Kadak Baat : मोदी सरकार ने राज्यसभा में हासिल किया बहुमत, NDA की बड़ी जीत विपक्ष चारों खाने चित
तीसरी बार सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। राज्यसभा के उपचुनाव में बीजेपी के 9 और सहयोगी दलों के दो सदस्य निर्विरोध चुने गए हैं। जिसके बाद बीजेपी 96 पर पहुंच गई है और उच्च सदन में एनडीए की कुल सीटें 112 हो गई हैं।
Narendra Modi : Narendra Modi ने तीसरी बार सत्ता में काबिज तो गए। लेकिन सरकार चलाने के लिए बेसाखियों का सहारा लेना पड़ रहा है। क्योंकि सहयोगियों के साथ मिलकर सरकार बनाई है। और विपक्ष भी मजबूत स्थिति में खड़ा हो गया है। यही वजह है कि मोदी सरकार संसद में कोई भी बिल ला रही है। वो हंगामे की भेंज चढ़ता है और फिर हारकर सरकार को उस बिस को वापस लेना पड़ता है। लेकिन अब ऐसे में विपक्ष को मात देते हुए मोदी सरकार ने बड़ा धमाल मचा दिया है। जिससे राहुल गांधी से लेकर अखिलेश यादव तक देखते रह गए हैं। क्योंकि राज्यसभा में बीजेपी ने सांसदों की संख्या में बहुमत का आंकड़ा छू लिया है।
9 राज्यों की 12 सीटों पर उपचुनाव में सभी राज्यसभा उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं।
NDA के 11 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए और कांग्रेस ने एक सीट पर कब्जा किया है।
BJP के 9, एनसीपी अजित पवार गुट का एक, LJP उपेंद्र कुशवाहा का एक और कांग्रेस का एक सदस्य निर्वाचित हुआ है।
ये जीत मोदी सरकार के लिए काफी अहम हो जाती है। क्योंकि अब NDA को राज्यसभा में अहम विधेयकों को पारित कराने के लिए दूसरी पार्टियों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। विपक्ष की चालबाजी का असर अब बीजेपी सरकार पर नहीं पडे़गा। अब समझिए एनडीए को राज्यसभा में स्पष्ट बहुमत मिलने से सरकार को वक्फ संशोधन विधेयक जैसे अहम कानूनों पर मोहर लगवाने में सफलता मिल जाएगी। जो विपक्ष वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर घर से बाहर तक बवाल कर रहा है। तो अब बोलता रह जाएगा। और मोदी सरकार अपना काम कर पाएगी। सबसे बड़ी बात तो ये है कि NDA ने पहली बार राज्यसभा में बहुमत हासिल किया है। तो चलिए राज्यसभा का गणित भी बताते हैं। दरअसल ।
राज्यसभा में 245 सदस्य होते हैं. अभी 8 सीटें और खाली हैं।
8 सीटों में से 4 जम्मू कश्मीर से और 4 मनोनीत सदस्यों से भरी जानी है।
सदन की मौजूदा सदस्य संख्या 237 हैं और बहुमत का आंकड़ा 119 तक पहुंच गया है।
राज्यसभा में अब NDA के कुल 112 सदस्य हो गए हैं।
6 मनोनीत सदस्यों और एक निर्दलीय सदस्य के समर्थन के साथ यह आंकड़ा 119 तक पहुंच गया है।
यानी की एनडीए ने राज्यसभा में बहुमत के आंकड़े को छू लिया है ।
बीजेपी के सदस्यों की संख्या 96 हो गई है वहीं कांग्रेस के सदस्यों की संख्या बढ़कर अब 27 हो गई है। उसके सहयोगियों के पास 58 और सदस्य है। जिससे विपक्षी गठबंधन के आंकड़े की बात करें तो विपक्षी गठबंधन की संख्या 85 हो गई है। जबकि YRS कांग्रेस और BJD किसी अलायंस का हिस्सा नहीं हैं। खैर अब NDA को इनके सहयोग की जरूरत भी नहीं है। दरअसल पिछले कुछ सालों से उच्च सदन में विपक्ष का बोलबाला देखने को मिल रहा था। विपक्षी सांसदों की बड़ी संख्या होने की वजह से मोदी सरकार कई विधेयकों को पारित करवाने से रोके रखती थी। तो कई विधेयकों को नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी और YRS कांग्रेस की मदद से पारित करवाया है। लेकिन अब राजनीतिक हालात अब बदल गए हैं। अब NDA अकेले राज्यसभा में पावर में आ गया है। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के लिए अच्छी खबर तो ये है कि उसके पास राज्यसभा में विपक्ष के नेता का पद बरकरार रहेगा। क्योंकि कांग्रेस के पास बहुमत से 2 ज्यादा सदस्यों की संख्या है। तो चलिए अब ये भी बताते हैं कि आखिर मोदी सरकार उच्च सदन में अब विपक्ष को साइड कर कौन कौनसे बिल पास करवा सकती है।
NDA को वक्फ संशोधन विधेयक पर राज्यसभा में मुहर लगवाने में सफलता मिल सकती है।
राज्यसभा में तेल क्षेत्र संशोधन विधेयक 2024 और बॉयलर्स विधेयक पर भी मुहर लग सकती है।
तो अब मोदी सरकार कई बड़े बिल लाएगी। और संसद में आसानी से पास करवाएगी। विपक्ष कितना भी विरोध करे। संसद में कार्रवाई को हंगामे की भेंट चढ़ाए। उससे फर्क पड़ने वाला नहीं है। मोदी सरकार की इस बड़ी जीत ने विपक्ष को हिलाकर ऱख दिया है।