Kadak Baat: सरेंडर से पहले राउज एवेन्यू कोर्ट से भी Arvind Kejriwal को लगा झटका, झूठ बोलने पर फंस गए सीएम!
वजन पर शोर मचाना केजरीवाल को पड़ा महंगा
यानी की अब अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) बीमारी का बहाना बनाएं या फिर बीजेपी के खिलाफ साजिश के आरोप लगाएं, होने वाला कुछ नहीं है। क्योंकि कोर्ट में ईडी ने जो बातें कहीं जो जो सबूत रखे उससे केजरीवाल की टीम सदमें में चली गई है। दरअसल ईडी ने केजरीवाल की जमानत का दमदार तरीके से विरोध करते हुए उनके स्वास्थ्य गौर दिया और ईडी ने छुटते ही केजरीवाल के उस दावे को खारिज कर दिया जिसमे वो अपना वजन घटने की बात बार बार बोल रहे थे। ईडी ने दावा किया कि केजरीवाल का वजन जेल में घटा नहीं बल्कि 1 किलो बढ़ा है। कोर्ट में क्या कुछ हुआ विस्तार से बताते हैं।
केजरीवाल ने तथ्यों को छुपाया और अपने स्वास्थ्य सहित कई मामलों पर गलत बयान दिए. मेडिकल जांच करवाने के बजाए वो देशभर में यात्रा कर रहे हैं. केजरीवाल ने सवंददाता सम्मेलन में भ्रामक दावा किया कि वो दो जून को आत्मसमर्पण करेंगे।
कोर्ट में जैसे ही ईडी ने सारी बातें रखी वैसे केजरीवाल के वकील भी भड़क गए।ईडी की बातों का विरोध शुरू कर दिया, लेकिन ऐसे में दोनों तरफ की दलील सुनने के बाद कोर्ट ने केजरीवाल की जमानत पर फैसला ही टाल दिया। 5 जून को अब केजरीवाल की जमानत पर फैसला सुनाया जाएगा।तभी साफ होगा कि केजरीवाल को राहत मिलेगी या आफत और बढ़ेगी। क्योंकि अब जिस तरीके से केजरीवाल ने गंभीर बीमारी होने का झूठ फैलाया ना सिर्फ जेल प्रशासन पर सवाल उठाया बल्कि बीजेपी के खिलाफ भी साजिश के गंभीर आरोप लगा डाले।खैर केजरीवाल उस वक्त बेनकाब हो गए जब जेल प्रशासन की तरफ एक लेटर जारी किया गया,लेटर में तारीख दर तारीख केजरीवाल के वजन बढ़ने घटने का पूरा ब्यौरा लिखा गया था। लेटर में लिखा गया कि
- 1 अप्रैल 2024 को केजरीवाल का वजन 65 किलो था
- 3 अप्रैल 2024 को केजरीवाल का वजन 65 किलो था
- 8 अप्रैल 2024 को केजरीवाल का वजन 66 किलो था
- 16 अप्रैल 2024 को केजरीवाल का वजन 65 किलो था
- 29 अप्रैल 2024 को केजरीवाल का वजन 66 किलो था
- 09 मई 2024 को केजरीवाल का वजन 64 किलो था
केजरीवाल कभी कहते हैं कि उनका 6 किलो वजन कम हो गया कभी कहते हैं 7 किलो वजन कम हो गया। ऐसे में केजरीवाल कितना झूठ बोल जाते हैं ये तिहाड़ जेल के लेटर ने खुले शब्दों में बता दिया है और यही झूठ सीएम साहब की जमानत पर भारी पड़ गया है।
केजरीवाल ही नहीं आम आदमी पार्टी के तमाम नेताओं ने उनके वजन कम होने की बात कही, शोर मचाया की सीएम साहब को गंभीर बीमारी के लक्षण हो सकते हैं लेकिन ना सुप्रीम कोर्ट में भी राहत नहीं मिली और अब हाईकोर्ट मे भी फंस गए। केजरीवाल की सारी ड्रामेबाजी उनकी ही जमानत पर भारी पड़ती दिखाई दी है।