Kadak Baat : CBI के सख्त सबूतों से बौखलाए Kejriwal, AAP नेताओं ने काट दिया बवाल
- CBI केजरीवाल से 3 चरणों में पूछताछ कर रही है
- CBI के संयुक्त आयुक्त विप्लव चौधरी के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई है
- CBI की विशेष टीम में DSP आलोक शाही, एडिशन SP राजीव कुमार समेत 2 अन्य अधिकारी शामिल है
तो चलिए ये भी बताते हैं कि केजरीवाल से पूछताछ के दौरान सीबीआई क्या क्या सवाल दाग रही है।दरअसल
- केजरीवाल से CBI कुछ दस्तावेज कुछ होटलों के बिल और कुछ लोगों के दिए गए बयानों के दस्तावेज दिखाकर पूछताछ कर रही है
- शराब घोटाले में शामिल मुख्य किरदारों से उनके संबंध की बात को लेकर पूछताछ की जा रही है.
- केजरीवाल से विजय नायर को लेकर भी सवाल जवाब किए गए
- विजय नायर किसे रिपोर्ट करता था, आतिशी-सौरभ का क्या रोल है इसको लेकर भी सवाल किए गए हैं
खैर अब जो भी जवाब केजरीवाल देंगे। उनसे खेल होना तय है. क्योंकि सीबीआई के पास ऐसे सबूत है। जिन्हें दिखाकर केजरीवाल से पूछताछ की जा रही है। अब तो सीसीबीआई मामले से जुड़े सह आरोपियों से भी केजरीवाल का सामना सामना करवाना चाहती है। अगर ऐसा हुआ है। तो केजरीवाल लंबे फंस सकते हैं। जैसे जैसे केजरीवाल पर सीबीआई की सख्ती बढ़ रही है। वैसे वैसे आम आदमी पार्टी के नेताओं की बैचेनी बढ़ती जा रही है.. संजय सिंह, सुनीता केजरीवाल के बाद अब भगवंत मान भड़क गए हैं।भगवंत मान ने केजरीवाल की एक तस्वीर साझा करते हुए ट्विटर पर लिखा-
ये तस्वीर तानाशाही के ख़िलाफ़ संघर्ष की है अरविंद केजरीवाल झुकेगा नही जितना मर्ज़ी अत्याचार कर लो।ED कोर्ट से जमानत के बाद CBI की गिरफ़्तारी BJP के इशारे पर CBI का खुला दुरपयोग है। आप जिस तरह से आदाबे सियासत भूले।आप का नाम भी ज़ालिम में लिखा जाएगा।
आम आदमी पार्टी के नेता सीबीआई ईडी की कार्रवाई को बीजेपी की साजिश बताकर कोस रहे हैं।अब समझिए अगर साजिश होती, सबूत गवाह ना होते तो शायद केजरीवाल को अबतक जमानत मिल गई होती।क्योंकि कोर्ट सबूत गवाहों के आधार पर चलता है। ना कि किसी के झूठ पर सबसे बड़ी बात तो ये है कि शराब घोटाले में में जिन लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं ।वो आम आदमी पार्टी के ही नेता है जिनके बयानों में खुलासा हुआ है कि आखिर घोटाले का पैसा कहां कैसे पहुंचाया गया।अब केजरीवाल के नेता कितना भी चीखे चिल्लाएं बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाएं होने वाला कुछ नहीं है।क्योंकि ईडी सीबीआई ने शराब घोटाले के सभी आरोपियों के खेल बिगाड़ दिया है।
बता दें की इससे पहले ED ने केजरीवाल को मार्च में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप के तहत गिरफ्तार किया था। इसके बाद सीबीआई ने भी अप्रैल में पहले केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन हवाला दिया गया था कि पहली पूछताछ गवाह के तौर पर की गई है,पहले भी सीबीआई केजरीवाल को गिरफ्तार कर सकती थी। लेकिन सीबीआई भी पुख्ता सबूत इकट्ठा कर रही थी,सबूत मिलने के बाद ही केजरीवाल की गिरफ्तारी की गई है।खैर अब सीबीआई जल्द ही और भी बड़ा एक्शन ले सकती है।