Kadak Baat : CM YOGI का अफसरों पर चला डंडा तो डर गए Akhilesh Yadav , बीजेपी ने सिखा दिया सबक
यूपी में उपचुनाव के बीच योगी सरकार के ट्रांसफर पोस्टिंग के फैसले पर अखिलेश यादव भड़क गए हैं
CM YOGI : विधानसभा में खड़े होकर CM YOGI ने अपराधियों पर बुलडोजर की जगह बुलेट ट्रेन चलाने की चेतावनी दी थी। लेकिन सीएम योगी की इस बुलेट ट्रेन की चपेट में अपराधी तो आ ही रहे हैं। वो लापरवाह अफसर अधिकारी भी आ रहे हैं। जिनकी वजह से लोकसभा चुनाव में बीजेपी को नुकसान पहुंचा। जिनकी शिकायत सीएम योगी को हार पर मंथन बैठक में मिली। शिकायत करने वाला भी कोई और नहीं। बल्कि सहयोगी दलों के नेता संजय निषाद और राजभर के नेताओं के साथ साथ बीजेपी के नेता मंत्री थे। तो ऐसे में बिना देरी करते हुए सीएम योगी ने लापरवाह अधिकारियों अफसरों को नापना शुरू कर दिया। यूपी में सीएम योगी बड़े लेवल पर बदलाव कर रहे हैं। तबादलों की लिस्ट आगे बढ़ा रहे हैं। लेकिन इसमें भी योगी सरकार को घेरने के लिए अफवाह गैंग एक्टिव हो गई। हिंदू मुस्लिम यादव कार्ड खेल दिया है। अखिलेश यादव सबसे पहले रोना रोते हुए मैदान में आए। बौखलाते हुए ट्वीट किया। और लिखा ।
"जब उपचुनावों में भी भाजपा को हराने के लिए जनता फ़ील्ड में उतर चुकी है तो भाजपा कुछ अधिकारियों को हटाने का कितना भी शासकीय-प्रशासकीय नाटक कर ले, कोई उनको पराजय से रोक नहीं सकता। देखना ये भी है कि इनकी जगह जो अफ़सर आएंगे, उनकी निष्पक्षता पर मोहर कौन लगाएगा।
अखिलेश यादव अफसरों के तबादले पर इस कदर चिढ़ गए हैं। जैसे योगी ने फैसला लेकर उनकी जमीन हिला दी हो। अब क्यों अखिलेश यादव को इतनी मिर्ची लगी हुई है चलिए ये भी बता देंते हैं। दरअसल 10 सीटों पर उपचुनाव है। और अब तक सपा के दो नेता रेप केस में सलाखों के पीछे पहुंच चुके है। और तो और सीएम योगी ने उन पुलिस अफसरों पर भी एक्शन लिया है जो पीड़ितों को इंसाफ दिलाने के बजाए। मामले में ढील बरत रहे थे। यही बात अखिलेश यादव हजम नहीं पा रहे हैं। तो दूसरी तरफ कुछ मीडिया ग्रुप में खबर फैलाई जा रही है कि सीएम योगी ने मुरादाबाद में सीडीओ को छोड़कर किसी भी जिले में जिलाधिकारी, पुलिस कमिश्नर, एसएसपी, एसपी, सीडीओ, सीएमओ सहित फिल्ड से जुड़े अन्य महत्वपूर्व पदों पर एक भी मुस्लिम और यादव अफसर पोस्टेड नहीं है। अखिलेश यादव के तंज पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि ।
"अखिलेश यादव मिथ्या प्रलाप कर रहे हैं अधिकारियों, अपराधियों, माफियाओं की जाति और धर्म देखना सपा और बसपा की नीति और रीति रही है। बीजेपी और हमारी सरकार ये काम नहीं करती। हमारी सरकार मेरिट और योग्यता देखती है जहां तक अधिकारियों को स्थानांतरण की बात है तो वह रूटीन का काम है। सरकार अपनी आवश्यकता अनुसार तबादले करती है अखिलेश यादव व्यर्थ के आरोप लगा रहे हैं बेहतर है कि वो कार्यकर्ताओं के बीच जाएं और लोगों से संवाद करें, बीजेपी उपचुनावों के लिए अपनी तैयारी कर रही है सीएम और दोनों डिप्टी सीएम समेत पूरी कैबिनेट जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं से संवाद कर सभी 10 सीटों पर NDA की जीत सुनिश्चित करने में जुटी है "
बीजेपी के पलटवार ने अखिलेश यादव और उनके बड़बोेले नेताओं की एक झटके में बोलती बंद कर दी है। क्योंकि बीजेपी ने साफ शब्दों में बता दिया कार्रवाई कैसे और किसपर हो रही है। क्योंकि सीएम योगी उपचुनाव में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। ना ही वो चुनावों में कोई धांधली बर्दाश्त करेंगें । इसलिए वो तेजी से बदलाव कर रहे हैं। वैसे भी बीते दिनों लोकसभा में हार वाली सीटों पर सीएम योगी ने बैठक की। जिसमें निकलकर सामने आया कि कुछ अफसरों की मनमानी, भ्रष्टाचार की वजह से यूपी में बीजेपी को नुकसान हुआ। ये आरोप बीजेपी के बड़े बड़े नेताओं ने लगाए। जिसके बाद सीएम योगी ने सख्ती दिखाई है। और बड़ी बात तो ये है कि अगर बदलाव हो भी रहे हैं। तो क्यों अखिलेश यादव इससे बैचेन है। क्या अखिलेश यादव को वाकई तबादलों से फर्क पड़ेगा। क्या सपा को उपचुनाव में अपनी हार दिखाई दे रही है । खैर अब यूपी में उपचुनाव के लिए मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है।