Kadak Baat : Yogi के आने से पहले बैठक छोड़ चले गए केशव, बीजेपी में फिर मचा बवाल
Kadak Baat : सरकार से बड़ा संगठन होता है ये बयान देकर यूपी से दिल्ली तक कोहराम मचाने वाले डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के हाव भाव ठीक नजर नहीं आ रहे हैं।क्योंकि केशव प्रसाद मौर्य योगी के मुंह पर अच्छे बन रहे हैं और पीठ फिरते ही छुपा घोंपने जैसे काम कर रहे हैं।सरकार को भाव ही नहीं दे रहे हैं जबकि दिल्ली से समझाया गया, डांटा गया।बावजूद उसके भी बाज नहीं आ रहे हैं। एक बार फिर केशव प्रसाद मौर्य ने ऐसी हरकत कर डाली। योगी आदित्यनाथ गुस्से में लाल हो गए आखिर ऐसा क्या हुआ चलिए विस्तार से पूरा मामला समझाते है। दरअसल बीजेपी ओबीसी मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक बुलाई गई थी।जिसमें केशव प्रसाद मौर्य भी पहुंचे थे,लेकिन जैसे ही मंच पर योगी आदित्यनाथ के पधारने का अनाउंसमेंट किया गया ।केशव प्रसाद मौर्य मीटिंग छोड़कर बीच से चले गए।
OBC मोर्चे की बैठक छोड़ चले गए केशव प्रसाद मौर्य
योगी आदित्यनाथ की आने की अनाउंसमेंट हो रही थी और केशव प्रसाद मौर्य मंच छोड़कर हाथ हिलाते हुए तेजी से दौड़ खड़े हुए।यानी की ये साफ है कि केशव प्रसाद मौर्य के मन का काला बाहर नहीं निकला है।वो योगी आदित्यनाथ से खुश नहीं है क्योंकि एक बार फिर केशव ने ओबीसी मोर्चा की बैठक से वही बात दोहराई।जिसने बीजेपी में मतभेद की खबरों को हवा दी थी। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा -
बीजेपी ही हम सभी का वर्तमान है और बीजेपी ही भविष्य है सरकार के बल पर चुनाव नहीं जीता जाता। पार्टी ही लड़ती है और पार्टी ही जीतती है 2014 और 2017 में बिना सरकार के हम जीते. लोकसभा चुनावों में यूपी की हार की पीड़ा हम सभी को है ।
ये ठीक उसी बयान को दोहराता है, जब इससे पहले बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था संगठन सरकार से बड़ा होता है और अब उन्होेने साफ कर दिया सरकार नहीं जीतती पार्टी जीतती है. ये बात बार बार दोहराकर आखिरकार केशव प्रसाद मौर्य क्या समझाने की कोशिश कर रहे हैं। क्या योगी आदित्यनाथ को वो साइड लाइन करने की जुगत में लगे हैं या फिर इस तरह की चेतावनी देकर केशव प्रसाद मौर्य कुछ और समझाना चाहते है। लेकिन वो जो भी चाहते हैं, योगी आदित्यनाथ के रहते उनकी ये इच्छा पूरी नहीं हो पाएगी। क्योंकि संगठन वाले बयान के बाद केशव ने दिल्ली के बार बार दौरे लगाए।योगी के खिलाफ मोर्चे बंदी की लेकिन खुद अपनी फजीहत उस वक्त करवा ली। जब दिल्ली से योगी को नहीं बल्कि दोनों डिप्टी सीएम को समझाकर भेज दिया गया, बता दिया कि योगी ही सीएम रहेंगे। उन्हें नहीं हटाया जाएगा और योगी आदित्यनाथ ने भी साफ कर दिया जो रास्ते में आएगा वो निपटाया जाएगा। क्योंकि कामकाज में रोड़े पसंद नहीं वैसे भी यूपी में बीजेपी की हार की जिम्मेदारी भूपेंद्र चौधरी खुद ले चुके हैं।
बावजूद उसके भी योगी को घेरने की कोशिश में केशव लगे हुए थे।जबकि केशव प्रसाद मौर्य के गढ़ से खुद बीजेपी हार गई। कौशांबी सीट जिता नहीं पाए सवाल योगी आदित्यनाथ पर उठा रहे हैं, जबकि जहां जहां सीएम योगी ने मोर्चा संभाला वहां वहां बीजेपी की जीत हुई। बावजूद उसके भी योगी को हटाने संगठन में बड़ा पद पाने की कोशिश में केशव प्रसाद मौर्य जुटे हैं। लेकिन वो कितना भी रणनीति बनाए, गुटबाजी पर आएं, बयानबाजी से चेतानियां दे जाए, योगी आदित्यनाथ एक मिनट में सबको सिबक सिखा देंगे। उनके तेवर साफ साफ बता रहे हैं। अब बगावत वो बर्दाश्त नहीं करेंगे और अब ओबीसी मोर्चे की बैठक में योगी आदित्यनाथ के आने से पहले केशव प्रसाद मौर्य के जाने की वीडियो ने राजनीति में तहलचा मचा दिया है।सपा से लेकर कांग्रेस तक ने इस वीडियो को शेयर कर तंज कसा है। कांग्रेस नेता सुरेंद्र राजपूत ने वीडियो शेयर करते हुए तंज कसा और लिखा- योगी जी के आते ही केशव जी भाग गये ? भगा दिये गये? या चले गये ? कमेंट करके बताएये ना।
जिस तरीके से बीजेपी पर अब सपा और कांग्रेस तंज कस रही है। उसपर अभी बीजेपी की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है।