Kadak Baat : केशव प्रसाद मौर्य के घर बड़े बड़े नेताओं की मीटिंग से तहलका, क्या योगी आदित्यनाथ की कुर्सी पर खतरा
यूपी की सियासत में कुछ बड़ा होने वाला है। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने के घर बड़े बड़े नेताओं का तांता लगना शुरू हो गया है।
Yogi Adityanath : क्या मुख्यमंत्री Yogi Adityanath की कुर्सी जाने वाली है। क्या डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य कुछ बड़ा करने वाले हैं। ये बात ऐसे ही नहीं निकली है बल्कि ये बात उन तस्वीरों से बाहर निकली है जिसने यूपी से दिल्ली तक को हिलाकर रख दिया है। तस्वीरें हैं केशव प्रसाद मौर्य के घर की। दरअसल केशव प्रसाद मौर्य के घर बड़े-बड़े नेताओं का तांता लग रहा है।खासकर ओबीसी पॉलिटिक्स में माहिर बड़े चेहरे उनके घर पहुंच रहे हैं। ऐसे में सवाल ये है क्या अंदर खिचड़ी पक चुकी है। क्योंकि योगी VS केशव की जंग में इन नेताओं की एंट्री से तहलका मच गया है। सबसे पहले ओम प्रकाश राजभर केशव प्रसाद मौर्य से मिलने पहुंचे। वक्त बीता नहीं कि संजय निषाद भी उनके घर दस्तक देते नजर आए।और फिर कुछ ही पलों में दारा सिंह चौहान पहुंच गए। लेकिन तहलका तो तब मचा जब केशव प्रसाद मौर्य ने इन नेताओं के साथ तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया ।
अब समझिए ये तस्वीरें क्यों तहलका मचा रही है। दरअसल ओम प्रकाश राजभर योगी आदित्यनाथ की मीटिंग छोड़कर केशव के घर पहुंचे।फिर दोनों की तरफ से तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया गया। कुछ खास मैसेज देने की कोशिश की गई। जिससे चर्चाएं तेज हो गई कि केशव प्रसाद मौर्य गुटबाजी कर अलग धड़ा बनाने में जुटे हैं। या फिर राजभर केशव के साथ मिलकर योगी के खिलाफ कुछ अलग कदम उठाने की कोशिश में है। अगले ही दिन संजय निषाद ने भी केशव से मुलाकात की। जिसे ट्वीटर पर शेयर करते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने लिखा कि
"लखनऊ के सात कालिदास मार्ग स्थित कैंप कार्यालय पर माननीय कैबिनेट मंत्री एवं निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद जी एवं निषाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री रविंद्र मणि निषाद जी से शिष्टाचार भेंटकर विभिन्न विषयों पर वार्ता की"।
हालांकि संजय निषाद ने इस मुलाकात पर अभी तक कुछ नहीं कहा है हालांकि राजभर ने इस मुलाकात से बड़ा संदेश देने की कोशिश जरूर की। लेकिन जिस तरीके से लोकसभा चुनाव में हार के बाद योगी को घेरने का काम चल रहा है। और एक धड़ा केशव के साथ मिलकर दिल्ली तक योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मुखर हो रहा है। उसी बीच केशव अपने घर बड़े बड़े नेताओं से मुलाकात करना किसी बड़े खेल की ओर इशारा कर रहा है। और अब कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं। क्या ये वाकई औपचारिक मुलाकात है। या फिर कुछ और। क्या केशव प्रसाद मौर्य योगी के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन में जुट गए हैं। क्या केशव प्रसाद मौर्य अपनी लॉबी मजबूत करने में जुटे हैं। क्या केशव प्रसाद मौर्य ओबीसी नेताओं को एकजुट कर योगी के खिलाफ कुछ बड़ा करने वाले हैं। क्या यूपी में उनके ही नेता योगी आदित्यनाथ के लिए नई लड़ाई शुरू करने वाले हैं। क्या योगी आदित्यनाथ की घेराबंदी के लिए केशव प्लानिंग में जुट गए हैं।
क्योंकि घर से लेकर बाहर तक। सोशल मीडिया के गलियारों तक चर्चाएं तेज है कि केशव प्रसाद मौर्य आरक्षण के वार से सीएम योगी पर तगड़ा प्रहार करने वाले हैं।और इन तस्वीरों ने क्लियर कर दिया है कि केशव योगी के खिलाफ ओबीसी का दांव खेल रहे हैं। क्योंकि वो भी जानते है योगी आदित्यनाथ को यहां से हटाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। तो वो प्रहार के लिए अलग से ही रणनीति बना रहे हैं। इसी का उदाहरण है केशव की योगी के विभाग को लिखी गई चिट्ठी।
सियासी हलचल के बीच केशव प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी के अंदर आने वाले विभाग को एक पत्र लिखा। इस खत में केशव प्रसाद मौर्य ने सीएम योगी के विभाग में कार्मिक विभाग के अधिकारियों से आउटसोर्सिंग/ संविदा पर काम करने वाले कुल अधिकारियों/कर्मचारियों की आरक्षण को लेकर जानकारी मांगी थी। लेकिन केशव प्रसाद मौर्य को कोई जानकारी नहीं दी गई। सबसे बड़ी बात तो ये है कि कुछ वक्त पहले अनुप्रिया पटेल की तरफ से भी ऐसी ही चिट्ठी योगी आदित्यनाथ की तरफ से लिखी गई थी। संजय निषाद के सुर भी केशव और अनुप्रिया पटेल जैसे ही सुनाई दिए थे। और अब योगी आदित्यनाथ की बैठक छोड़ जिस तरीके से ये नेता केशव को भाव दे रहे हैं। उससे जल्द ही यूपी में बड़ा धमाका होने की खबर सुनने को मिलने वाली है।