Kadak Baat : Owaisi और Pallavi के धांसू ऐलान से Akhilesh हो गए परेशान, योगी की राह आसान
लेकिन एक तरफ सीएम योगी के ताबड़तोड़ फैसले और दूसरी तरफ ओवैसी और पल्लवी पटेल के खेल ने अखिलेश यादव को सिर पकड़ने के लिए मजबूर कर दिया है। पल्लवी पटेल और ओवैसी के एक ऐलान से सपा में बवाल खड़ा कर दिया है।अखिलेश यादव रातोंरात भाग खड़े हुए हैं,खबर ये है कि
- यूपी में 10 सीटों पर उपचुनाव को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा फैसला लिया
- AIMIM और अपना दल(कमेरावादी) सभी 10 सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी
- AIMIM के यूपी अध्यक्ष शौकत अली ने अपना दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है
तो अब अंदाजा लगा ही सकते हैं कि कैसे ओवैसी और पल्लवी पटेल ने मिलकर अखिलेश के लिए खाई खोद दी है।क्योंकि जिन मुद्दों पर अखिलेश राजनीति करते हैं,मुसलमानों पर दांव खेलते हैं। दलितों पिछड़ों को लुभाने के लिए उनके मसीहा बनते हैं उन्हीं की राजनीति ओवैसी और पल्लवी पटेल भी करती है।तो ऐसे में 10 सीटों पर मुकाबला दिलचस्प होगा, अखिलेश-ओवैसी-पल्लवी एक ही वोट बैंक को लुभाने के लिए आपसी लड़ाई लड़ेंगे।एक दूसरे के वोट काटेंगे जिसका फायदा सीधा बीजेपी को मिलेगा हालात बता रहे हैं कि अब 10 सीटों पर बीजेपी की जीत पक्की है। वहीं अपना दल कमेरावादी की नेता पल्लवी पटेल ने कहा कि -
लोकसभा चुनाव के बाद पीडीएम(पिछड़ा-दलित-मुस्लिम) की यह पहली बैठक है. बैठक में लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा की गई है जो कमियां रह गई हैं उसको दूर करने पर रणनीति बनी है यूपी में होने वाले 10 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव में भी उतरने का फैसला लिया गया है और पधाधिकारियों को अभी से उपचुनाव की तैयारियों में जुटने का निर्देश दिया गया है. हमारी कोशिश है कि पीडीएम विधानसभा के उपचुनाव में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराए और इसके लिए ग्राउंड पर अभी से तैयारियों में जुटने की रणनीति बनी है विधानसभा में हमारे मोर्चे से और सदस्य विधानसभा पहुंच सकें, इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं।
यानी की अब उपचुनाव में पूरे घमासान की उम्मीद है क्योंकि लोकसभा चुनाव में PDM को करारी हार मिली थी। तो ऐसे में ये लोग उपचुनाव में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते।यही वजह है कि अखिलेश के पीडीए यानी पीछड़े, दलित, अल्पसंख्यक के सामने पल्लवी ओवैसी ने पीडीएम यानी पीछड़े-दलित मुसलमान एजेंडे को उतारने का फैसला किया। एजेंडा सेम है वोटबैंक भी सेम है,अब बाजी कौन मरेगा ये देखने वाली बात होगी।बता दें की अखिलेश यादव के साथ खटास आने के बाद पल्लवी और ओवैसी की पार्टी ने ये नया नारा दिया था।इसी नारे को लोकसभा चुनाव में भी बुलंद किया.लेकिन जीत से ये लोग कोसो दूर रहे की सीटों पर तो इनके नेताओं की जमानत तक जब्त हो गई थी।लेकिन अब ऐसे में उपचुनाव में ओवैसी और पल्लवी पटेल का हुंकार भरना सपा कांग्रेस की दिक्कते बुरी तरह बढ़ा रहा है। फिलहाल तो चुनाव आयोग ने अभी उपचुनाव की तारीखों की घोषणा नहीं की है। लेकिन सभी ने जोरों शोरों पर अपनी अपनी तैयारियां शुरू कर दी है, जल्द ही इंडिया गठबंधन और बीजेपी अपने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान भी कर देंगे।
यूपी की 10 सीटों पर होगा उपचुनाव
सीमामऊ, फूलपुर, मझवा, मीरापुर, मिल्कीपुर, करहल, कुंदरकी, गाजियाबाद, कटेहरी और खैर सीट पर उपचुनाव होगा ।
9 सीटें विधायकों के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई है,जबकि एक सीट सपा विधायको को सजा होने के बाद खाली हुई है।अब देखने वाली बात ये होगी इस उपचुनाव में कौन बाजी मारता है क्या लोकसभा सीटों पर हुई हार का बदला योगी आदित्यनाथ विधानसभा की सीटें जीतकर ले पाएंगे।