे हैं। यही रीजन है कि कोर्ट ने छुटते ही केजरीवाल की न्यायिक हिरासत एक बार फिर बढ़ा दी है।
11 सितंबर तक केजरीवाल की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई है।
केजरीवाल के वकील ने हिरासत बढ़ाने का विरोध किया।
लेकिन कोर्ट सीबीआई की चौथी चार्जशीट में जो जो खुलासे किए हैं। उससे केजरीवाल तो क्या आम आदमी पार्टी के तमाम नेता फँसते हुए दिखाए दे रहे हैं।