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High Court ने उड़ा दी Manish Sisodia की नींद, भड़की आतिशी, डरे Kejriwal!।Kadak Baat।

दिल्ली हाईकोर्ट ने मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका एक बार फिर खारिज कर दी है। याचिका खारिज करते हुए सिसोदिया पर सख्त टिप्पणी भी की है।
High Court ने उड़ा दी Manish Sisodia की नींद, भड़की आतिशी, डरे Kejriwal!।Kadak Baat।
एक कहावत है।मीटा मीटा गप गप । कड़वा कड़वा थू-थू ।ये हाल इस वक्त आम आदमी पार्टी के नेताओं का हो गया है ।सुप्रीम कोर्ट से हक में फैसला आ गया ।तो लोकतंत्र की जीत बताते हैं ।खुशी से आतिशबाजी पर उतर आते हैं ।लेकिन अगर हाईकोर्ट सबूतों के साथ आम आदमी पार्टी को झटका दे दे ।तो ना सिर्फ केजरीवाल बल्कि सबसे पहले आतिशी मीडिया के आगे रोने बैठ जाती हैं।दरअसल इस बार आप नेताओं को हाईकोर्ट ने उस वक्त तगड़ा झटका दिया। जब मनीष सिसोदिया  की जमानत याचिका को ना सिर्फ खारिज किया ।बल्कि इतनी सख्त टिप्पणी कर दी कि। कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भी होश उड़ गए ।हुआ ये कि मनीष सिसोदिया केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलते ही राहत की उम्मीद लेकर दूसरी बार हाईकोर्ट में जमानत याचिका लगाने पहुंच गए ।लेकिन कोर्ट ने ईडी के सबूत देखते ही याचिका को ही खारिज कर दिया । उसके बाद जो टिप्पणी की ।उससे जेल में बंद सिसोदिया की हालत ही खराब हो गई है ।

भ्रष्टाचार निरोधक कानून और पीएमएलए के प्रावधानों के मुताबिक, खुद को जमानत का हकदार दिखाना होगा ।बिना किसी उचित कारण के शराब वितरकों का मुनाफा 5 से बढ़ा कर 12 प्रत‍िशत किया गया ।इन्होंने इलेक्ट्रॉनिक सबूत नष्ट किए. अपने 2 फोन उपलब्ध नहीं करवाए और यह बहुत प्रभावशाली व्‍यक्‍ति हैं । इस आशंका से इनकार नहीं कर सकते कि जमानत मिलने पर यह सबूतों और गवाहों को प्रभावित कर सकते हैं. यह केस सत्ता के दुरुपयोग का है, आरोपी जो दिल्ली का उपमुख्यमंत्री था उसने पहले से तय लक्ष्य के लिए नीति बनाई।

सिसोदिया के खिलाफ ईडी ने जो सबूत पेश किए हैं । उन्हें देखकर जज भी हैरान थे ।इसलिए उन्होंने साफ शब्दों में कह दिया है कि सिसोदिया प्रभावशाली नेता है। उन्हें जमानत मिलना केस को प्रभावित कर सकता है ।सबूत गवाहों के साथ छेड़छाड़ भी हो सकती है ।अब जैसे ही कोर्ट ने सख्त टिप्पणी के साथ सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज की । तुरंत आतिशी प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर बैठ गई । 

शराब घोटाले में ईडी के पास पुख्ता सबूत हैं ।लेकिन आम आदमी पार्टी बावजूद उसके भी कहती है कि शराब घोटाला झूठ है..जबकि शराब घोटाले में गवाही देने वाले लोग कोई और नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी के ही नेता है । विजय नायर ने खुद ईडी के सामने कबूल किया । ना सिर्फ सिसोदिया की पोल खोली । बल्कि केजरीवाल कैसे साउथ लॉबी के साथ इस घोटाले में शामिल हुए इसके सबूत भी ईडी के हाथ लग गए ।बावजूद उसके भी आम आदमी पार्टी के नेता माहौल बना रहे हैं ।कोर्ट का फैसला खिलाफ आने पर बौखला रहे हैं ।खैर अब बौखलाने चिल्लाने से कोई फर्क पड़ने वाले नहीं है ।क्योंकि कोर्ट सबूतों के आधार पर चलता है। अभी तो सिर्फ सिसोदिया को झटका लगा है। आने वाले वक्त में केजरीवाल भी बुरे फंसने वाले हैं ।क्योंकि ईडी ने शराब घोटाले में केजरीवाल के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल कर दी है ।और इस चार्जशीट में केजरीवाल आम आदमी पार्टी दोनों को आरोपी बनाया गया है।

 चार्जशीट में केजरीवाल-AAP पर क्या आरोप ?
AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल शराब घोटाले के मास्टरमाइंड और मुख्य साजिशकर्ता थे ।
शराब घोटाले में तथाकथित साउथ ग्रुप द्वारा उनकी पार्टी को रिश्वत के रूप में 100 करोड़ का भुगतान किया गया था।
2021-22 की शराब नीति में किए गए बदलावों से आम आदमी पार्टी को फायदा हुआ ।
केजरीवाल सीधे तौर पर शराब नीति तैयार करने में शामिल थे ।
केजरीवाल ने साउथ ग्रुप को फायदा पहुंचाने के बदले में उनसे रिश्वत की मांग की थी।
केजरीवाल ने आप के गोवा चुनाव प्रचार में इस पैसे में से 45 करोड़ खर्च किए थे ।

अब जल्द ही ईडी की चार्जशीट पर कोर्ट में सुनवाई होगी ।और केजरीवाल पर बड़ी आफत आने वाली है । क्योंकि ईडी ने चार्जशीट में आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बना दिया है । तो ये पहली बार है जब किसी राजनीतिक दल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में मुकदमा चलाया जाएगा ।और अगर आरोप साबित हो जाते हैं । तो इस मामले में चुनाव आयोग की एंट्री भी हो सकती है ।और चुनाव आयोग आम आदमी पार्टी की सदस्यता भी रद्द कर सकता है ।यानी की हालात बता रहे हैं आम आदमी पार्टी आने वाले दिनों में खत्म हो सकती है ।कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव के बीच ही केजरीवाल को बुरी खबर सुनने को मिल सकती है ।
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