Kadak Baat : जल संकट पर SC के बाद भड़का हाईकोर्ट, आतिशी की हरकतों से मुश्किल में अरविंद केजरीवाल की कुर्सी?
दिल्ली में जल संकट पर केजरीवाल सरकार फंसती जा रही है | जहां एक ओर इस मामले पर हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाई है, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने टैंकर माफियाओं के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है|
दिल्ली के मुखिया अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर दोहरी मार पड़ी है | एक तरफ पंजाब में आम आदमी पार्टी में उथल-पुथल मची हुई है, बहुत बड़ा सियासी संकट आने वाला है | तो दूसरी तरफ दिल्ली में जल संकट केजरीवाल की कुर्सी पर भारी पड़ रहा है और आम आदमी पार्टी कोर्ट में चक्कर काटने, बीजेपी को घेरने के बजाय कुछ हल नहीं निकाल रही है | ना टैंकर माफियाओं पर नकेल कसी जा रही है और ना ही पानी के लिए कोई इंतजाम किए जा रहे हैं | स्थिति ये हो गई है लोग एक एक बूंद पानी के लिए दिन रात भीषण गर्मी में सड़कों पर दौड़ते नजर आ रहे है | इतिहास में पहली बार होगा जब राजधानी दिल्ली इतनी बुरी पानी की मुसीबत से जूझ रही है और भयावह तसवीरें देखने को मिल रही है | और तो और जो सरकार टैंकर माफियाओं पर नकेल कसने की बात कहकर सत्ता में आई, आज हालत देखिये | टैंकर माफियाओं की वजह से बूंद बूंद पानी के लिए दिल्ली की हालत खराब हो रही है | जिसको लेकर ना सिर्फ सुप्रीम कोर्ट केजरीवाल सरकार पर भड़का है, बल्कि हाईकोर्ट ने भी AAP के मंत्रियों की हालत खराब कर दी है | सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि - ‘यदि AAP सरकार टैंकर माफिया से नहीं निपट सकती है तो अदालत दिल्ली पुलिस को कार्रवाई के लिए कहेगी। यदि दिल्ली वालों को टैंकर से पानी पहुंचाया जा सकता है, तो पाइपलाइन से क्यों नहीं’
दरअसल केजरीवाल सरकार की हरकतों पर ना सिर्फ सुप्रीम कोर्ट ने खरीखोटी सुनाई है, बल्कि हाईकोर्ट में भी मामला भड़क गया है | क्योंकि दिल्ली सरकार बार बार हाथ खड़े कर हरिय़ाणा सरकार को ही पानी की कमी के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है | जबकि टैंकर माफियाओं पर ना तो नकेल कस पा रही है, ना ही पाइपों से पानी पहुंचा पा रही है | इसी बीच -
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने एक FIR दर्ज करवाई है
टैंकर माफियाओं पर आरोप लगाते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर के पास शिकायत दी है
इसमें टैंकर माफियाओं की तत्काल जांच की मांग की गई है
बीजेपी की तरफ से भी टैंकर माफियाओं के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई है क्योंकि सवाल यही है जब दिल्ली में हरिय़ाणा की तरफ से पानी रोकने पर पानी की कमी हो रही है, तो टैंकर माफियाओं को कहां से पानी मिल रहा है? क्योंकि टैंकर माफिया लोगों को पैसों में पानी बेच रहे हैं | अपनी तिजोरी भर रहे हैं और केजरीवाल सरकार संकट से निपटने के बजाए उन्हें बढ़ावा दे रही है |
वहीं जब टैंकर माफियाओं के मुद्दे पर केजरीवाल सरकार घिरी तो आतिशी ने तुरंत सफाई पेश की | लेकिन अपनी सफाई में भी वो कहीं ना कहीं टैंकर माफियाओं को बचाती नजर आई |
ये वही आतिशी हैं जिन्होने अब जल संकट पर अलग ही तरह की राजनीति शुरू कर दी है | पानी कि किल्लत पर जैसे ही दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाए वैसे ही आतिशी ने घिनौनी राजनीति शुरू कर दी | उलटा एलजी को घेरने के लिए आरोप लगाने बैठ गई कि एलजी साहब ने उन्हें गालियां दी है, गलत गलत बातें कहीं है | खैर अब आम आदमी पार्टी के नेता आरोप लगाए, चिल्लाए, माहौल बनाए, दिल्ली के संकट पर केजरीवाल फंस गए हैं और ये संकट उनकी कुर्सी के लिए भारी पड़ता दिखाई दे रहा है | जल्द ही इस मामले पर हाईकोर्ट में सुनवाई होगी | जिस हिसाब से हाईकोर्ट ने जवाब मांगा है, जल संकट पर सख्ती दिखाई है, उससे तो केजरीवाल की कुर्सी हिलती दिखाई दे रही है |