Kadak Baat : Shivraj Singh के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाएगी कांग्रेस, दो नेताओं ने लगाया दांव
शिवराज के खिलाफ कार्यवाही करेगी कांग्रेस
चलिए बताते हैं ,दरअसल शिवराज सिंह चौहान ने खुलासा किया था कि कांग्रेस ने कब-कब कैसे कैसे किसानों के साथ अत्याचार किया। कांग्रेस सरकार ने किसानों को कोई कर्ज माफी नहीं दी। जब बीजेपी के सांसद खुलकर कांग्रेसियों को हर मुद्दे पर बेनकाब कर दें। तो सच्चाई कांग्रेसियों को हजम नहीं होती। ऐसे में अब कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला भड़क उठे और आरोप लगाया कि मोदी सरकार किसान विरोधी है आगे कहा कि -
एक तरफ मोदी सरकार संसद में कहती है कि किसानों को लागत पर 50 प्रतिशत का मुनाफा देंगे। दूसरी तरफ स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को कूड़ेदान में डाल दिया है। मोदी सरकार सदन को गुमराह कर रही है क्योंकि सदन में भले ही किसानों को लागत पर 50 फीसदी मुनाफे की बात करती है लेकिन सरकार ने 6 फरवरी 2015 को सुप्रीम कोर्ट में शपथ पत्र देकर कहा कि किसान को लागत पर कभी भी 50 प्रतिशत मुनाफा नहीं दिया जा सकता है। बीजेपी लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। उनकी सोच वास्तव में किसान विरोधी है ।
ये बात कांग्रेसी तब उठा रहे हैं, जब शिवराज सिंह चौंहान ने बकायदा आंकड़े दिखाकर किसानों को दिए जा रहे लाभ की गिनती गिनाई और बताया दिया कि कांग्रेस के अबतक के राज में कैसे किसानों की आवाद दबाई गई सिर्फ और सिर्फ गुमराह किया गया। उनके साथ खिलवाड़ किया, इस खुलासे के बाद दिग्विजय सिंह और रणदीप सुरजेवाला चिढ़ गए। तुरंत शिवराज सिंह चौंहान के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की बात कह डाली है। अब समझिए विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव से क्या होगा, इसके नियम क्या है।
दरअसल विशेषाधिकार नोटिस पेश करने के लिए कुछ नियम हैं, सदन के नियम 222 के तहत कोई सदस्य अध्यक्ष की सहमति से किसी सदस्य या सदन या उसकी किसी समिति के विशेषाधिकार के हनन से जुड़ा प्रश्न उठा सकता है। नियम 223 में कहा गया है कि विशेषाधिकार का प्रश्न उठाने के इच्छुक सदस्य को प्रश्न उठाए जाने के दिन सुबह 10 बजे तक जनरल सेक्रेटरी को लिखित में नोटिस देना होगा। ऐसे में अगर कांग्रेस ये कार्रवाई होती है, तो होना कुछ नहीं है क्योंकि शिवराज सिंह चौहान तथ्य रहेंगे और आखिर में उस मामले में कांग्रेस नेता ही फंस जाएंगे।