Kadak Baat: CM Yogi और Bhagwant mann की मीटिंग से हैरान हो गए Modi, यूपी में होने वाला है बड़ा खेला ?
- नतीजों के बाद पहली बार सीएम योगी संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात करेंगे
- दोनों के बीच ये मुलाकात गोरखपुर में होगी
- दोनों के बीच लोकसभा चुनाव और राज्य में संघ के विस्तार से लेकर अन्य मुद्दों पर चर्चा की संभावना है
अब सोचिए यूपी में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद पहली बार अचानक से सीएम योगी और मोहन भागवत के बीच मुलाकात होगी, तो वाकई ये मुलाकात कई मायनो में अहम हो सकती है। क्योंकि अब सीएम योगी अपने तरीके से एक्शन ले रहे हैं। वो नहीं चाहते कि जो संगठन बीजेपी की रीढ़ की हट्टी है उसे टूटने दिया जाए या फिर कोई कमी छोड़ी जाए। क्योंकि आलाकमान की मनमानी की वजह से ही आज उत्तर प्रदेश में बीजेपी का ये हाल हुआ है।
यूपी में BJP को नुकसान की वजह
- टिकट बंटवारे पर सीएम योगी की बात आलाकमान ने नहीं मानी
- RSS को साइड लाइन किया, नड्डा पर RSS के बयान से नुकसान हुआ
- BJP के मौजूदा सांसदों के खिलाफ विरोध था, फिर भी उन्हें टिकट दिया गया
तो सबसे पहले टिकट बंटवारे वाली बात पर आते हैं।
UP में बीजेपी की हार का पहला फैक्टर
दरअसल चुनाव से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ एक लिस्ट लेकर दिल्ली आए थे।इस लिस्ट में उन मौजूदा सांसदों के नाम थे जिनका टिकट काटना था। जिनका जमीनी स्तर पर बहुत ज्यादा विरोध था।सीएम योगी को पहले से पता था अगर कुछ मौजूदा सांसदों को टिकट दिया जाएगा तो हार मिलनी तय है।लेकिन सीएम योगी की बात आलाकमान ने नहीं मानी नतीजा क्या रहा जो सीएम योगी ने कहा बिलकुल सटीक निकला। बीजेपी को 29 सीटों पर हार मिली 62 में से 33 सीटों पर सिमटकर रह गई खैर ये तो रहा पहला फैक्टर अब दूसरा बताते हैं।
UP में बीजेपी की हार का दूसरा फैक्टर
RSS इस बार बीजेपी के चुनाव अभियान के प्रति उदासीन रहा इसकी वजह बना चुनाव के दौरान पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का बयान जेपी नड्डा ने RSS पर बयान देते हुए संगठन को वैचारिक मोर्चा या आइडियोलॉजिकल फ्रंट बता दिया था और कहा था कि बीजेपी अपने आप चलती है। बस यहीं से RSS ने अपने पांव पीछे खींच लिया दिखा दिया अकेले चलने का नतीजा क्या होता है। RSS ने चुनाव में BJP के लिए ना के बराबर प्रचार नहीं किया और बीजेपी को हार देखने को मिली। अब खुलकर RSS नेताओं ने बयान दिया है कि बीजेपी को अहंकार ले डूबा है।
RSS की नाराजदी से हुए नुकसान की भरपाई के लिए ही अब सीएम योगी मोहन भागवत से मुलाकात करेंगे। इस दौरान उनसे सभी मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। RSS की नाराजगी को दूर करने का पूरी कोशिश होगी क्योंकि सीएम योगी नहीं चाहते की RSS की नाराजगी का प्रभाव आने वाले विधानसभा चुनाव पर भी पड़े। तो ऐसे में सीएम योगी भविष्य में बीजेपी की नींव मजबूत करने में लग गए हैं, फिर चाहे पीएम मोदी आगे आए या अमित शाह हालात बता रहे हैं कि अब सीएम योगी पीछे हटने वाले नहीं है।