Kadak Baat : ED-CBI ने पेश किए धमाकेदार सबूत, जमानत से पहले बिगड़ गया केजरीवाल का खेल
- राउज एवेन्यू कोर्ट ने केजरीवाल की 10 दिन की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है
- केजरीवाल की सीबीआई केस में 12 जुलाई कर न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई है
तो एक तरफ ट्रायल कोर्ट केजरीवाल की हिरासत बार बार बढ़ा रहा है क्योंकि सीबीआई कोर्ट में तमाम सबूत पेश कर चुकी है और ये सबूत केजरीवाल को शायद ही जेल से बाहर आने दें। जैसे ही सीबीआई केस में केजरीवाल की हिरासत बढ़ी सीएम साहब हाईकोर्ट की चौखट पर पहुंच गए।जमानत याचिका लगाई लेकिन हैरानी की बात तो ये है कि सीबीआई पर ही घिनौने और गंभीर आरोप लगा दिए, केजरीवाल की याचिका पर पांच जुलाई को सुनवाई होगी। अब सीबीआई अपने उपर लगे आरोपों की जवाब भी देगी और ये जवाब केजरीवाल के लिए घातक साबित हो सकते हैं।तो चलिए पहले ये भी बताते हैं कि केजरीवाल की याचिका में क्या आरोप लगाए गए हैं।
केजरीवाल की तरफ से CBI पर आरोप लगाए
- याचिका में दावा किया की जब साल 2023 में केजरीवाल को CBI ने बुलाया था तो उन्होने पूरा सहयोग किया
- लेकिन अब केजरीवाल की गिरफ्तारी पूरी तरह अवैध है
- CBI चल रही जांच की आड़ में उन्हें परेशान कर रही है
- उनकी गिरफ्तारी को आधार बनने वाली सामग्री पहले से इकट्ठा की जा चुकी है ऐसे में अब CBI कानून की प्रक्रिया के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकती है
- CBI को पक्षपात और एकरफा दृष्टिकोण को छोड़कर निष्पक्षता के साथ काम करना होगा
- सीबीआई का आचरण दुर्भावना से भरा हुआ है
- दावा किया है कि CBI केजरीवाल का उत्पीड़न कर रहा है
- सीबीआई की गिरफ्तारी का समय उन्हें रिहाई से रोकने और टालने की कोशिश है
तो अब केजरीवाल ने सीबीआई के खिलाफ जो जो बातें याचिका में कहीं हैं। उसके जवाब के लिए भी सीबीआई तैयार है, कुल मिलाकर केजरीवाल ने अपने पैरों पर खुद ही कुल्हाड़ी मार ली है। क्योंकि एक तरफ पहले ही ईडी केस में मिली जमानत कोर्ट में अटकी हुई है।फैसले पक्ष में आएगा या नहीं ये कहा नहीं जा सकता क्योंकि ईडी ने 100 करोड़ की रिश्वत।केजरीवाल की शराब कारोबारी से चैट के तमाम सबूत पेश कर दिए है और ये सबूत खुलासा कर रहे हैं कि केजरीवाल की कुर्सी अब हिलने वाली है।