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Kadak Baat : नेमप्लेट केस में Yogi ने सरकार का सुप्रीम कोर्ट में तगड़ा जवाब, विपक्ष की बोलती हो गई बंद

नेमप्लेट केस में योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिला कर दिया है। जिससे जल्द बड़ा खेल होने वाला है
Kadak Baat : नेमप्लेट केस में Yogi ने सरकार का सुप्रीम कोर्ट में तगड़ा जवाब, विपक्ष की बोलती हो गई बंद
Yogi : Yogi सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कांवड़ा यात्रा के दौरान दुकानों पर नेमप्लेट लगाने के फैसले के जवाब में बड़ा खेल कर दिया है। ऐसा खेल कि विपक्ष की खुशी तामत में बदल गई है। क्योंकि अब सुप्रीम कोर्ट अपना अंतरिम रोक वाला फैसला पलट सकता है। दरअसल यूपी में कांवड़ यात्रा को लेकर दुकानों पर नेमप्लेट लगाने के सीएम योगी के आदेश पर हंगामे के बीच सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम रोक लगा दी थी। और योगी सरकार से जवाब मांगा था कि कांवड़ यात्रा के दौरान दुकानदारों को नेम प्लेट लगाने का आदेश क्यों दिया। जिसका जवाब तगड़े लेवल पर योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में पेश कर दिया है। योगी सरकार की तरफ से कहा गया है कि। 


"यह आदेश इसलिए दिया गया ताकि कांवड़ियों की भावनाएं न भड़कें। इस आदेश का मकसद क्षेत्र में शांति और भाईचारा बनाए रखना भी था।कावंड़ियों को परोसे गए खाने को लेकर छोटा सा कंफ्यूजन भी बड़े विवाद का विषय बन जाता है यह निर्देश अलगाव करने वाले नहीं है यह सभी जाति धर्म के दुकानदारों पर समान रूप से लागू होते हैं "। 

इसके साथ ही योगी सरकार ने उन इलाकों का भी जिक्र किया। जहां पर कांवड़ यात्रा के दौरान बवाल की स्थिति बनी रहती है। क्योंकि कुछ संवेदनशील इलाकों में शरारती तत्व हरकतों से बाज नहीं आते। तो ऐसी जगहों को लेकर थोड़ी सख्ती बरती गई है। योगी सरकार की तरफ से आगे जवाब में कहा गया कि

"खासतौर पर सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाकों जैसे मुजफ्फरनगर में ऐसी समस्याएं देखने को मिली हैं पूर्व में देखा गया है कि बेचे जा रहे खाने के प्रकार को लेकर विवाद हुए हैं यह निर्देश पहले ही जारी कर दिए गए थे ताकी स्थिति तनावपूर्ण न होने पाए "

तो योगी सरकार ने साफ शब्दों में कहा ये फैसला बवाल से बचने की वजह से लिया गया है। ताकी कानून व्यवस्था ना बिगड़े। और कांवड़ यात्रा सही तरीके से पूरी हो पाए।इसके साथ ही विपक्ष को आईना दिखाते हुए। लोगों की आस्था का सम्मान करते हुए आगे जवाब में कहा गया कि।  

"लाखों करोड़ों लोग नंगे पांव गंगाजल लेकर यात्रा कर रहे हैं ऐसे में किसी भी तरह का कंफ्यूजन बड़े पैमाने पर हालात खराब कर सकता है अगर कांवड़ियों को मन मुताबिक खाना नहीं मिला तो पूरी यात्रा पर इसका खराब असर दिख सकता है। इसके अलावा क्षेत्र का शांति और सौहार्द भी प्रभावित हो सकता है "

तो योगी सरकार की तरफ से हर उस घटना का जिक्र कोर्ट में किया गया। जिससे पहले माहौल बिगड़ने की स्थिति बनी। दलील में उस घटना का जिक्र किया गया जिसमें खाने में प्याज और लहसुन पड़े होने के चलते कांवड़िए भड़क गए थे ।और तोड़फोड़ मचा दी थी। योगी सरकार ने जैसे ही कोर्ट में जवाब पेश किया। कांग्रेस नेताओं ने बौखलाना शुरू कर दिया। क्योंकि कांग्रेस चाहती है। माहौल बना रहे हैं। सरकार के खिलाफ विवाद बड़ता रहे। लेकिन योगी सरकार के जवाब से उम्मीद के सुप्रीम कोर्ट कोई बड़ा फैसला सुना सकता है। यही वजह है कि कांग्रेस ने योगी सरकार के जवाब पर भी सवाल उठा दिेए हैं।

कांग्रेस ने योगी सरकार के जवाब पर भी अपनी सियासी रोटियां सेकना शुरू कर दिया है। लेकिन आखिरी फैसला सुप्रीम कोर्ट को करना है।लेकिन हालात बता रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट योगी सरकार के पक्ष में फैसला ले सकता है।
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