Kadak Baat : Kejriwal,सिसोदिया, के कविता को कोर्ट से एक साथ झटका, सिंघवी की पैंतरेबाजी फेल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सिसोदिया और के कविता को एक साथ कोर्ट से बड़ा झटका लगा है
Kejriwal : Kejriwal के लिए आज का दिन बहुत मुश्किलों भरा दिन रहा। क्योंकि राउज एवेन्यू कोर्ट में पेशी के दौरान ऐसा खेल हुआ। सीएम साहब गिड़गिड़ाने को मजबूर हो गए। लेकिन फिर भी कोर्ट ने बड़ा झटका दे दिया। दरअसल शराब घोटाले में केजरीवाल को कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान केजरीवाल का सामना के कविता और सिसोदिया से हुआ। कोर्ट में तीनों की एक साथ पेशी ने तीनों के धड़कने बढ़ा दी।क्योंकि शराब घोटाले में तीनों की एक दूसरे के सबसे बड़े राजदार हैं। ऐसे में कोर्ट ने सिसोदिया-केजरीवाल के कविता तीनों के होश उड़ा देने वाला फैसला सुनाया।
राउज एवेन्यू कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में केजरीवाल की 31 जुलाई तक न्यायिक हिरासत बढ़ाई। मनीष सिसोदिया की भी मनी लॉन्ड्रिंग केस में 31 जुलाई तक न्यायिक हिरासत बढ़ाई गई। के कविता की भी मनी लॉन्ड्रिंग केस में न्यायिक हिरासत 31 जुलाई तक बढ़ाई गई । वहीं CBI केस में केजरीवाल की 8 अगस्त तक हिरासत बढ़ाई गई है।
केजरीवाल सिसोदिया और के कविता की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी की गई। हैरानी वाली बात तो ये रही। एक साथ एक स्क्रीन पर तीनों की पेशी हुई। यानी शराब घोटाले में पहली बार तीनों का सामना सामना हुआ। तीनों की फाइलें खुली। तो सारे हथकंडे फेल हो गए। क्योंकि कोर्ट में ईडी सीबीआई ऐसे ऐसे सबूत पेश कर रही हैं।जिससे हर बार सीएम साहब को बुरी खबर ही सुनने को मिलती है। रीजन ये है कि ईडी के सबूत खुलासा कर रहे हैं कि शराब घोटाला हुआ। केजरीवाल और बाकी लोग उसमें शामिल थे।100 करोड़ की रकम की हेराफेरी की गई।
हालही में केजरीवाल समेत बाकी आरोपियों पर ईडी ने चार्जशीट दाखिल की। यही चार्जशीट केजरीवाल का बार बार खेल खराब कर रही है। चार्जशीट में ईडी ने सीधे तौर पर केजरीवाल को आरोपी नंबर 37 बनाया है। जबकि आम आदमी पार्टी को आरोपी नंबर 38 बनाया है। इसके अलावा ईडी ने हवाला के जरिए पैसे ट्रांसफर होने में चरणप्रीत को आरोपी बताया है। जबकि केजरीवाल और अपराध की आय को हैंडल करने वाले विनोद चौहान के बीच हुए डायरेक्ट मैसेज को सबूत के तौर पर कोर्ट में पेश किया गया है। चार्जशीट में बैंक नोट, सीरियल नंबर और व्हाट्सऐप चैट का सिलसिलेवार जिक्र किया गया है।
इसके साथ बताया है कि PMLA के सेक्शन 70 के तहत केजरीवाल का आबकारी मामले में रोल है। केजरीवाल आम आदमी पार्टी के संरक्षक होने के नाते पार्टी के किए गए हर गलत काम के जिम्मेदार हैं AAP प्रोसिड ऑफ क्राइम यानी अपराध से अर्जित आय की मुख्य तौर पर लाभार्थी है। सबूत गवाह सब बयां कर रहे हैं केजरीवाल हो या सिसोदिया। या फिर साउथ लॉबी की के कविता शराब घोटाले में शामिल हैं। सभी ने मिलकर घोटाले को अंजाम दिया। बावजूद उसके भी आम आदमी पार्टी के नेता संसद के बाहर खड़े होकर बवाल ऐसे कर रहे हैं।
जैसे बेगुनाह नेताओं को जेल भेजा गया हो। अब जाहिर सी बात है बेनुनाह होते तो शायद केजरीवाल को अभीतक जमानत मिल गई है। सिसोदिया 16 महीने तक जेल में ना रहते। सबकी बड़ी बात तो ये है कि एक दूसरे ने ही शराब घोटाले में एक दूसरे का खुलासा किया है। जिसके आधार पर ईडी सीबीआई को सबूत मिले हैं। अब हालात बता रहे हैं की केजरीवाल को सीबीआई केस में भी जमानत मुश्किल ही मिल पाएगी।और आने वाले दिनों में केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में भी फंसने वाले हैं।