Kadak Baat : शिमला के बाद अब मंडी में मस्जिद को लेकर तनाव, एक्शन में आए प्रशासन ने तुरंत दे दिया अल्टीमेटम!
Kadak Baat : शिमला में अवैध मस्जिद के खिलाफ हिंदुओं ने मोर्चा खोला, तो मौलाना मौलवी घिरते ही घुटनों पर गए। बढ़ते विरोध को देखते हुए खुद ही ऐसा ऐलान कर दिया कि मुसलमानों में कोहराम मच गया। जो मौलाना मौलवी अभी तक हिंदुओं को आंख दिखा रहे थे और मस्जिद को लेकर धमका रहे थे, अब खुद ही मस्जिद को ढहाने का फैसला कर लिया है। बकायदा इसके लिए प्रशासन को मस्जिद के इमाम की तरफ से लेटर सौंपा गया और कहा गया कि आप इजाज़त दें, हम खुद ही मस्जिद के अवैध हिस्से को ढहाने के लिए तैयार हैं।
शिमला के बाद अब मंडी में मस्जिद पर तनाव
खुद मस्जिद का अवैध हिस्सा इसलिए मुसलमान ढहा रहे हैं क्योंकि बड़ी चोरी पकड़ी गई है। खुलासा हो गया है कि अवैध तरीके से पांच मंजिल तक निर्माण किया गया। सरकार की नाक के नीचे खेल होता रहा, लेकिन कांग्रेस बढ़ावा देती रही। अगर हिंदू संगठन सामने ना आते, तो सच्चाई भी ना खुल पाती। लेकिन कांग्रेस की करतूत देखिए—अवैध मस्जिद के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले हिंदुओं पर ही सुक्खू सरकार ने कहर ढाया। पुलिस से ना सिर्फ लाठीचार्ज करवाया, बल्कि पानी की बौछार कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने का काम किया गया। कांग्रेस सरकार अवैध मस्जिद पर एक्शन लेने से कतराती है क्योंकि अगर मुसलमानों को हाथ लगाएगी, तो वोट बैंक खिसक जाएगा। यही वजह है कि किसी तरह कांग्रेस मामले को शांत करने की कोशिश में लगी हुई है। लेकिन चारों तरफ से खुद को फंसता देख मस्जिद के मौलानाओं ने खुद ही अवैध निर्माण को ढहाने का फैसला लिया है। लेकिन दूसरी तरफ पूरी मस्जिद को ढहाने की आवाज तेज़ी से उठ रही है। प्रदर्शन उग्र होता जा रहा है।
दूसरी तरफ अब मंडी में भी नई मस्जिद पर हिंदू संगठनों ने हल्ला बोल दिया है, जिससे कांग्रेस की सरकार बैकफुट पर आ गई है। और जल्दबाजी में सरकार को ऐसा ऐलान करना पड़ा है, जिससे मौलानाओं में भी कोहराम मच गया है। सरकार की तरफ से अब कार्रवाई करते हुए कहा गया है:
- मंडी की एक अवैध मस्जिद को सील किया जाएगा।
- कलेक्टर ने मस्जिद को सील करने का फैसला सुनाया है।
- मंडी में अवैध मस्जिद का अवैध निर्माण टूटेगा।
- नगर निगम ने मस्जिद को तोड़ने के लिए 30 दिन का समय दिया।
- अवैध मस्जिद को लेकर हिंदू संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
तो बवाल बढ़ता देख मस्जिद को सील करने का फैसला सुना दिया गया। लेकिन आखिर मस्जिद को सील करने से या फिर हिंदू संगठनों को खदेड़ने से मामले का हल निकल पाएगा? क्योंकि हिमाचल में जिस तरह से बाहरी मुसलमानों के अवैध कब्जे के मामले सामने आ रहे हैं, उन्होंने सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कैसे हिमाचल की शिमला वाली अवैध मस्जिद का जिन्न बाहर निकला और कैसे विवाद शुरू हुआ, चलिए बताते हैं। दरअसल इस विवाद के दो पहलू हैं—पहला यह कि 30 अगस्त को एक कारोबारी के साथ कुछ लोगों ने यहां मारपीट की। बताया गया कि मारपीट करने वाले सभी 6 लोग शिमला के नहीं, बल्कि बाहरी थे और वो मस्जिद में जाकर छिप गए। तो ऐसे में कारोबारी के साथ हिंदू लोगों ने मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू किया, तो अवैध मस्जिद का मामला निकलकर सामने आया। जिसके बाद देखते ही देखते हिंदू संगठनों ने बवाल खड़ा कर दिया। इस विवाद का दूसरा पहलू तब बाहर निकला जब पता चला कि मस्जिद में अवैध निर्माण को लेकर लंबे अर्से से कानूनी लड़ाई चल रही है। मामला शिमला नगर निगम में है, लेकिन उससे पहले ही सरकार की पोल भी खुल गई और मस्जिद की चोरी भी पकड़ी गई।