Kadak Baat: ED ने Supreme Court को सौंपे ऐसे कागज, बौखला उठी Arvind Kejriwal के वकीलों की टीम
जेल में बंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद थी कि जमानत मिल जाएगी। चुनाव के नाम पर राहत मिल जाएगी। लेकिन केजरीवाल की उम्मीदों पर उस वक्त पानी फिर गया जब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से ऐन वक्त पहले ईडी ने बडा़ धमाका करते हुए सबूतों के साथ एक हलफनामा दायर कर दिया।
जेल में बंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट से उम्मीद थी कि जमानत मिल जाएगी। चुनाव के नाम पर राहत मिल जाएगी। लेकिन केजरीवाल की उम्मीदों पर उस वक्त पानी फिर गया जब सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से ऐन वक्त पहले ईडी ने बडा़ धमाका करते हुए सबूतों के साथ एक हलफनामा दायर कर दिया। इस हलफनामे ने आप नेताओं की जान हलक में अकटा दी है। क्योंकि ईडी ने पूरा दम लगाकर शुरु से लेकर एंड तक केजरीवाल के खिलाफ जमानत का विरोध करने वाले सबूत कोर्ट को सौंप दिए है। दरअसल इस मामले में गिरफ्तारी के खिलाफ केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई करने वाली पीठ की अध्यक्षता करने वाले जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा था: "हम शुक्रवार को अंतरिम आदेश सुनाएंगे. गिरफ्तारी को चुनौती देने से जुड़े मुख्य मामले पर भी उसी दिन फैसला किया जाएगा।"
खैर ईडी नहीं चाहती की किसी भी कीमत पर केजरीवाल को जमानत मिले। क्योंकि ईडी बार बार कह रही है कि शराब घोटाले की केजरीवाल के दिमाग की उपज है। वही शराब घोटाले के किंगपिन हैं। ईडी का कहना है कि अगर केजरीवाल को जमानत मिल गई। तो ना सिर्फ सूबतों के साथ छेड़छाड़ हो सकती है। बल्कि गवाहों को भी प्रभावित किया जा सकता है।
यही वजह है कि सुप्रीम कोर्ट में पहले दिन की सुनवाई से पहले भी ईडी ने विरोध करते हुए एक हलफनामा पेश किया था। जिसमें ईडी ने विरोध करते हुए कहा था कि: "चुनाव प्रचार के आधार पर सीएम केजरीवाल को अंतरिम जमानत देना, एक मिसाल कायम करेगा जो सभी बेईमान राजनेताओं को अपराध करने, चुनाव की आड़ में जांच से बचने की अनुमति देगा। आम चुनाव में प्रचार के लिए अंतरिम जमानत देना केजरीवाल के पक्ष में कोई विशेष रियायत होगी। जो कानून के शासन और समानता के लिए अभिशाप की तरह होगा। एक राजनेता एक सामान्य नागरिक से अधिक किसी विशेष दर्जे का दावा नहीं कर सकता। समन से बचने के लिए केजरीवाल ने 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव का भी यही बहाना बनाया था।"
ED ने ये बात कोर्ट की उस टिप्पणी पर कही थी जिसमें जज साहब ने ईडी से सवाल किया था कि चुनाव के वक्त ही क्यों केजरीवाल को गिरफ्तार किया। खैर अब ईडी इन सभी सवालों का जवाब देते हुए कोर्ट पहुंच गई सुनवाई से पहले हलफनामा पेश कर दिया है। जिसे देखते ही आम आदमी पार्टी के नेताओं ने बौखलाना शुरू कर दिया है। केजरीवाल की कानूनी टीम ने हलफनामे पर आपत्ति जताई है। टीम ने सुप्रीम कोर्ट रजिस्ट्री में औपचारिक शिकायत दर्ज कराते हुए ईडी के हलफनामे को कानूनी प्रक्रियाओं की अवहेलना बताया है।
केजरीवाल की टीम ने कहा: "हलफनामा सुप्रीम कोर्ट की अनुमति के बिना दाखिल किया गया और ऐसे समय में जारी किया गया जब विषय की अंतिम सुनवाई शीर्ष अदालत में होनी है।"
अब केजरीवाल चिल्लाएं या फिर उनकी टीम माहौल बनाए। ईडी ने तुरुप का इक्का चल दिया है। और केजरीवाल की अंतरिम जमानत से पहले खेल कर दिया है। केजरीवाल के नेताओं की बौखलाहट बता रही है। कहानी बिगड़ गई है। अब सुप्रीम कोर्ट में भी केजरीवाल फंस सकते हैं।