Kadak Baat : CBI के सबूतों के सुप्रीम कोर्ट में फिर फंसे केजरीवाल, नहीं मिली राहत
दऱअसल CBI ने SC में जवाब दाखिल किया की क्यों अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी जरूरी है CBI ने बताया कि
केजरीवाल पर CBI के आरोप
- केजरीवाल की शराब नीति को बनाने और उसके कार्यान्वयन में अहम भूमिका थी
- केजरीवाल शराब घोटाले की जांच में बिलकुल सहयोग नहीं कर रहे हैं
- घोटाले में शामिल होने की ओर इशारा करने वाले सबूतों को देखते हुए केजरीवाल को गिरफ्तार करना जरूरी था
- जो भी केजरीवाल ने किया वो ना सिर्फ अवैध था बल्कि वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ा था
- केजरीवाल की हरकत पब्लिक ऑफिस के गलत इस्तेमाल से जुड़ी एक बड़ी साजिश का हिस्सा थी
- CBI ने केजरीवाल पर मामले पर राजनीति करने का आरोप लगाया
- केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट के सामने मामले को राजनीतिक रूप से सनसनीखेज बनाने की कोशिश कर रहे हैं
- कई अदालतें प्रथम दृष्टका अपराध के घटित होने से संतुष्ट होने के बार बार आदेश दे चुकी हैं
इसके साथ ही सीबीआई ने हाईकोर्ट के आदेश का हवाला भी दिया जिसमे केजरीवाल की याचिका ये कहते हुए हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी कि यह नहीं कहा जा सकता कि केजरीवाल की गिरफ्तारी बिना किसी उचित कारण के थी या अवैध थी। जैसे ही सुप्रीम कोर्ट ने ये बात सुनी तुरंत मामले पर सुनवाई ही आगे के लिए टाल दी। यानी की केजरीवाल को राहत देने से साफ साफ इनकार कर दिया। अब केजरीवाल की याचिका पर 5 सितंबर को सुनवाई होगी ।CBI केजरीवाल की दूसरी याचिका पर जवाब दाखिल करेगी।
अब दूसरे जवाब में सीबीआई सुप्रीम कोर्ट के आगे क्या बताती है। ये बात आम आदमी पार्टी की धड़कने बढ़ा रही है, एक हफ्ते का समय कोर्ट ने सीबीआई को जवाब दाखिल करने के लिए दिया है। अब खेल होने वाला है इससे पहले 14 अगस्त को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को सीबीआई केस में अंतरिम जमानत देने से इनकार कर दिया था। केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी कोर्ट में काफी गिड़गिड़ाए। गिरफ्तारी को अवैध बताया लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जमानत देने से साफ साफ इनकार कर दिया। ऐसे में अब आसार नजर आ रहे हैं कि केजरीवाल को राहत मिलना मुश्किल है। सीबीआई ने जो पेंच फंसाया है वो केजरीवाल की कुर्सी हिला सकता है।