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Kadak Baat : सीएम योगी और केशव मौर्य के बीच क्या रहा है ? अनुप्रिया पटेल ने कर दिया खुलासा

लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद से योगी आदित्यनाथ और केशव के बीच विवाद की खबरें आ रही है इसी बीच अब अनुप्रिया पटेल ने बड़ा खुलासा कर दिया है।
Kadak Baat : सीएम योगी और केशव मौर्य के बीच क्या रहा है ? अनुप्रिया पटेल ने कर दिया खुलासा

क्या योगी आदित्यनाथ और दोनों डिप्टी सीएम की दिल्ली में कोई बात नहीं बनी? क्या योगी को हटाने या फिर दोनों डिप्टी सीएम को सबक सिखाने के लिए अंदरखाने अभी भी हलचल मची हुई है? ये सवाल मोदी कैबिनेट में मंत्री और अपना दल एस की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल के धमाकेदार बयान के बाद उठ रहे हैं। अनुप्रिया पटेल ने एक इंटरव्यूह के दौरान यूपी बीजेपी के अंदर क्या चल रहा है, इसको लेकर बड़ा खुलासा कर दिया है। दरअसल अनुप्रिया पटेल से पूछा गया कि लोकसभा चुनाव के बाद से ऐसा लग रहा है कि यूपी की बीजेपी सरकार स्थिर नहीं है केशव प्रसाद मौर्य दिल्ली आ रहे हैं। 

यूपी बीजेपी के कलह पर अनुप्रिया पटेल का खुलासा

सीएम गवर्नर से मिल रहे हैं आप चिट्ठी लिख रही हैं ऐसा लग रहा है कि यूपी सरकार के साथ बीजेपी का केंद्रीय संगठन असमंजस में लग रहा है, तो इस सवाल के जवाब में तुरंत अनुप्रिया पटेल ने जवाब दिया और कहा कि -

राजनीतिक परिदृश्य से इस तरह के कयास लगाना बहुत आसान है. केशव प्रसाद मौर्य डिप्टी सीएम हैं. वह लगातार दिल्ली आकर टॉप लीडरशिप से मिलते रहते हैं. ये उनका फर्ज है. आज जब वह आम तरह से दिल्ली आए तो कयास लगाए जाने लगे. मुख्यमंत्री भी गर्वनर से मिलते रहते हैं. मगर अब जब वह मिले तो उसके राजनीतिक कयास लगाए जाने लगे।

ये वही अनुप्रिया पटले है जिन्होंने विवाद के समय योगी सरकार को लेटर लिखकर एक तरीके से आग में घी डालने का काम किया है। उन अफवाहों को और हवा दी थी।जिसमें योगी को हटाने,केशव के खिलाफ एक्शन होने की बात जोरों शोरों से कही जा रही थी। ऐसे में पहले से बीजेपी विपक्ष के आरक्षण के नेरेटिव में पहले से फंसी हुई थी और अनुप्रिया पटेल ने ओबीसी आरक्षण,नौकरियों में ओबीसी वर्ग के साथ गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए योगी सरकार को चिट्ठी लिखकर विपक्ष के सवालों  को और मजबूत करने का काम किया। इसी बीच अब इस चिट्ठी पर भी अनुप्रिया पटेल से सवाल दागे गए। जिसपर सफाई देते हुए अनुप्रिया पटेल ने लिखा कि -

जहां तक मेरे उत्तर प्रदेश सरकार को लिखे पत्र की बात है तो मैं वंचितों और पीड़ितों के वर्ग का प्रतिनिधित्व करती हूं. उनके मसलों पर मैं खामोश नहीं रह सकती. सरकार को उनकी परेशानियों और समस्याओं का संज्ञान भी लेना होगा और उसका हल भी निकालना होगा. मैं सरकार में उनकी आवाज हूं. ऐसे में अगर उनके हितों को नुकसान पहुंच रहा है तो ये मेरा दायित्व है कि मैं उनकी समस्याओं के बारे में सरकार से बात करूं. इसलिए मैंने पत्र लिखा और मुख्यमंत्री जी से समस्या सुलझाने का आग्रह किया।

खैर ये पत्र अनुप्रिया पटेल की तरफ से ऐसे समय पर लिखा गया। जब यूपी में केशव सहयोगी दलों के साथ गुटबाजी कर योगी को आंख दिखाने की कोशिश कर रहे थे। राजभर से लेकर संजय निषाद तक योगी के खिलाफ बागी होते दिख रहे थे, लेकिन योगी के एक्शन मोड और दिल्ली में सभी की हाजिरी के बाद सारे नेता लाइन पर आ गए।अब अनुप्रिया पटेल ने क्लियर तो ये बात नहीं कही है कि सबकुछ यूपी में ठीक है, लेकिन इशारों इशारों में बहुत कुछ समझा दिया है।

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