Kadak Baat : Yogi ने हार वाली सीटों पर बड़े-बड़े नेताओं को सिखा दिया सबक, दे डाली सख्त चेतावनी
सीएम योगी यूपी में हार वाली सीटों पर नेताओं के साथ समीक्षा बैठक कर एक्शन ले रहे हैं
Yogi Adityanath : जितनी Yogi Adityanath को हटाए जाने की चर्चाएं तेज हो गई है।उतना ही सीएम योगी एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। तमाम उन नेताओं को तलब कर रहे हैं जिनके गढ़ में बीजेपी हारी। और आला अफसरों को नाप रहे हैं। ये कदम योगी आदित्यनाथ ने उस खुलासे के बाद उठाया है जिसमें कहा गया था की बीजेपी की हार के पीछे अधिकारियों की मनमानी रही है। दलबदलू नेताओं का कारण रहा ।इसी कड़ी में अब ।
योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में बरेली मंडल के विधायकों और MLC के साथ बैठक की। सीएम योगी ने पूछा की लोकसभा चुनाव में जिन विधानसभा क्षेत्रों में हार हुई, उसका कारण क्या था।
ये सवाल सीएम योगी ने विधायकों और बीजेपी नेताओं से सख्ती के साथ किया। बैठक में बहस करने वाले नेताओं से सीएम योगी भिड़ गए। और बता दिया। लापवाही दिखाओगे तो नप जाओगे। क्योंकि उपचुनाव में सीएम कोई भी लापरवाही बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। वो हर हाल में 10 की 10 सीटें जीतना चाहते हैं।इन सीटो में सबसे अहम सीट है अयोध्या की। जहां सपा बीजेपी में इस वक्त नाक की लड़ाई है वहीं सीएम योगी के सवाल के जवाब में नेताओं ने कहा कि ।"बाहरी नेताओं की ज्वाइनिंग ज्यादा की गई, उसमें भी पार्टी के जनप्रतिनिधियों या पदाधिकारियों से सलाह नहीं ली गई है कुछ स्थानों पर प्रत्याशी अति आत्मविश्वास में अपनी जीत सुनिश्चित मान बैठे। इसलिए उनकी तरफ से कार्यकर्ता भी उदासीन हो गए, परिणामस्वरुप हमारे वोटर घरों से नहीं निकले।अधिकारियों का रवैया पार्टी नेताओं के प्रति ठीक नहीं है वे विधायकों की बात नहीं सुनते, जिस कारण जनता में गलत संदेश जाता है। जब विधायक- एमएलसी की सिफारिश-पैरवी नहीं सुनी जाएगी, तो जनता दूरी बनाती रहेगी"।
सभी की बात को सीएम योगी ने गौर से सुना। उसके बाद कड़े शब्दों में फटकार लगाते हुए कहा कि हार का असली कारण नेताओं को जमीन से कटना है। सीएम योगी ने सलाह देते हुए कहा कि "प्रतिदिन सुबह को जनता दर्शन करिए। दो तीन घंटे लोगों की समस्याएं सुनकर निराकरण कराएं। उसके बाद क्षेत्र में घूमें। आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी अभी से शुरू कर दें"।
बता दें की सीएम योगी ने बैठक के बाद एक ऐसी लिस्ट तैयार कर ली है।जिससे ना सिर्फ बड़े बड़े नेताओं का पत्ता कटने वाला है। बल्कि अधिकारियों पर लिस्ट के तहत कार्रवाई भी शुरू हो गई है। सीएम योगी नहीं चाहते कि लोकसभा चुनाव में हार का प्रभाव विधानसभा चुनाव पर पड़े। उपचुनाव पर पड़े। इसलिए योगी हार वाली सीटों के नेताओं को इकट्ठा कर सुधरने की चेतावनी दे रहे हैं। तमाम जगहों पर जनता के कामों में लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर एक्शन भी ले रहे हैं।
हलाकि में कई बढ़ प्रभावित जिलो में पीड़ितों को मुआवजा नहीं दिए जाने पर कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। औ सीएम योगी ने साफ साफ कहा है कि अगर कोई अधिकारी नहीं सुन रहा है तो उसके खिलाफ पक्के सबूत के साथ शिकायतें करें। तभी उस अधिकारी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई होगी। तो अब सीएम योगी इस एक्शन से साथ दिल्ली कर मैसेज पहुंचाने की कोशिश में हैं। कि यूपी में किसी की मनमानी नहीं चलेगी। जो काम करेगा। उसको आगे बढ़ाया जाएगा। और जो काम में आनाकानी करेगा। उसके नापा जाएगा। फिर चाहे केशव प्रसाद मौर्य कितना भी सीएम योगी पर दवाब बनाने की कोशिश करें। गुटबाजी करें। योगी के खिलाफ नेताओं को इकट्ठा करें।