Kadak baat : Rajbha और Anupriya Patel ने कर दी ऐसी गलती, Yogi अब लेंगे बड़ा एक्शन
यूपी में बीजेपी नेताओं ने सीटें कम होने के लिए राजभर और अनुप्रिया पटेल को जिम्मेदार ठहराया है
CM Yogi : यूपी बीजेपी में जल्द बड़ा खेल होने वाला है। क्योंकि CM Yogi जल्द ही कोई बड़ा फैसला लेने वाले हैं। उनके फैसला से दिल्ली तक कोहराम मच जाएगा। दरअसल यूपी में बीजेपी के 33 सीटों पर सिमटने के बाद पार्टी में काफी उथल पुथल मची हुई है। ना सिर्फ मोदी-शाह गुस्से में है। बल्कि योगी आदित्यनाथ भी काफी सख्त दिखाई दे रहे हैं। क्योंकि चुनाव के दौरान कुछ ऐसी घटना हुई। जिसकी वजह से योगी सरकार की मुश्किलें बढ़ रही है। और ये बात हाईकमान तक भी पहुंच गई है।
दरअसल बीजेपी की मुश्किलें खड़ी करने वाले नेताओं का खुलासा हो गया है।और उसमे सबसे उपर अगर किसी ना नाम आ रहा है तो वो हैं बीजेपी के सहयोगी दल अपना दल, निषाद पार्टी और ओम प्रकाश राजभर की सुभासपा है। दरअसल पिछले दिन इन पार्टियों के नेताओं ने ऐसे ऐसे बयान दिए थे। जिसने योगी सरकार की राह को मुश्किल कर दिया। अनुप्रिया पटेल ने तो सीधे सीएम योगी को पत्र लिखा था। और कहा कि राज्य सरकार की नौकरियां में ओबीसी वर्ग के छात्रों का चयन नहीं हो पा रहा है इसके साथ ही अनुप्रिया पटेल ने 69 हजार शिक्षकों की भर्ती के मामले में भी ओबीसी अभ्यार्थियों के साथ गड़बड़ी का आरोप लगाया था। सबसे बड़ी बात तो ये है कि बीजेपी की सहयोगी दल होकर ही अनुप्रिया पटेल खुलकर योगी सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद कर रही थी। उनका ऐसे आरोप लगाना इसलिए चुभने वाला था क्योंकि अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने भी चुनाव प्रचार में लगातार संविधान बदलने की बात कही थी। इसके इलावा आरक्षण छिनने का डर दिखाया था।
ऐसे में अनुप्रिया पटेल का भी कहना था कि ये मसला मैने पहले भी उठाया था लेकिन समाधान नहीं हुआ इसका नुकसान सरकार को लोकसभा चुनाव में उठाया पड़ा। तो कहीं ना कहीं अनुप्रिया पटेल ने सहयोगी होकर बीजेपी को चोट पहुंचाने की कोशिश की। अनुप्रिया पटेल के साथ साथ संजय निषाद ने भी बीजेपी की मुश्किलें खड़े करना वाला बयान दिया। यहां तक आरोप लगा दिया कि लंबे समय से निषाद समाज को अनुसूचित जाति में आरक्षण देने की मांग लंबित पड़ी है इस समुदाय ने 2019 और 2022 में बीजेपी को वोट किया था लेकिन सरकार ने उसे गंभीरता से नहीं लिया और अब उसका एक वर्ग छिटक रहा है
इसी तरह ओम प्रकाश राजभर ने भी चुनाव के वक्त पर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ाने में कोई कमी नहीं छोड़ी। ओम प्रकाश राजभर ने कहा था कि मोदी और योगी के नाम पर पड़ने वाला वोट काम हुआ है सुभासपा के काडर और वोटर ने तो एनडीए उम्मीदवारों का ही समर्थन किया, लेकिन बीजेपी का वोट ही कम हो गया।
ये वो बयान है जिन्होने कहीं ना कहीं विपक्ष को पावर देने का काम किया। और खुद बीजेपी नेता ये बात खुलकर बोल रहे हैं। तीन नेताओं ने जो मुद्दे उठा दिए हैं । उनपर जवाब देना बीजेपी के लिए मुश्किल हो रहा है। ये बात बीएल संतोष की बैठक में खुलकर उठाई गई थी। बीजेपी नेताओं ने साफ कहा कि अगर सहयोगियों को नहीं रोका गया। या फिर पत्ता साफ नहीं किया गया। तो आगे नुकसान उठाना पड़ सकता है।
कई सासदों ने तो ये तक कह दिया कि वो चुनाव इसलिए हारे हैं। क्योंकि उनके ही सहयोगी नेताओं ने उनका विरोध किया। तो अब सीएम योगी 2027 को लेकर किसी भी लापरवाह नेता को बर्दाश्त नहीं करेंगे। ये बात बर्दाश्त नहीं करेंगे कि पार्टी को या फिर बीजेपी को उनकी वजह से नुकसान पहुंचे। सीएम योगी ने उन नेताओं की लिस्ट तैयार कर ली है। जल्द ही यूपी में बड़ा बदलाव होगा। क्योंकि सीएम योगी ने पीएम मोदी और अमित शाह के साथ भी दिल्ली में मुलाकात कर ली है। आगे की रणनीति को लेकर बात हो गई है। तो अब ना सिर्फ अनुप्रिया पटेल की कहानी फंस सकती है। बल्कि राजभर को भी झटका लग सकता है।