Advertisement

Kadak Baat : क्या बीजेपी को भी समर्थन दे सकते हैं केजरीवाल ?, राशिद अल्वी का AAP पर बड़ा आरोप

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने केजरीवाल पर बड़ा आरोप लगाया है उनका कहना है कि केजरीवाल के बयानों से साफ़ है कि वो हरियाणा में बीजेपी का भी समर्थन कर सकते हैं यानी उन्हें बीजेपी की वजह से ज़मानत मिली है।
Kadak Baat : क्या बीजेपी को भी समर्थन दे सकते हैं केजरीवाल ?, राशिद अल्वी का AAP पर बड़ा आरोप

Kadak Baat : एक तरफ़ हरियाणा कांग्रेस में मारधाड़ शुरू हो गई है। कुमारी सैलजा और सुरजेवाला के बीजेपी में शामिल होने की ख़बरें उड़ रही हैं, तो दूसरी तरफ़ केजरीवाल ने ऐसा बयान जारी कर दिया है, जिससे कांग्रेस में कोहराम मच गया है। कांग्रेसी बुरी तरह डर गए हैं क्योंकि हरियाणा में रैली करते हुए केजरीवाल ने साफ़-साफ़ ऐलान किया कि हरियाणा में कोई भी सरकार आम आदमी पार्टी के बिना नहीं बनेगी।सवाल ये है कि सीटों के हिसाब से अगर किसी को समर्थन देने की बात आई, तो क्या केजरीवाल कांग्रेस या बीजेपी, किसी को भी समर्थन देंगे? सत्ता के लालच में क्या वे किसी के आगे झुक जाएंगे? अब ऐसे में कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने केजरीवाल को लेकर बड़ा खुलासा किया है और आशंका जताई है कि बीजेपी की साजिश की वजह से ही केजरीवाल को ज़मानत मिली है, ताकि वे कांग्रेस के ख़िलाफ़ प्रचार कर सकें।

हरियाणा में केजरीवाल देंगे बीजेपी को समर्थन ?

यानी कि राशिद अल्वी कह रहे हैं कि अगर केजरीवाल ये कहते हैं कि सत्ता की चाबी उनके हाथ में है, तो ये उनकी गलतफहमी है क्योंकि कांग्रेस हरियाणा में अकेले ही सरकार बना रही है। इसके साथ ही राशिद अल्वी खुलकर आरोप लगा रहे हैं कि केजरीवाल बीजेपी को सपोर्ट करने ही जेल से बाहर आए हैं, जिससे कांग्रेस को भारी नुक़सान पहुंचे।

अब समझिए क्यों केजरीवाल के बोलते ही कांग्रेस चुनाव से पहले फंस गई है। दरअसल, कांग्रेस को उम्मीद है कि वे हरियाणा में चुनाव जीत जाएंगी। इसी भ्रम में चुनाव का ऐलान होते ही कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को खदेड़ दिया और गठबंधन करने से साफ़-साफ़ इनकार कर दिया। लेकिन अब राहुल गांधी और उनकी टोली इसलिए डर गए हैं कि चुनाव के क़रीब आते ही आंकड़े बदलते हुए दिखाई दे रहे हैं।

कांग्रेस को लग रहा है कि अगर सीटें बहुमत से कम आईं और आम आदमी पार्टी के साथ-साथ बीजेपी भी सीटें ले गई, तो समर्थन के लिए आम आदमी पार्टी के हाथ-पैर जोड़ने पड़ेंगे। केजरीवाल बीजेपी के साथ जाकर कांग्रेस के लिए "जैसी करनी वैसी भरनी" का उदाहरण सेट कर सकते हैं। इसलिए कांग्रेसियों ने रोना शुरू कर दिया है। अगर कुछ नहीं मिला, तो केजरीवाल और बीजेपी के साँठगाँठ के आरोप ही लगा दिए।

सोचने वाली बात है कि जो केजरीवाल चीख-चिल्लाकर बीजेपी के ख़िलाफ़ प्रचार कर रहे हैं, दिल्ली से लेकर दूसरे चुनावी राज्यों में जमकर बीजेपी को गालियां दे रहे हैं, शराब घोटाले में उनकी गिरफ़्तारी के लिए बीजेपी को ज़िम्मेदार ठहरा रहे हैं, तो भला कैसे वे केजरीवाल बीजेपी को समर्थन दे सकते हैं? और बीजेपी भी किसी हाल में भ्रष्टाचार के दाग़ झेल रहे केजरीवाल को अपना साथी नहीं बनाएगी।


Advertisement

Related articles

Advertisement