Kadak Baat : पत्थरबाजों पर सीएम मोहन यादव की सबसे बड़ी कार्रवाई, 200 घरों पर चलेगा बुलडोजर ?
Kadak Baat : यूपी में बाबा के बुलडोजर और एमपी में मोहन यादव के धाकड़ एक्शन ने बदमाशों-माफियाओं के पसीने छुड़ा दिए है। इसी का नतीजा है मध्यप्रदेश में पुलिस पर पथराव करने वाले आरोपी कांग्रेस नेता हाजी शहजाद अली पर सख्ती बढ़ाई गई है तो दूसरी तरफ उसके नापाक इरादों को अंजाम तक पहुंचाने वालों उपद्रवियों की भी कमर तोड़ी गई। दरअसल पथराव करने वालों की तेजी से गिरफ्तारियां कर रही हैं तो दूसरी तरफ 200 से ज्यादा अपराधियों के घरों पर बुलडोजर दौड़ाने की तैयारियां चल रही है.. सभी उपद्रवियों की पहचान कर उनके घरों दुकानों की लिस्ट तैयार की जा रही है। सबसे पहले मध्यप्रदेश पुलिस ने पथराव के मास्टरमाइंड हाजी शहजाद के 10 करोड़ के आलीशान महल को मिट्टी में मिलायाऔर फिर उसके बाद जो बाकी अपराधियों पर एक्शन हो रहा है। उससे ना सिर्फ अपराधी कांप उठे हैं बल्कि कांग्रेस से लेकर सपा बसपा और ओवैसी तक बौखला उठे।
पुलिस पर पत्थरबाजी करने वाले 200 आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी हो रही है
कांग्रेस नेता हाजी शहजाद अली के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी हुआ है
पत्थरबाजी की घटना के बाद से शहजाद अली फरार है
शहजाद अली के विदेश भागने की आशंका है इसलिए लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है
तो शाहजाद अली को ढूंढने के लिए पुलिस लगतारा छापेमारी कर रही है। इसी बीच जो खुलासे हो रहे हैं उससे हर कोई हैरान है। हालही में खुलासा हुआ है कि शहजाद अली शहर में ही शुरूआती दौर में ठेला लगाकर पुराने कपड़े बेचा करता था और देखते ही देखते अरबपति बन गया। खुलासा ये भी हुआ है कि उसने पैसे कमाने के लिए अपराध की दुनिया में कदम रखा। उसपर कई आपराधिक मामले भी दर्ज है। इनमे जमीनों पर जबरन कब्जा करने के केस ज्यादा हैं। शहजाद पर हत्या के प्रयास का भी केस चल रहा है। बताया जाता है कि शहजाद का मुस्लिमों में ऐस रसूख था कि समाज के आपसी विवाद निपटाता था दोनों पक्षों में समझौता कराकर लाखों रुपये ऐंठता था। ये बात तब सामने आई जब शहजाद अली पर एक्शन हुआ। उसकी हवेली को जमींदोज किया गया तो तमाम लोग जमीन कब्जाने की शिकायत लेकर बाहर आए.. और तो और उसका छोटा भाई फैय्याज अली भी रजिस्टर्ड अपराधी है।
परिवार के भी केस अब खोदे जा रहे हैं बताया जा रहा है कि शहजाद अली ने जिस जमीन पर महल जैसी इमारत खड़ी कर रखी थी. उसे भी हथियाने की बात सामने आई है उस जमीन का मालिक भी कोई और बताया जा रहा है.. जैसे जैसे शहजाद अली की कमर तोड़ी जा रही है। उसकी कुंडली खोली जा रही है वैसे वैसे कांग्रेस से लेकर ओवैसी तक बौखला उठे हैं। सबसे पहले सीएम मोहन यादव के बुलडोजर एक्शन के खिलाफ प्रियंका गांधी ने आवाज उठाई, तुरंत ट्वीट गढ़ते हुए लिखा "अगर कोई किसी अपराध का आरोपी है तो उसका अपराध और उसकी सजा सिर्फ अदालत तय कर सकती है। लेकिन आरोप लगते ही आरोपी के परिवार को सजा देना, उनके सिर से छत छीन लेना, कानून का पालन न करना, अदालत की अवहेलना करना, आरोप लगते ही आरोपी का घर ढहा देना- यह न्याय नहीं है। यह बर्बरता और अन्याय की पराकाष्ठा है। कानून बनाने वाले, कानून के रखवाले और कानून तोड़ने वाले में फर्क होना चाहिए। सरकारें अपराधी की तरह व्यवहार नहीं कर सकतीं"।
प्रियंका गांधाी तो प्रियंका ओवैसी साहब भी शहजाद अली के समर्थन में रोते हुए नजर आए.. उनके भीड़ को पुलिसवालों पर पत्थरबाजी के लिए उकसाया। वो इन नेताओं की नजर में ठीक, तमाम लोगों ने पुलिसवालों पर पथराव किया। वो भी ठीक था लेकिन जब पुलिस ने इन्हें अपराध की सजा दी।शहजाद के काले चिट्ठे खोले तो ओवैसी साहब ऐसा बौखला रहे हैं।जैसे एक बेसबूर पर कार्रवाई हो रही है..
तो सुना आपने ओवैसी साहब उन उपद्रवियों का समर्थन कर रहे हैं। जिन्होने माहौल खराब करने की कोशिश की थाने पर पथराव कर हिंसा भड़काने का काम किया पूरा मामला भी विस्तार से बता देते हैं। दरअसल छतरपुर जिले में सिटी कोतवाली थाने में एक समुदाय विषेश द्वारा प्रदर्शन किया गया। इसी दौरान कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया। पथराव में थाना प्रभारी समेत कई लोग घायल हो गए.. थाना प्रभारी को गंभीर चोंटे आई।इस घटना के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आया और मुख्यमंत्री मोहन यादव आग बबूला हो उठे। तुरंत आरोपियो के खिलाफ वक्त रहते ही सख्त से सख्त कार्रवाई के आदेश दिए और जब उपद्रवियों की जांच पड़ताल शुरू हुई।तो इस घटना का मास्टरमाइंड निकला हाजी शहजाद अलीजिसकी कुंडली खुली तो ना सिर्फ पुलिस प्रशासन हैरान हो गया बल्कि सीएम मोहन यादव ने तुरंत हाजी इकबाल की अवैध साम्राज्य पर तुरंत बुलडोजर दौड़वा दिया। 10 करोड़ की संपत्ति को एक झटके में मिट्टी में मिला दिया और जब इन दंगाईयों की कमर तोड़ी जा रही है तमाम विपक्षी नेता बौखला रहे हैं.. लेकिन अब ये बौखलाएं चिल्लाएं होने वाला कुछ नहीं है,अपराध किया है तो सजा मिलेगी ही।