Kadak Baat: AAP के पूर्व मंत्री का LG के आगे भयंकर खुलासा, फंसी Maliwal-kejriwal!
आम आदमी पार्टी छोड़ने वाले राजकुमार आनंद ने दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना से मुलाकात की है। और महिला आयोग में भ्रष्टाचार को लेकर कई खुलासे किए हैं ।
दिल्ली के मुखिया अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है। अब उनके लिए काल आप के पूर्व मंत्री राजकुमार आनंद बन गए हैं। राजकुमार आनंद ने एलजी के साथ मिल केजरीवाल के खिलाफ बड़ा धमाका कर दिया है। दरअसल एक तरफ तमाम विभागों में हुए भ्रष्टाचार पर नकेल कसी जा रही है। दूसरी तरफ पार्टी टूटने का संकट गहराता जा रहा है। लेकिन इस बार केजरीवाल स्वाति मालीवाल की वजह से बुरे फंस गए हैं। क्योंकि जिस वक्त स्वाति मालीवाल महिला आयोग की अध्यक्ष थी। उस वक्त बड़े घोटाले के संकेत मिल गए हैं। जिसपर तुरंत एक्शन लेते हुए दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने महिला आयोग से 223 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। क्योंकि इन लोगों को गैरकानूनी तरीके। नियमों की धज्जियां उड़ाकर नौकरी दी गई थी। एलजी के एक्शन के तुरंत बाद ही अब आम आदमी पार्टी के पूर्व मंत्री राजकुमार आनंद ने बड़ा खेल कर दिया है। उन्होने भी महिला आयोग को लेकर तमाम शिकायतें एलजी को सौंपी है। और एक ऐसी मांग कर डाली है। जिससे केजरीवाल तो जेल में बौखला ही उठे हैं। आम आदमी पार्टी में भी हड़कंप मच गया है। राजकुमार आनंद ने कहा
"मैं मंत्री रहते एक अन्य काम नहीं कर पाया था तो उस काम के सिलसिले में भी मैंने एलजी से बातचीत की है। मैंने उनको बताया कि महिला आयोग में दलित महिला का अध्यक्ष होना कितना जरुरी है। अगर दलित महिला इस महिला आयोग की अध्यक्ष होगी तो ज्यादातर जो पीड़ित महिलाएं होती हैं वो कमजोर, दलित और पिछड़ा वर्ग से आती हैं। इसलिए उनकी बात समझने के लिए अगर कोई दलित महिला अध्यक्ष पद पर आएगी तो ज्यादा अच्छा रहेगा। मैंने उनसे कहा कि चूकि मुख्यमंत्री अभी नहीं हैं तो आप इसपर संज्ञान लें।'
तो राजकुमार आनंद ने महिला आयोग में ना सिर्फ दलित महिला को अध्यक्ष बनाने की अपील कर डाली है। बल्कि खुद एलजी से महिला आयोग के फैसले लेने की गुहार लगाई है। इसके साथ ही राजकुमार आनंद ने महिला आयोग के फंड को लेकर भी भयंकर खुलासा कर दिया है। बताया की कैसे पैसों का दुरुपयोग हो रहा था। फंड को डायवर्ड किा जा रहा था। और दलितों के साथ भेदभाव भी केजरीवाल की सरकार में चल रहा है। राजकुमार आनंद ने कहा कि
"एससी/एसटी के कल्याण के लिए जो फंड आता है वो पूरा पैसा उनके कल्याण पर खर्च नहीं होता है जबकि यह जरुरी है। बजट में जो पैसा एससी/एसटी के लिए अलॉट किया जाता है वो हजारों करोड़ रुपया पिछले 9 साल में डायवर्ट कर दिया गया। करीब 500 करोड़ रुपया लगभग एक साल में उनके कल्याण के लिए खर्च किया जाता है जबकि 2000 करोड़ रुपया डायवर्ट कर दिया जाता है।"
यानी की राजकुमार आनंद ने एलजी के सामने केजरीवाल सरकार पर महिला आयोग में भी भ्रष्टाचार होने का इशार कर दिया है। ये मामला काफी हैरान करने वाला है। क्योंकि अभीतक तो नियुक्ति में धांधली की ही बात सामने आ रही थी। जिसको लेकर एलजी ने जांच करवाई और 223 कर्मचारियों पर एक्शन लिया। लेकिन अब फंड को लेकर जांच शुरू हुई तो स्वाति मालीवाल का खेल खत्म हो जाएगा। यही वजह है कि जैसे ही एलजी ने महिला आयोग पर हंटर चलाया। वैसे ही स्वाति मालिवाल उलटा कोतवाल को डांटने मैदान में कूद आई। एलजी को ही घेरने लगी ।
"खैर अब स्वाति मालीवाल चिल्लाए बौखलाए। कितना भी माहौल बनाए। अब महिला आयोग में धांधली का सच सामने आ चुका है । अभी एक एक्शन हुआ है दूसरा एक्शन तो उन्हें जेल भी भेज सकता है। क्योंकि खुद केजरीवाल सरकार में ही मंत्री रहे राजकुमार आनंद बड़े बड़े खुलासे कर रहे हैं। जाहिर सी बात है राजकुमार आनंद आप सरकार में रहे हैं। मंत्रालय संभल रहे थे । तो उनसे ज्यादा तो कोई असलियत जानता भी नहीं होगा। तो ऐसे में एलजी के पास राजकुमार आनंद ने शिकायतों का जो चिट्ठा पहुंचाया है। उससे जल्द ही बड़ा भूचाल पार्टी में आ सकता है। राजकुमार आनंद ने बकायदा एलजी से मुलाकात के बाद ट्वीट भी किया जिसमें उन्होने लिखा
"आज दिल्ली के उप राज्यपाल को ज्ञापन दे कर अरविंद केजरीवाल सरकार की दलित-पिछड़ा विरोधी साजिशों से अवगत कराया। समाज कल्याण, SC/ST, DCW एवं श्रम विभाग में व्याप्त व्यापक अनियमिताएं मंत्री के तौर पर मैने स्वयं देखा है।'
राज कुमार आनंद का कहना है कि जो उन्होने सरकार में रहकर देखा। वही एलजी को बताया है। तो आने वाले वक्त में एलजी महिला आयोग के फंड की जांच के आदेश भी दे सकते हैं। जिससे ना सिर्फ स्वाति मालीवाल की मुश्किलें बढ़ेंगी। बल्कि केजरीवाल पर भी सवाल उठ सकते हैं। जैसा की वक्फ बोर्ड घोटाले में उठे ।