Kadak Baat : Kejriwal के बाद सिसोदिया को तगड़ा झटका, AAP में मच गया बवाल
- राउज एवेन्यू कोर्ट ने सिसोदिया की 15 जुलाई तक न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है
- सिसोदिया की न्यायिक हिरासत भी सीबीआई केस में बढ़ाई गई है
- 6 जुलाई को हिरासत खत्म होने के बाद CBI ने सिसोदिया को पेश किया था
सिसोदिया की न्यायिक हिरासत उसी केस में बढ़ी है जिसमें केजरीवाल की जमानत पर सुनवाई चल रही है और मामला फंसता जा रहा है। क्योंकि जांच एजेंसी लगातार कोर्ट में सुनवाई के दौरान नए नए सबूत पेश कर रही है , हालांकि शराब घोटाले में सिसोदिया पर काफा गंभीर आरोप लगे हुए हैं क्योंकि जिस वक्त ये शराब नीति बनाई थी ।उस वक्त आबकारी विभाग सिसोदिया के ही पास था यही वजह है कि जेल में सिसोदिया को एक साल से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन अभीतक जमानत नहीं मिल पा रही है।सीबीआई ने सिसोदिया पर क्या कुछ आरोप लगाए थे चलिए ये भी बताते हैं
CBI के सिसोदिया पर आरोप
- सिसोदिया आबकारी नीति के लिए कैबिनेट द्वारा गठित मंत्रियों के समूह का नेतृत्व कर रहे थे और लाभ मार्जिन 5% से बढ़ाकर 12% कर दिया गया था।
- सिसोदिया ने शराब घोटाले के दौरान इस्तेमाल किए गए फोन भी नष्ट किए।
- सिसोदिया पर शराब घोटाले के सबूत मिटाने के भी आरोप हैं
- आबकारी नीति को संशोधित करते समय अनियमितता की गई थी और लाइसेंसधारकों को अनुचित लाभ दिया गया था।
- मंत्री रहते हुए इस नीति को बनाने के लिए बनाई गई विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट को सिसोदिया ने नजरअंदाज किया
ना सिर्फ सीबीआई बल्कि ईडी भी सिसोदिया पर आरोप लगा चुकी है कि नई शराब नीति बनाने से लेकर घोटाला करने तक में सिसोदिया का अहम रोल रहा है और उसी का नतीजा है कि सिसोदिया को बार बार कोर्ट से झटका लग रहा है। और जमानत में राहत नहीं मिल पा रही है। वहीं दूसरी तरफ केजरीवाल की वजह से भी सिसोदिया की मुश्किलें बढ़ रही है, क्योंकि सीबीआई जो सबूत रखती है।उसमें सिसादियों का नाम कहीं ना कहीं जरूर होता है और यही सबूत केजरीवाल के साथ साथ सिसोदिया के मुश्किलें खड़ेकर रहे हैं। इससे पहले सिसोदिया की हाईकोर्ट जमानत याचिका भी खारिज कर चुका है उन्होंने सीबीआई-ईडी दोनों ही मामलों में जमानत मांगी थी अब और बड़ी दिक्कत में सिसोदिया फंस चुके हैं।