Kadak Baat : दिल्ली की मेयर के पोस्टर पर गुस्साए छात्रों ने पोती कालिख, Kejriwal सरकार पर उठे सवाल
UPSC के छात्रों की मौत पर बवाल बढ़ता जा रहा है। अब गुस्साए छात्रों ने मेयर शैली ओबरॉय के पोस्टर पर कालिख पोत दी है।
Delhi :Delhi की राउस IAS स्टडी सर्किल कोचिंग में पानी भरने से UPSC के तीन छात्रों की मौत पर बवाल बढ़ता जा रहा है। हजारों की संख्या में छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। इंसाफ की मांग कर रहे हैं। लेकिन दिल्ली के नेता मंत्री घरों में छुपकर बैठ गए हैं। हर मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाली आतिश- सौरभ भारद्वाज कहां हैं किसी को मालूम नहीं। और सबसे बड़ी बात तो ये है कि MCD की मेयर शैली ओबरॉय भी चुप्पी साधकर पलती गली से निकल गई है।और इंसाफ के लिए वो छात्र भीषण गर्मी में सड़कों पर तड़प रहे हैं। जिनकी जिंदगी दांव पर लगी हुई है। गुस्साए छात्रों में अब शैली ओबरॉय के घर के बाहर प्रदर्शन किया। देखते ही देखते ये प्रदर्शन इतना उग्र हो गया। कि छात्र उनके घर के बाहर लगे होर्डिंग बोर्ड पर चढ़ गए।
मेयर शैली ओबरॉय की फोटो पर कालिख पोत डाली। कालिख पोतने वाले ABVP के कार्यकर्ता बताए जा रहे हैं। तस्वीरें में देख सकते हैं। नीचे पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश में लगी है। तभी एक छात्र होर्डिंग बोर्ड पर चढ़कर मेयर शैली ओबरॉय की फोटो पर कालिश पोत डाली। प्रदर्शऩ इतना उग्र हो गया कि मौके पर पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। जब बात सिर से उपर पहुंच गई तो स्वाति मालीवाल प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच पहुंची। और अपनी ही सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। ना सिर्फ आतिशी पर भड़कीं। बल्कि शैली ओबरॉय के खिलाफ उनका गुस्सा फूट पड़ा।
स्वाति मालीवाल ने अपनी पार्टी के नेताओं के खिलाफ ही FIR दर्ज करने की बात कह डाली है। उनका आरोप है कि केजरीवाल सरकार ने जांच रिपोर्ट तलब करने की बात कहकर मामले से पल्ला झाड़ने का काम किया है। लेकिन जमीन पर उतरकर आप का कोई नेता मंत्री इन छात्रों का दुख जानने नहीं आया है। यही वजह है कि आप सरकार की लापरवाही के खिलाफ छात्रों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। सिस्टम पर सवाल उठ रहे हैं।
दोषियों पर एक्शन लिए जाने का दबाव बनाया जा रहा है। क्योंकि जांच में कई खामियां निकलकर सामने आ रही हैं। दरअसल घटना के वक्त बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे थे और पानी भरने के बाद वहीं फंसे रह गए। पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है 7 गिरफ्तारियां भी हो गई है। लेकिन जांच में जो दो खामिया निकलकर सामने आ रही है। वो हैं मानसून की शुरुआत से पहले सड़क किनारे नालियों की साफ सफाई नहीं होना और दूसरा। बेसमेंट जहां लाइब्रेरी थी वहां पानी निकलने की कोई व्यवस्था नहीं थी।
तो इसके लिए देखा जाए तो सीधे तौर पर कोचिंग का मालिक। और दिल्ली सरकार जिम्मेदार है। क्योंकि कई बार MCD में पानी भरने की शिकायत की गई। गंदगी को लेकर शिकायत की गई। लेकिन MCD की मेयर भी आंख मूंदकर बैठी रही। और बाकी नेता मंत्री भी। जिसकी वजह से राजेंद्र नगर में ये बड़ा हादसा हुआ। तीन छात्रों की मौत हो गई। और केजरीवाल सरकार इस हादसे के बाद से बुरी तरह फंस गई है।