Kadak Baat : Sunita Kejriwal ने दे दिया Rahul Gandhi को धोखा, बड़े ऐलान ने गठबंधन में बवाल
दिल्ली में लोकसभा चुनाव में विपक्ष की हार होते ही बड़ी खबर सामने आ गई है आम आदमी पार्टी ने इंडिया गठबंधन से नाता तोड़ लिया है
Rahul Gandhi : एक तरफ NDA ने बाजी मार ली है। मोदी ने तीसरी बार कुर्सी पर बैठने की तैयारी पूरी कर ली है।तो दूसरी पर इंडिया गठबंधन में मारधाड़ शुरू हो गई है।एक तरफ दिग्विजय-कमलनाथ-अधीर रंजन चौधरी बवाल पर उतर आए हैं। तो दूसरी तरफ केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल ने खेल शुरू कर दिया है। दरअसल सुनीता केजरीवाल ने अचानक अपने घर आप विधायकों की बैठक बुलाई। बैठक के बाद छुटते ही Rahul Gandhi को झटका दे दिया। ऐलान कर दिया कि गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनावों के लिए था। विधानसभा चुनावों के लिए नहीं। अब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी दिल्ली में अकेले ही चुनाव लड़ेगी। ये बात खुले मंच से खुद आप के नेता गोपाल राय ने कही है ।
दिल्ली के लोगों ने ना तो जेल के बदले वोट दिया। ना भ्रष्टाचार के मामले पर आम आदमी पार्टी को बख्शा। और तो और जिस कांग्रेस को गालियां देकर। जिस कांग्रेस के खिलाफ आवाज उठाकर आम आदमी पार्टी सत्ता में आई। उसी के साथ गठबंधन करना भी लोगों को पसंद नहीं आया। यही वजह रही। कि झूठ की राजनीति कर रही आम आदमी पार्टी को दिल्ली की जनता ने बुरी तरह नकार दिया। सातों सीटों पर हार मिली। यही वजह है कि जेल से केजरीवाल ने पत्नी को मीटिंग बुलाने के लिए कहा ।और सुनीता केजरीवाल ने गठबंधन से दूरी बनाने का फैसला ले लिया है। अब जैसे ही गोपाल राय ने गठबंधन से अलग होने की बात कही। वैसे ही कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव का बयान सामने आया। दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा कि
"मैं साफ करना चाहता हूं कि हमारा गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए था। हम लगातार यह कहते आए हैं कि हमारा गठबंधन लोकसभा चुनाव तक सीमित था।लोकसभा चुनाव के लिए इंडिया गठबंधन बनाया गया था। देश के लोकतंत्र बचाने की लड़ाई में एक विचारधारा वाले लोग साथ आए"।
अब अचानक दोनों की तरफ से क्यों गठबंधन को तोड़ा गया। इसकी वजह सामने नहीं आई है। लेकिन जिस तरीके से नतीजों के बाद राहुल गांधी खुश नजर आए। और आम आदमी पार्टी में मातम परस गया। जिससे आप नेताओं को लगा कि कही ना कहीं कांग्रेस से गठबंधन ही केजरीवाल को ले डूबा है। और पूरा फायदा कांग्रेस को पहुंचा है। अब पंजाब के आंकड़े ही देख लीजिए 13 में से 7 सीटों पर कांग्रेस ने कब्जा किया ।तो आम आदमी पार्टी 3 सीटों पर सिमट कर रह गई।
अब इन पार्टियों में आपस में ही कलेश मचना शुरू हो गया है ।अभी तो सिर्फ आम आदमी पार्टी के अलग होने की खबर सामने आई है। आने वाले दिनों में तमाम दल इंडिया गठबंधन से भाग सकते हैं।क्योंकि सत्ता पाने का सपना सभी ने देखा।लेकिन कोशिशों पर पानी फिर गया ।