Kadak Baat : CM Yogi के धांसू एक्शन से यूपी में हलचल, पुलिस ने दौड़ा-दौ़ड़ाकर लिया बदमाशों का हिसाब
चुनाव पूरे होते ही यूपी पुलिस ने अपराधियों पर नकेल कसनी शुरू कर दी है। संदेश पहुंचाने की कोशिश की है कि किसी तरह की कोई लापरवाही प्रदेश में नहीं बर्दाश्त की जाएगी। एनकाउंट की बात करें तो
- 5 जून को जौनपुर पुलिस ने एक लाख के इनामी प्रशांत का एनकाउंटर किया
- एनकाउंटर में प्रशांत उर्फ प्रिंस को मुठभेड़ में मार गिराया
- प्रशांत पिछले सात साल से फरार चल रहा था
- प्रशांत ने हालही में आशुतोष नाम के एक पत्रकार की गोली मारकर हत्या की थी
- इससे पहले मथुरा में मनोज नाम के 50 हजार के एक इनामी को मुठभेड़ में मार गिराया
दरअसल सीएम योगी ने चुनाव के तुरंत बाद सभी विभागों को बैठक कर कामकाज में तेजी लाने के आदेश दिए थे।इसका पूरा असर अब देखने को मिल रहा है।इसके अलावा लापरवाह पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई भी शुरू हो गई है।चुनावों के बाद से
- DGP मुख्यालय के निर्देश पर कई जिलों में पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है ।
- 61 पुलिसकर्मी या तो निलंबित किए गए है या फिर उन्हें लाइन हाजिर किया गया है।
- कई विभागो में प्रोन्नति के आदेश भी जारी किए गए हैं।
- पुलिस विभाग ने 53 अपर पुलिस अधीक्षकों को वरिष्ठ वेतनमान में प्रनोशन का आदेश दिया है।
- DGP मुख्यालय ने 643 हेड कांस्टेबल को सब इंस्पेक्टर पद पर प्रमोशन करने का आदेश जारी कर दिया है।
- ये आदेश आचार संहिता की वजह से रुके हुए थे. जिन्हे चुनाव के तुरंत बाद लागू किया गया है।
तो सीएम योगी अब किसी भी विभाग में लापरवाही बरतने के मूड में नहीं हैं।उन्होने सभी विभागों पर नकेल कस दी है।वैसे भी सीएम योगी यूपी में बीजेपी को नुकसान की वजह के लिए तमाम बैठकें कर रहे हैं। कैसे यूपी में बीजेपी की सीटें कम हुई।आखिर कहां क्या लापरवाही रही जिसकी वजह से बीजेपी को नुकसान पहुंचा। नतीजे आते ही सीएम योगी आगे की रणनीति में जुट गए हैं।इसी का नतीजा है कि सीएम योगी ने सरकार बनते ही सबसे पहले अमित शाह से मुलाकात की,फिर राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी से मुलाकात हुई।कहा जा रहा है कि इस दौरान प्रदेश के विकास और तमाम नीतियों को लेकर बातचीत की गई। साथ ही हाथ से जाने वाली सीटों पर भी मंथन किया गया।