Kadak Baat : UPSC छात्रों की मौत पर भड़का हाईकोर्ट, दिल्ली सरकार को लगा दी फटकार
दिल्ली हाईकोर्ट ने राजेंद्र नगर के इंस्टीट्यूट में तीन छात्रों की मौत पर दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है
UPSC : दिल्ली के राजेंद्र नगर में 3 UPSC छात्रों की मौत पर आम आदमी पार्टी राजनीतिक रोटियां सेकने का काम कर रही थी। लेकिन हाईकोर्ट ने आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री मंत्री और मेयर को ऐसा सबक सिखाया। आतिशी की तो प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलती ही बंद हो गई। क्योंकि हाइकोर्ट ने इस हादसे पर गुस्सा जाहिर करते हुए आम आदमी पार्टी को सीधा फटकार लगाना शुरू कर दिया। हाईकोर्ट ने UPSC के छात्रों की मौत के मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा " जब मुफ्तखोरी की संस्कृति के कारण टैक्स कलेक्शन नहीं होता है तो ऐसी दुर्घटनाएं होनी तय होती हैं।"
कोर्ट ने केजरीवाल सरकार की मुफ्तखोरी की योजनाओं से जनता को हो रहे नुकसान पर वार किया है। क्योंकि केजरीवाल ने सत्ता में आकर फ्री बिजली पानी। तमाम योजनाओं पर ऐलान कर जनता को एक तरीके से ठगने का काम किया हैं। जिसकी वजह से टैक्स कलेक्शन में कमी आती है।और विकास। कामकाज के लिए जनता जान की बाजी लगाती है। राजेंद्र नगर के केस में भी कुछ ऐसा ही हुआ । क्योंकि यहा नाले सीवर की सफाई के लिए एक दो नहीं। बल्कि कई बार शिकायत की गई। लेकिन मेयर साहिबा गहरी नींद में सोती रहीं। और तो और बेसमेंट में इंस्टीट्यू बनने की इजाजत दे गई। जो पहले से पता था। खतरे से खाली नहीं है। MCD के अधिकाऱी भी सोरे रहे। पुलिस प्रशासन भी आंख मूंदकर बैठा रहा। और जब हादसा हो गया। तो शैली ओबरॉय भी एक्शन का रोना रो रही है। बुलडोजर भी चल रहा है। अवैध इमारतों तो तोड़ा भी जा रहा है। इंस्टीट्यूट भी सील हो रहे हैं। हैरानी की बात तो ये है कि मामले में मुख्य वजह को इगनौर कर एक कार चालक को गिरफ्तार किया गया है। और कहा गया है कि वो तेजी से कार लेकर गया जिसकी वजह से पानी का बहाव गेट तोड़कर इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में घुस गया।यही वजह है कि हाईकोर्ट बुरी तरह भड़का है। हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि-
"एक अजीब जांच चल रही है जिसमें कार चलाने वाले राहगीर के खिलाफ पुलिस कार्रवाई कर रही है। लेकिन MCD अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। बहुमंजिला इमारतों को चलने दिया जा रहा है लेकिन उचित जल निकाली नहीं है आप मुफ्तखोरी की संस्कृति चाहते हैं, टैक्स कलेक्शन नहीं करना चाहते तो ऐसा होना तय है मुफ्त वाली संस्कृति की वजह से सरकार के पास इन्फ्रास्ट्रक्टर को अपग्रेड करने का पैसा नहीं है"
तो आरोप प्रत्यारोप लगाकर आम आदमी पार्टी एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ने का काम कर रही है। इसलिए एक झटके में गुस्से में आए कोर्ट ने सबक सिखा दिया है। बता दें की राजेंद्र नगर की घटना में कही ना कहीं दिल्ली एमसीडी जिम्मेदार है। क्यूंकि जलभराव से निपटने के लिए केजरीवाल सरकार ने कोई इंतजाम नहीं किए। जिसकी वजह से सड़कों पर पानी भरा। क्योंकि ना नालों की सफाई हुई थी। ना सीवर साफ किए गए थे खुलासा तो ये भी हुआ है कि कई बार एमसीडी को लेटर लिखा गया,, शिकायत की गई। लेकिन कार्रवाई के नाम पर ठेंगा दिखाया गया।और सिस्टम की लापरवाही का नतीजा ये रहा है कि 3 यूपीएससी छात्रों की मौत हो गई।