Kadak Baat : 24 घंटे में बैकफ़ुट पर आई ममता बनर्जी, वापस लिया झारखंड बॉर्डर सील करने का फ़ैसला
बिहार, यूपी, एमपी, पंजाब, गुजरात, दिल्ली, झारखंड के अलावा अन्य राज्यों पर भी फ़र्क़ पड़ा। एक तरफ़ लोगों को दिक़्क़त हो रही थी, और दूसरी तरफ़ ममता बनर्जी अपने फ़ैसले पर ख़ुशी मना रही थी। लेकिन ममता बनर्जी की हेकड़ी उस वक़्त निकली, जब बीजेपी ने उनकी तानाशाही के ख़िलाफ़ मोर्चा खोला। मोदी सरकार ने सख़्ती दिखाई, तो ममता बनर्जी 24 घंटे के अंदर ही घुटनों पर आई और बॉर्डर खोलने का फ़ैसला वापस लिया। लेकिन अब बीजेपी ने ममता बनर्जी की कुर्सी हिलाने की पूरी तैयारी कर ली है, क्योंकि ममता बनर्जी ने एक्शन मोड़ के बाद ही अपना फ़ैसला वापस लिया है।
पहले ही बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने बंगाल के राज्यपाल, केंद्रीय गृह सचिव, NHAI और सड़क मंत्रालय के सचिव को चिट्ठी लिखी।
शुभेंदु अधिकारी का ममता सरकार पर आरोप
DVC यानी की दामोदर वैली कॉर्पोरेशन से संबंध तोड़ने की हिम्मत दिखाने के बाद ममता ने पुलिस के ज़रिए बंगाल से झारखंड को अलग करने की साज़िश रची है। पुलिस ग़ैरक़ानूनी तरीके से झारग्राम पश्चिम बर्धमान जिले की नेशनल हाईवे को बंद कर रही है। बंगाल पुलिस ट्रकों के ज़रिए झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से आ रही राहत सामाग्री को ग़ैरक़ानूनी तरीक़े से रोक रही है। बंगाल में नेशनल हाईवे ब्लॉक होने से बंगाल और नॉर्थ ईस्ट का उत्तर भारत के हिस्सों से संपर्क टूट गया है। और आने वाले वक़्त में नॉर्थ ईस्ट में ज़रूरी सामानों की आपूर्ति प्रभावित होगी।
जैसे ही ममता बनर्जी की शिकायत दिल्ली तक पहुंची, पीएम मोदी और शाह एक्शन में आए। वैसे ही ममता बनर्जी तुरंत बैकफ़ुट पर आ गईं और फ़ैसला वापस ले लिया। अब चलिए ये भी बताते हैं कि क्यों ममता बनर्जी इतनी बौखला रही थी। दरअसल, ममता बनर्जी की तरफ़ से आरोप लगाया गया कि झारखंड से एकतरफ़ा पानी छोड़ा जा रहा है, जिसकी वजह से पश्चिम बंगाल में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हुई है। ये आरोप ममता बनर्जी ने तब लगाए जब बाढ़ से बंगाल बेहाल हो गया और दीदी सहायता के नाम पर कुछ नहीं कर पाईं। लोगों में हाहाकार मचने लगा तो झारखंड को सबक़ सिखाने बैठ गईं। बकायदा पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर धमकी देने लगीं। कहा कि उनकी सरकार दामोदर वैली कॉर्पोरेशन के साथ सभी समझौतों को रद्द कर देगी। क्योंकि झारखंड के एकतरफ़ा पानी छोड़ने के कारण दक्षिण बंगाल में ज़िलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
बस ममता को सीनाज़ोरी दिखाना ही महंगा पड़ गया। बंगाल के बिगड़ते हालातों में ऐसी फँसी कि तुरंत झारखंड के बॉर्डर खोलने पड़े।